Vivo ने कुछ स्क्रीन प्रोटेक्टर्स को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी है। खासकर UV-क्योर टेम्पर्ड ग्लास मॉडल्स, के संभावित जोखिमों के बारे विवो ने अपने ग्राहकों को सतर्क किया है।
ये प्रोटेक्टर्स अक्सर कर्व्ड डिस्प्ले पर फुल कॉर्नर को कवर करने के लिए पसंद करने के साथ ही यूजर्स के देवर लगवाए जाते हैं।
कंपनी ने कहा है कि गलत तरीके से इनका इंस्टॉलेशन या फिर घटिया मटेरियल का इस्तेमाल आपके स्मार्टफोन की परफॉर्मेंस और फंक्शनैलिटी पर असर डाल सकते है।
UV-क्योर प्रोटेक्टर्स के कई जोखिम हो सकते हैं, असल में ये प्रोटेक्टर्स UV गोंद का उपयोग करते हैं, जो आपके फोन के लिए सही नहीं होता है। यदि सही तरीके से इंस्टॉल न किया जाए, तो यह गोंद कई समस्याएं पैदा कर सकता है। आइए इन समस्याओं पर नजर डालते हैं:
UV गोंद स्पीकर के छेद को ब्लॉक कर सकता है, जिससे ऑडियो में दिक्कत संभव है।
गोंद साइड बटन पर अगर चली जाती है तो यह चिपक सकते हैं और सही प्रकार से इसके बाद यह काम नहीं करेंगे।
इंस्टॉलेशन के दौरान बने एयर बबल्स से गोंद रिसीवर या साइड बटनों आदि तक जा सकता है।
सिम ट्रे में गोंद घुसने से सिम कार्ड को निकालना या डालना मुश्किल हो सकता है, और वॉटर रेसिस्टेंस सील को भी नुकसान हो सकता है।
यदि UV-क्योर स्क्रीन प्रोटेक्टर का गलत तरीके से इंस्टॉलेशन होता है, तो फोन को हुआ डैमेज वारंटी में कवर नहीं होगा, इसलिए सावधान रहें।
Vivo ने यूजर्स को यह भी कहा है कि अगर उन्हें Protective Film का इस्तेमाल करना है तो Vivo के अधिकृत सर्विस सेंटर पर जाएँ।