मोबाइल बैंकिंग को काफी आसान बना दिया गया है। अब यूजर्स को डिमांड ड्राफ्ट, FD, अकाउंट बैलेन्स आदि के लिए बैंक जाने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, इतने लाभ के साथ ही खतरा भी बढ़ जाता है। जैसा कि हम देख रहे हैं बैंकिंग ऐप्स और मालवेयर से संबन्धित ऑनलाइन फ्रॉड बढ़ता जा रहा है। कई हैकर्स फ्रॉड कॉल्स के ज़रिए भी लोगों के अकाउंट खाली कर देते हैं। हालांकि ऐसा नहीं है कि, मोबाइल बैंकिंग सुरक्षित नहीं है। हम यहां बात कर रहे हैं कि किस तरह आप अपनी मोबाइल बैंकिंग को अधिक सुरक्षित रख सकते हैं। हाल ही में भारतीय स्टेट बैंक ने एक सूचि साझा की थी जिसमें ऑनलाइन पैसा सुरक्षित रखने के लिए नियम बताए गए हैं।
क्या करें: रुगुलरली अपने डाटा का बैक अप लें
अगर आप अपने डाटा का हमेशा बैक अप ले कर चलते हैं तो इस तरह आपका अकाउंट सुरक्षित भी रहता है और ट्रेसेबल भी रहता है। फोन खोने या चोरी होने की परेशानी में भी आपका डाटा सुरक्षित रहेगा।
क्या करें: अपना 15 अंकों का IMEI नंबर पास रखें
IMEI (इंटरनेशनल मोबाइल एकूईपेमेंट आइडैनटिटी एक युनीक नंबर है जो किसी भी मोबाइल फोन की पहचान होती है। यूजर *#06# डायल कर के या सेटिंग्स ऐप के ज़रिए फोन का IMEI नंबर जान सकते हैं।
क्या करें: हमेशा लॉक स्क्रीन फीचर का उपयोग करें
हमेशा अपने स्मार्टफोन पर स्क्रीन लॉक- पिन, पासकोड या बायोमेट्रिक पासवर्ड का इस्तेमाल करें। इस तरह आपके फोन को कोई बिना आपकी जानकारी के एक्सैस नहीं कर सकता है।
क्या करें: कम्प्यूटर से मोबाइल पर ट्रान्सफर करने से पहले अपडेटेड एंटीवायरस से डाटा स्कैन कर लें। इस तरह आप अपने बैंक अकाउंट के डाटा को सुरक्षित रख सकते हैं।
कुछ लोग Antivirus के बिना स्कैनिंग के ही डाटा कॉपी करना चाहते हैं। इस तरह कोई करप्ट या इनफेक्टेड फाइल आपके स्मार्टफोन में आ सकती है जो आपके डाटा के लिए खतरा बन सकती है। इसलिए कंप्यूटर से डाटा ट्रान्सफर करने से पहले इसे स्कैन करने की सलाह दी जाती है।
क्या करें: अपने मोबाइल के ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेटेड रखें
मोबाइल के लिए आए नए OS अपडेट में नए फीचर्स तो मिलते ही हैं लेकिन साथ ही इसमें लेटेस्ट सेक्योरिटी पैच मिलते हैं। इस तरह आपका मोबाइल वायरस के अटैक से बचे रहते हैं।
क्या न करें: अंजान नंबरों के कॉल न उठाएं
अगर आपके नंबर पर किसी अनजान नंबर से कॉल आ रही है तो ऐसे कॉल से हमेशा बचें। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो भी आपके अकाउंट के लिए बड़ा खतरा हो सकता है।
क्या न करें: उपयोग में न आने वाले ऐप्स को फोन में न रखें
अगर आपके फोन में कुछ ऐसे ऐप्स हैं जो इस्तेमाल में नहीं हैं तो इन्हें डिलीट कर दें। कई मोबाइल ऐप्स आपके फोन को एक्सैस करते रहते हैं और आपके निजी डाटा को इसका नुकसान हो सकता है।
क्या न करें: किसी अनजान Wi-Fi नेटवर्क का उपयोग न करें। ऐसे नेटवर्क कनेक्शन से हमेशा बचें क्योंकि इस तरह भी आपका बैंक अकाउंट खतरे में आ सकता है। पब्लिक वाई-फाई पर आपके डिवाइस की सुरक्षा खतरे में रहती है और यह आसानी से साइबर अटैक का शिकार हो सकता है। हैकर्स ऐसे Wi-Fi नेटवर्क पर भी आपकी डीटेल्स चोरी कर सकते हैं।
क्या न करें: मोबाइल फोन पर यूजरनेम या पासवर्ड जैसे ज़रूरी डिटेल्स न रखें
हम आपको यह सलाह देते हैं कि स्मार्टफोंस पर बैंकिंग पासकोड या ATM पिन की जानकारी न रखें। अगर आप ऐसा करते हैं तो हमेशा ऐप लॉक फीचर का उपयोग करें ताकि आपकी जानकारी पासवर्ड के ज़रिए सुरक्षित रहे।
क्या न करें: कभी भी ऐसा डाटा फॉरवर्ड न करें जिसे दूसरे मोबाइल में हैक किया गया हो। कभी भी आधिकारिक, बैंकिंग आदि लॉग इन करने के लिए निजी सुरक्शित नेटवर्क का इस्तेमाल करें।