स्मार्टफोन इंडस्ट्री में 2021 एक दिलचस्प साल रहा है जहां कई फ्लैगशिप फोंस से लेकर बजट फोंस को बाज़ार में उतारा गया है। हालांकि, भारतीय बाज़ार में स्मार्टफोंस की कीमतें ज़्यादातर बढ़ती हुई देखी गई हैं। पिछले साल लॉन्च हुए फोंस में iPhone 13 series, OnePlus 9 के अलावा, Xiaomi, realme जैसे ब्राण्ड्स भी कई बढ़िया मिड-रेंज फोंस बाज़ार में उतार चुके हैं। पिछले कुछ समय से चल रहे ट्रेंड्स में ऐसी बहुत सी चीज़ें हैं जो एक यूजर के तौर पर आप और हम अपने स्मार्टफोंस से दूर करना चाहते हैं। चलिए जानते हैं क्या वो फीचर्स जो हमें नहीं चाहिए अपने स्मार्टफोन में...
बहुत सारे कैमरा सेन्सर
फोन के खूबसूरत डिजाइन पर प्रभाव के अलावा, कई सेंसर के काम पर कई बार सवाल उठाए गए हैं। ज़्यादातर यूजर्स प्राइमरी कैमरे का उपयोग अन्य सेंसर की तुलना में अधिक बार करते हैं। 2MP मैक्रो/डेप्थ कैमरा को तो ज़रूर छोड़ना चाहिए जिसे मुख्य कैमरा सेटअप के साथ टैग किया गया है ताकि डिवाइस पर उपलब्ध सेंसर को शामिल किया जा सके।
सेकंडरी डिस्प्ले और पॉप-अप कैमरा
ग्राहक एक सेकंडरी डिस्प्ले, या पॉप-अप या रेट्रेक्टेबल कैमरा के बजाए फंक्शनल फीचर को चुनना चाहेंगे। हम उम्मीद करते हैं कि कंपनियां इस साल इस तरह के बिना काम के फीचर लाना बंद करेंगी।
कैमरा बंप्स
पहले एक सिंगल कैमरा के साथ स्मार्टफोन का डिज़ाइन काफी सिम्पल और स्मूद होता था लेकिन बहुत से कैमरा सेन्सर्स ने इसे बदल दिया है। कंपनियाँ अलग-अलग शेप के कैमरा मॉड्यूल्स पर काम कर चुकी हैं, कभी स्क्वायर, रेकटंगुलर और कभी सर्क्युलर लेकिन अब वक्त आ गया है कि हम वापिस नॉर्मल सिंगल या ड्यूल कैमरा पर अपना रुख कर लें।
बजट फोंस के लिए 720 पिक्सल रेजोल्यूशन
2022 आ गया है और अब भी हमें ऐसे Rs 15000 से Rs 18000 की कीमत अदा करने के बाद भी 720 पिक्सल रेजोल्यूशन मिलता है। हमें उम्मीद है कि इस साल यह ट्रेंड रुकेगा।
बेकार बैटरी बैकअप
इस समय कंपनियां स्मार्टफोन की चार्जिंग की स्पीड पर काम कर रही हैं। पिछले साल 120W चार्जिंग स्पीड को देख चुके हैं और हम चाहते हैं कि इसी तरह का ध्यान बैटरी बैकअप और बैटरी कैपेसिटी पर भी दिया जाए।
5G के नाम पर महंगी कीमतें
5G नेटवर्क (5G network) अभी तक भारत सहित कई देशों में जारी नहीं हुआ है लेकिन स्मार्टफोन इंडस्ट्री इस ट्रेंड को पकड़ कर कई फोंस को 5G क्षमताओं के साथ पेश कर चुकी हैं। हालांकि, इसका बिलकुल यह मतलब नहीं कि कंपनियां फ्यूचर-रैडी के नाम पर कीमतों को बढ़ाना शुरू कर दें।
मिड-रेंज फोंस में फिजिकल फिंगरप्रिंट स्कैनर
एप्पल ने 2018 में iPhone X series के साथ टच ID को खत्म कर दिया था। एंडरोइड (Android) स्मार्टफोन निर्माताओं ने भी अपने फ्लैगशिप फोंस से फिजिकल फिंगरप्रिंट स्कैनर को हटा दिया था लेकिन अभी भी मिड-रेंज और बजट श्रेणी के फोंस में फिजिकल फिंगरप्रिंट सेन्सर मिलता है। हालांकि, कई फोंस में अब फिंगरप्रिंट सेन्सर को पॉवर बटन पर रखा जा रहा है। 2022 में हम फिजिकल स्कैनर को हटता देखना चाहेंगे।
फ्लैगशिप Android फोंस में प्लास्टिक बॉडी
प्लास्टिक पर अगर एक्स्पेंसिव ग्लास की कोटिंग भी कर दी जाए तो भी यह प्रीमियम नहीं लगता है। उम्मीद है कि इस साल फ्लैगशिप फोंस को प्लास्टिक बॉडी से छुटकारा मिलेगा।
5G के नाम पर मार्केटिंग
स्मार्टफोन कंपनियों को 5G को मार्केटिंग फीचर के तौर पर उपयोग करना बंद कर देना चाहिए। क्योंकि, कई हैंडसेट 5G कनेक्टिविटी के लिए 12 बैंड सपोर्ट के साथ आते हैं जबकि कुछ फ्लैगशिप फोंस को 2 5G बैंड सपोर्ट के साथ पेश किया गया है।
देरी से मिलने वाला OS अपडेट
एक या दो एंडरोइड स्मार्टफोन निर्माताओं के अलावा, कंपनियां अपने डिवाइसेज़ को रेगुलर अपडेट नहीं देती हैं। अगर कुछ ब्राण्ड्स करते भी हैं तो वो भी अपने हाई-एंड फ्लैगशिप स्मार्टफोंस तक ही यह सेवा देते हैं। इस साल उम्मीद कर सकते हैं कि लो-वेंड डिवाइसेज़ तक भी समय से OS अपडेट मिलना शुरू हो जाएं।
Google इस साल लॉन्च करे भारत में Pixel फोन
Google Pixel 4a कंपनी का आखिरी फोन है जिसे भारत में पेश किया गया था। इसके बाद से कंपनी Pixel 5 series और Pixel 6 series फोंस को ग्लोबल बाज़ार में लॉन्च कर चुकी है लेकिन भारतीय फैंस अब भी इसका इंतज़ार कर रहे हैं। हम उम्मीद कर रहे हैं कि 2022 के मॉडल्स को कंपनी इस साल भारत में लॉन्च करे।
स्मार्टफोंस पर विज्ञापन (ads) आने बंद हों
आखिरी डिमांड होगी स्मार्टफोंस पर ऐड बंद करवाना। पहले के मुक़ाबले अब स्मार्टफोंस पर ऐड और ब्लोटवेयर ऐप्स में काफी कमी आई है जो डिवाइस के साथ प्री-इन्स्टाल्ड आते थे। इस साल हम उम्मीद करते हैं कि पूरी तरह इस तरह के विज्ञापनों से छुटकारा मिल जाए।