SIM Card Fraud: चुटकियों में बैंक अकाउंट से उड़ गए 18.74 लाख रुपये, देखें पूरा मामला 

नवी मुंबई पुलिस ने एक नई साइबर चोरी का खुलासा किया है। 

इस नए घोटाले में एक व्यक्ति ने कंपनी के बैंक खाते में घुसपैठ करने के लिए सिम कार्ड धोखाधड़ी का इस्तेमाल किया। 

ऐसा करने के बाद इस व्यक्ति ने इस कंपनी के बैंक अकाउंट से 18.74 लाख रुपये उड़ा दिए। आइए जानते हैं पूरा मामला। 

जानकारी आई है कि, एक दूरसंचार सेवा कंपनी के लॉग-इन क्रेडेंशियल्स में हेरफेर करके अपराधी ने कॉर्पोरेट बैंक खातों में अवैध प्रवेश प्राप्त किया। 

हालांकि कंपनी ने इस नए मामले की शिकायत सितंबर में कर दी थी, इसके बाद इस मामले की साइबर पुलिस द्वारा एक व्यापक जांच की गई।

एफआईआर में कंपनी के बैंक अकाउंट में सेंध लगाने के लिए हैकर्स द्वारा कॉर्पोरेट लॉग-इन क्रेडेंशियल्स में कुशल हेरफेर के बारे में विस्तार से बताया गया है।

जांच में कथित अपराधी, पश्चिम बंगाल के नूर इस्लाम सैनफुई के तौर पर सामने आया है। 

इसने बैंक खाताधारक से संवेदनशील खाता विवरण प्राप्त किया था। इसमें एटीएम पिन, चेकबुक और मोबाइल फोन नंबर जैसी महत्वपूर्ण जानकारी शामिल थी।

चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी के पास वही सिम कार्ड Active पाया गया, जो सिम कार्ड धोखाधड़ी की पेचीदगियों को उजागर करता है।

सिम कार्ड धोखाधड़ी, जिसे आमतौर पर सिम स्वैपिंग या सिम हाईजैकिंग के रूप में जाना जाता है। 

इस तरह के फ्रॉड में, धोखेबाज सामने वाले बारे में व्यक्तिगत जानकारी एकत्र करते हैं। 

इसके बाद पीड़ित के मोबाइल कैरीयर से संपर्क करने पर खाताधारक का रूप धारण करते हैं। 

खोए हुए या चोरी हुए फोन की झूठी रिपोर्ट करके, वे उसी फोन नंबर के साथ एक नया सिम कार्ड सफलतापूर्वक प्राप्त कर लेते हैं।

ऐसे में आपका mobile number अब इस फ्रॉड के पास भी चलना शुरू हो जाता है, और सभी SMS और कॉल अब इस फोन पर आना शुरू हो जाते हैं। 

ऐसे में किसी के भी अकाउंट में सेंध लगाना इनके लिए आसान हो जाता है, ऐसा ही कुछ इस कंपनी के साथ भी हुआ।