हमारा स्मार्टफोन आज हम सबके लिए एक सबसे जरूरी चीज जैसा हो गया है, लेकिन क्या आप इससे जुड़े रिस्क आदि के बारे में जानते हैं? Mobile Security Threats दिन बदिन बढ़ते ही जा रहे हैं। Mobile Devices के माध्यम से आज लगभग 60% डिजिटल फ्रॉड होने लगे हैं। इन फ्रॉड्स में फिशिंग अटैक से लेकर पासवर्ड चोरी तक की वारदातें शामिल हैं।
अब जब हम सभी अब अपने फोन्स में ही अपने बैंक अकाउंट की जानकारी भी रखने लगे हैं। अपने में Mobile Phone की सुरक्षा और भी ज्यादा जरूरी हो जाती है। जैसे जैसे और जितना अपने रोजमर्रा के जीवन में हम सभी अपने फोन पर निर्भर हो रहे हैं, वैसे वैसे इसकी सुरक्षा में सेंध लगने के चांस भी बढ़ जाते हैं। इस बात की जानकारी Binary Defense के सीनियर डायरेक्टर Randy Pargman की ओर से दी गई है।
अब जब एक साइबर सुरक्षा कंपनी की ओर से ऐसे आँकड़े सामने आते हैं तो हमें और भी ज्यादा सतर्क हो जाने की जरूरत है। इसलिए ही हम सभी को अपने फोन पर कुछ चीजों को कभी भी स्टोर नहीं करना चाहिए, हम इनके बारे में आगे जानने वाले हैं कि आखिर ये कौन सी चीजें हैं जिन्हें स्मार्टफोन में नहीं रखना चाहिए।
Expert Comment: खतरा होने के बाद भी कुछ जरूरी सुरक्षा उपायों को अपनाकर स्मार्टफोन इस्तेमाल किया जा सकता है!
अच्छी बात यह है कि आपके फोन में सुरक्षा के खतरे के बाद भी आप इसे इस्तेमाल कर सकते हैं, हालांकि इसके लिए आपको कुछ सुरक्षा उपाय करने होंगे। आज हम आपको आपके Mobile Phone में Security Threats के बाद भी इसे इस्तेमाल करने के कुछ एक्सपर्ट टिप्स देने वाले हैं। आप इन्हें अपनाकर अपने आप सुरक्षित रह सकते हैं, साथ ही अपने फोन की सभी जानकारी को भी सुरक्षित रख सकते हैं।
आइए जानते है कि आखिर फोन को आखिर कौन कौन से Security Threats से सबसे ज्यादा खतरा है। अगर आप इन्हें पहचान लेते हैं तो आप अपने फोन को आसानी से बिना किसी समस्या के इस्तेमाल करने की आजादी मिलती है। आइए जानते हैं इन Security Threats के बारे में विस्तार से...!
आपको यह जानकारी और भी आश्चर्य होगा कि आखिर एप डेवेलपर की ओर से आपका इतना सारा डेटा सर्वर पर रखा जाता है। अब मान लीजिए कि यह सर्वर हैक हो जाता है, या इसमें कोई टेक्निकल एरर आ जाता है, तो आपके इस सारे के सारे डेटा को साइबर क्रिमिनल्स की ओर से चुराया जा सकता है। इसके अलावा इस डेटा का इस्तेमाल फ्रॉड के लिए किया जा सकता है।
Expert Comment: किसी भी एप को फोन में डाउनलोड करने से पहले उसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करें। इसके बाद एप पर्मिशन में जाकर सभी ऐप्स को दी गई पर्मिशन को हटा लेना चाहिए। असल में कोई भी एप जब तक फोन में काम नहीं करता है जब तक आप उसे सभी एक्सेस नहीं देते हैं। इस एक्सेस को आप एप के डाउनलोड होने के साथ ही हटा सकते हैं। सभी फोन्स में ऐसे ऑप्शन मौजूद है, जिनसे आप इन पर्मिशन को हटा सकते हैं।
मान लीजिए कि आप किसी ओपन वाईफ़ाई नेटवर्क पर अपने फोन को कनेक्ट कर लेते हैं तो किसी को उसी समय अपने बैंकिंग एप या अपने UPI App से पेमेंट करते हैं तो आप जिस पासवर्ड को यहाँ दर्ज करते हैं वह चोरी होने की पूरी पूरी संभावना है। अब अगर ऐसा होता है तो आप समझ सकते है कि आपके पासवर्ड की पहुँच अब हैकर्स के पास है।
Expert Comment: किसी भी हाल में आपको किसी भी ओपन वाई-फ़ाई से अपने फोन को कनेक्ट करने की जरूरत नहीं है। आप कितनी भी जल्दी में हों, आपको इन बातों का ध्यान रखना है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपको लाखों की चपत लग सकती है।
