क्या आप भी मोबाइल फ़ोन से जुड़े इन भ्रमों में हैं?

द्वारा Ashvani Kumar | अपडेटेड Jun 05 2015
क्या आप भी मोबाइल फ़ोन से जुड़े इन भ्रमों में हैं?

फ़ोन को चार्ज करते समय उसका इस्तेमाल न करें, रातभर अपने फ़ोन को चार्जिंग पर लगा कर न रखें, अपने फ़ोन की बैटरी पूरी तरह ख़त्म होने दें, और न जाने क्या भ्रम हमें अपने फोंस के मामले में सुनने को मिलते हैं, और हम सोच में पड़ जाते हैं कि शायद यह सच हो सकता है. क्या ऐसा करने से मेरा मोबाइल फट तो नही जाएगा, क्या मेरे स्मार्टफ़ोन में आग तो नहीं लग जायेगी... और भी बहुत कुछ कहा जाता है एक स्मार्टफ़ोन को लेकर, हम जानते हैं कि आजकल पूरी जांच परख के बाद ही किसी स्मार्टफ़ोन या फ़ोन का निर्माण किया जाता है हर पहलु पर उसे जांच कर के देखा जाता है, बिना जांच के शायद यह फोंस आपको चोट पहुंचा दें पर आज के आधुनिक युग में यह संभव सा नहीं लगता है. क्योंकि जैसे जैसे स्मार्टफोन्स की संख्या में इजाफा हो रहा है वैसे वैसे इनकी सुरक्षा को लेकर भी चोकसी बढती जा रही है. आइये आगे की स्लाइड्स में जानते हैं और क्या क्या भ्रम हम अपने जहन में पाले बैठे हैं अपने स्मार्टफ़ोन की बैटरी को लेकर.

क्या आप भी मोबाइल फ़ोन से जुड़े इन भ्रमों में हैं?

किसी दूसरी कंपनी के चार्जर से अपना फ़ोन चार्ज न करें हमें अक्सर सुनने को मिलता है, हाल ही मेरे एक दोस्त ने कहा, मैं अपने फ़ोन को अपने भाई के फ़ोन के चार्जर से चार्ज कर रहा था. और कुछ देर बाद देखा तो वह चार्ज तो हुआ नहीं और मेरी बैटरी जितनी थी उससे भी कम हो गई, इसके साथ साथ मेरे फ़ोन में कुछ ऐप्स भी प्रभावित हो गए हैं. मैंने उसे समझाया पर वो नहीं माना उसने रट लगा ली थी कि दूसरे चेर्गेर से चार्ज करने पर ही उसके फ़ोन में यह समस्या आई है. पर अगर हम इसे तकनीकी रूप से देखें तो जब दूसरा चार्जर बहुत ख़ास न हो आप उससे अपना फ़ोन चार्ज कर सकते हैं, जैसे हमने देखा है कि ब्लैकबेरी और एप्पल के चार्जर कुछ अलग होते हैं, उनसे हर फ़ोन को चार्ज नहीं किया जा सकता है, साथ ही आजकल सभी कंपनियां लगभग एक जैसे ही चार्जर बना रही है. पर फिर भी आपको नकली चार्जरों से बचना चाहिए.

क्या आप भी मोबाइल फ़ोन से जुड़े इन भ्रमों में हैं?

कुछ समाचार पत्रों ने कुछ समय पहले एक घटना को बड़ा रूप देते हुए कहा जो चार्जिंग के दौरान फ़ोन पर बात नहीं करनी चाहिए, उस घटना में एक लड़का चार्जिंग के दौरान अपने किसी रिश्तेदार से बात कर रहा था, और तभी उस फ़ोन की बैटरी फट गई और उसमें आग लग गई. ऐसा हमने देखा था जब नोकिया के कुछ फोंस की बैटरी में समस्या आ रही थी और इसी को देखते हुए नोकिया ने उन बैटरियों को यूजर्स से वापस करने को कहा था, वह बैटरियां खुद ही मोटी हो रही थी और चार्जिंग के दौरान फट रही थी. ऐसा हर समय नहीं होता और खासकर तब तो बिलकुल नहीं जब आप उसी कंपनी के चार्जर से अपने फ़ोन को चार्ज कर रहे हों, हां हादसा हो सकता है अगर आप किसी घटिया चार्जर से अपना फ़ोन चार्ज कर रहे हों और उसी दौरान बात भी करने लग जाएँ. तो यह सावधानी अगर आप बारात लेइओं तो कोई समस्या नहीं है. 

क्या आप भी मोबाइल फ़ोन से जुड़े इन भ्रमों में हैं?

ऐसा भी कहा जाता है कि अगर आप सारी रात अपने स्मार्टफ़ोन को चार्जिंग पर लगा कर रखते हैं तो आपके फ़ोन की बैटरी खराब हो जायेगी या हो जाती है. इसके साथ साथ जितना वह काम कर रही थी उससे आधा काम करना आरम्भ कर देती है और उसका चार्जिंग का समय भी बढ़ जाता है. हालाँकि अगर सच्चाई पर ध्यान दें तो समय के साथ साथ बैटरी खुद बखुद ऐसा करने लगती है. पर यह महज़ फ़ोन को पूरी रात चार्जिंग पर लगा रहने से नहीं होती. कभी कभी हम रात में अपना फ़ोन चार्जिंग पर लगा छोड़कर सो जाते हैं और हमें सुबह पता चलता है कि फ़ोन रात भर चार्जिंग पर लगा रहा, तभी आपके जहन में आता है यार बड़े हादसे से बाख गए, पर डरिये नहीं जब चार्जर की बैटरी पूरी तरह चार्ज हो जाती है वह खुद बी खुद फ़ोन को पॉवर देना बंद कर देता है. इसका मतलब होता है कि बैटरी अब इस्तेमाल में नहीं है. लेकिन इससे यह तात्पर्य नहीं है कि आपको लाइसेंस मिल गया है रोज़ रात को फ़ोन चार्जिंग पर भूलने का थोडा सावधान रहना भी जरुरी है.

क्या आप भी मोबाइल फ़ोन से जुड़े इन भ्रमों में हैं?

यह भी कहा जाता है कि फ़ोन को कभी बंद करने की जरुरत नहीं है. अरे भाई आपका फ़ोन एक मशीन जरुर है पर उसे भी थोडा आराम चाहिए होता है. इसलिए कभी कभी इसे भी स्विच ऑफ कर दिया कीजिये, इससे आपका फ़ोन फिर से रिफ्रेश हो जाता है और बढ़िया तरीके से काम करना आरम्भ कर देता है. इसलिए समय समय पर अपने फ़ोन को बंद जरुर करें और इसके लिए सही समय रात में ही होता है. अगर आप चाहते हैं तो रात में अपने फ़ोन को बंद करके सो सकते हैं.

क्या आप भी मोबाइल फ़ोन से जुड़े इन भ्रमों में हैं?

मैंने अपने एक दोस्त से सुना और कहीं पढ़ा भी था कि जब तक आपके फ़ोन की बैटरी पूरी तरह खत्म न हो जाए तब तक उसे चार्ज न करें. पर अगर आप अपने फ़ोन को रोज़ चार्ज करते हैं और और समय समय पर उसे 'डीप-चार्ज' करते है तो आपका फ़ोन बढ़िया तरीके से काम करता है. फ़ोन के डेड होने का इंतज़ार न करें उसे रोज़ चार्ज करें और बैटरी के प्रकार को ध्यान में रखते हुए अगर आप चार्जिंग का समय भी निर्धारित कर दें तो काफी अच्छा होगा.