बजट सेगमेंट में टेक जगत के कुछ बड़े नाम अपने अपने नए वर्ज़न्स के साथ आ गए हैं. मोटो ई ने अपने आप को 4G योग्यता से लैस कर लिए है, जबकि लेनोवो ने अपने भी अपने प्रसिद्द स्मार्टफ़ोन लेनोवो ए6000 फ़ोन को लेनोवो ए6000 प्लस के साथ 2GB रैम और 16 GB इंटरनल स्टोरेज के साथ अपडेट किया है. यहाँ आप इन डिवाइसेस पर एक क्विक नज़र डाल सकते हैं. और यह भी जान सकते हैं कि यह बेंचमार्क पर कितना स्कोर कर रहे हैं. इस तुलनात्मक अध्ययन के बाद आपको यह भी पता चलेगा कि लेनोवो ए6000 प्लस अपनी पीढ़ी के स्मार्टफोंस से कितना बेहतर है, और कितनी बढ़िया परफॉरमेंस देता है.
एनटूटू बेंचमार्क
मोटो ई 4G में आने वाला नया स्नेपड्रैगन 410 प्रोसेसर लेनोवो के दोनों ही स्मार्टफ़ोन के बराबर ही परफॉरमेंस देता है. पर हम यहाँ देख सकते हैं कि लेनोवो ए6000 प्लस बाकियों से कुछ बेहतर काम करता है, इसके लिए इसकी एक्स्ट्रा रैम को जिम्मेदार माना जा सकत है जिसके कारण इसकी परफॉरमेंस बढ़ गई है.
गीकबेंच
ये तीनों ही स्मार्टफ़ोन क्वाल-कॉम स्नेपड्रैगन 410 प्रोसेसर पर काम करते हैं. और इसके परफॉरमेंस के नतीजे फिर से मिलते जुलते ही हैं.
गीकबेंच 3 मल्टी कोर
मल्टी कोर टेस्ट में, तीनों ही स्मार्टफोंस के स्कोर मेल खाते हैं, किसी भी डिवाइस को अलग से बढ़िया नहीं कहा जा सकता है. तीनों ही काफी मिलते जुलते नतीज़े दे रहे हैं.
जीएफएक्स बेंच
इस टेस्ट में मोटो ई की कम रेजोल्यूशन वाली स्क्रीन ने भी काफी बढ़िया नतीज़े दिए हैं. और इसके साथ ही लेनोवो के दोनों ए6000 और ए6000 प्लस ने आपस में काफी मिटे जुलते नतीज़े दिए हैं.
ओवरऑल परफॉरमेंस
अपनी परफॉरमेंस के बल पर मोटो ई 4G लेनोवो ए6000 और ए6000 प्लस से ज्यादा ज्यादा प्रतिस्पर्धात्मक हो जाता है. अगर इसकी तुलना श्याओमी रेडमी 2 से करें तो इससे भी यह कड़ी टक्कर ले रहा है.
हमारा टेस्ट
अगर हमारे बैटरी टेस्ट की बात करें तो मोटो ई ने लेनोवो ए6000 और ए6000 प्लस और से काफी लम्बे समय तक काम किया, जबकि अगर लेनोवो के दोनों स्मार्टफोंस की बात करें तो उन्होंने केवल 7 घंटे का ही बैटरी बैक-अप दिया, जहां मोटो ई की बैटरी 11 घंटे तक चली.
गीकबेंच बैटरी टेस्ट
पिछले के जैसा ही सेम नतीज़ा हमें गीकबेंच बैटरी टेस्ट में भी मिला, जहाँ मोटो ई ने बाकी दो अन्य स्मार्टफोंस से 1 घंटे ज्यादा काम करके अपने आप को बेहतर साबित किया.
ओवरऑल बैटरी
मोटो ई की कम डिस्प्ले रेसोल्यूशन होने के कारण भी इसकी बैटरी ज्यादा लम्बे समय तक काम करती है. कुल मिलकर कहा जा सकता है कि इसकी बैटरी काफी प्रभावित करने वाली है.
अगर अपने पहले कभी ध्यान नहीं दिया तो यहाँ हम आपके लिए लायें हैं इन तीनों स्मार्टफोंस की पिक्चर गैलरी.
यहाँ आसानी से हमें दिख रहा है कि मोटो ई लेनोवो के दोनों ए6000 और ए6000 प्लस से काफी पतला और छोटा है.
इसके साथ ही मोटोरोला स्मार्टफोंस की ख़ास बात यह है कि वह एंड्राइड लोलीपॉप पर चलते हैं.
अगर इन तीनों स्मार्टफोंस के कैमरा की बात करें तो लेनोवो के ए6000 और ए6000 प्लस में 8 मेगापिक्सेल का कैमरा है जबकि मोटो ई में मात्र 5 मेगापिक्सेल का ही कैमरा है जो बाकी दो से काफी कम और छोटा मालूम पड़ता है.
लेनोवो के दोनों स्मार्टफोंस रैम और स्टोरेज के मामले में एक दूसरे से काफी अलग हैं, जहां लेनोवो ए6000 में 1GB/8GB ऑप्शन है वहीँ लेनोवो ए6000 प्लस 2GB रैम और 16GB ROM के साथ आ रहा है.
जबकि अगर साइज़ और वजन की बात करें तो मोटो ई होल्ड और इस्तेमाल करने में लेनोवो के अन्य दोनों स्मार्टफोंस से कहीं बेहतर है.
लेनोवो ए6000 प्लस को फ्लिप्कार्ट से खरीदें Rs. 7,499 में