जैसे मैंने आपको आज ही मेरे साथ हुई यह घटना बताई है, ऐसे ही कई घटनाएँ हमारे भारत के बहुत से शहरों में बहुत से लोगों के साथ हो चुकी है। असल में पहले उन्हें कहा जाता है कि वह किसी लोटरी या अन्य में जीत चुके हैं। उन्हें एक गिफ्ट मिला है। सभी खुश हो जाते हैं, क्योंकि हम सभी को फ्री की रेवड़ी पसंद हैं। ऐसे में आपसे इस गिफ्ट के लिए कुछ फीस जमा करने को कहा जाता है। अब जब आप इस फीस को जमा कर देते हैं तो फोन आना और इसके बारे में जानकारी आना भी बंद हो जाता है। ऐसे में आपके पैसे गए हैं तो आप उसी नंबर पर कॉल करते हैं तो सामने वाला आपसे इसी पैकेट के लिए और पैसे देने के लिए कहता है। अगर आप इस जाल में पूरी तरह फंस गए हैं तो आप बार बार इन्हें पैसे दे सकते हैं। आपसे में आपको बेहद ही बड़ा आर्थिक नुकसान हो सकता है।
Expert Comment: जो मैंने किया आपको वहीं करना है। चाहे आपको किसी भी नंबर से कॉल आया है, आपको सबसे पहले इसके सोर्स की जांच करनी है। अगर कोई आपसे कहे कि वह बैंक से बोल रहा है तो आपको इसके कॉल को काटकर सीधे बैंक को कॉल करके ही पूछ लेना है। वहीं से आपको पता चल जाने वाला है कि यह साल रियल है या फेक! इसके अलावा आपको इस फोन को काटकर इस नंबर को हमेशा के लिए ब्लॉक कर देना है।
ऐसे ऐप्स आपके फोटो, बातचीत और अन्य गतिविधियों पर नजर रखते हैं। इस डेटा का इस्तेमाल वह आपको नुकसान पहुंचाने के लिए कर सकते हैं। इसी कारण आपको ऐसे किसी भी ऐप से बचना चाहिए।
Expert Comment: जैसे कि हमने आपको पहले बिन्दु में ही बताया था कि आपको किसी भी ऐप को अपने फोन में डाउनलोड और इंस्टॉल करने से पहले यह जांच कर लेनी चाहिए कि आखिर यह एप आधिकारिक है भी कि नहीं। इसके अलावा आपको किसी भी ऐप को आधिकारिक एप स्टोर जैसे Google Play Store या Apple App Store से ही डाउनलोड करना चाहिए।
ऐसे ऐप्स आपकी जानकारी के बिना ही आपके खाते से पैसे आराम आराम से ट्रांसफर करते रहते हैं, इसका आपको लंबे समय तक पता ही नहीं चलता है। इसी कारण आपको अभी अपने अकाउंट स्टेटमेंट की जांच करना जरूरी है।
Expert Comment: आपको एक बात की गाँठ बांध लेनी है कि आपको किसी भी ऐप की फ्री रेवड़ी के चक्कर में नहीं फंसना है। बेशक आपको किसी सेवा का एक्सेस कुछ महंगा लग रहा है लेकिन यह आपकी जीवन भर की कमाई से महंगा नहीं हो सकता है। इसी कारण किसी भी ऐप के फ्री सेवा के झांसे में न फंसे।
नेटवर्क स्पूफिंग में हैकर्स वाईफ़ाई के जैसे दिखने वाले एक्सेस पॉइंट-कनेक्शन्स का निर्माण कर देते हैं। हालांकि यह वाई-फ़ाई नेटवर्क न होकर ट्रैप होते हैं। इन ट्रैप्स को भीड़भाड़ वाली जगहों जैसे Coffee Shop, Libraries और Airports के अलावा बस स्टॉप और रेलवे स्टेशन आदि पर लगाया जाता है।
ऐसे नेटवर्क पॉइंट्स को हैकर्स एक कॉमन नाम देते हैं। जैसे Coffeehouse, Airport WiFi आदि। इन्हें ऐसे नाम इसलिए दिए जाते हैं ताकि आप इन्हें आधिकारिक समझ लें और कनेक्ट हो जाएँ। बहुत से लोग इस जाल में भी फंस जाते हैं। ऐसे में उनकी सारी कमाई जाने का खतरा बना रहता है।
Expert Comment: अगर आप किसी भी जगह पर हैं तो आपको वहाँ के लोगों से ही वाई-फ़ाई के बारे में जानकारी लेनी चाहिए। अगर आपको वह पसवॉर्ड के साथ आने वाले वाई-फ़ाई का एक्सेस ही इस्तेमाल करें। अगर आप किसी भी वाई फ़ाई का इस्तेमाल करते हैं तो आप बड़ी परेशानी में फंस सकते हैं।
Expert Comment: अब आपको आखिर में बता देते हैं और Pargman ने भी ऐसा माना है कि अगर आपके फोन में एक अच्छा एंटीवायरस होता है तो आपका फोन बड़े पैमाने पर सुरक्षित रह सकता है। इसीलिए आप सभी को अपने फोन में एक अच्छे AntiVirus को रखना जरूरी है। अगर किसी भी ऐप के साथ आपको कोई भी दिक्कत आने वाली होती है तो यह Antivirus आपको मदद करके आपको Security Threats से बचा सकता है।