यह साल आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के रोजमर्रा के इस्तेमाल में कई नए शानदार डेवलपमेंट्स लेकर आया है। यहाँ तक कि एक AI-जनरेटेड इमेज को ह्यूमन आर्टिस्ट के साथ प्रतिस्पर्धा के दौरान आर्ट प्राइज़ भी मिला। फ़ैक्ट यह है कि आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस हमारे आसपास ही है और क्या आप जानते हैं कि हम रोजमर्रा में भी AI का इस्तेमाल करते हैं? आज हम यहाँ इसी बारे में चर्चा करने वाले हैं। यहाँ हम अपको बताएंगे कि हम सभी अपने रोज़मर्रा के जीवन में AI का इस्तेमाल कैसे करते हैं। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में...
जिस तरह से रोजमर्रा के जीवन में होने वाले कामों को बेहतर बनाने के लिए AI का इस्तेमाल किया जाता है, उसे हम दो अलग-अलग बड़े हिस्सों में बाँट सकते हैं। आइए देखें कौन-सी हैं वो दो कैटेगारीज़...
हर दिन इस्तेमाल में आने वाले AI सॉफ्टवेयर के मुख्य उदाहरणों में वॉइस असिस्टेंट, मोबाइल फोंस में फेस अनलॉक के लिए इमेज रिकॉग्निशन और ML-आधारित फाइनेन्शियल फ्रॉड डिटेक्शन शामिल है।
AI के हार्डवेयर उदाहरणों में ड्रोन्स का इस्तेमाल, खुद चलने वाली गाड़ियां, असेम्बली-लाइन रोबोट्स और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) शामिल हैं। इसमें उन विशेष डिवाइसेज का डिजाइन शामिल होता है जो AI केपेबिलिटीज़ पर आधारित होते हैं। आइए अब जानते हैं कि प्रतिदिन हम AI का इस्तेमाल कैसे करते हैं।
बता दें कि आपके स्मार्टफोन का वॉइस असिस्टेंट और यहाँ तक कि आपके स्मार्ट होम डिवाइस भी AI से चलते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके लिए रिक्वेस्ट कैसे भेजी जाती है? आइए देखते हैं।
कभी-कभी रिक्वेस्ट सीधे फोन पर ही प्रोसेस की जा सकती है, जबकि कई बार प्रोसेसिंग के लिए रिक्वेस्ट क्लाउड सर्वर पर भेजी जाती है। नोट: 7वीं स्लाइड में आप जान सकते हैं कि eCommerce में AI किस तरह काम करता है।
आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के साथ स्मार्टथर्मोस्टैट्स अपने आप ही आपके घर के HVAC सिस्टम को एडजस्ट कर सकते हैं, जबकि कैमरे कंज़्यूमर्स को लोगों, कार्स और पैकेजेस की मौजूदगी को लेकर सचेत करते हैं जो कि अपने आप में एक अलग भूमिका है जो लोगों के लिए काफी उपयोगी और आवश्यक है।
ऑनलाइन शॉपिंग में AI हर जगह है। ऐसे में कुछ विशेष ऐप्लिकेशन्स में प्रॉडक्ट सजेशन्स शामिल होते हैं लेकिन साथ ही कुछ चैटबॉट्स भी होते हैं जो कास्टमाइज़्ड शॉपिंग एक्सपीरियंस समेत सेल्स और रिटर्न्स को संभालने में मदद करते हैं।
ऑनलाइन स्टोर्स खरीदारी के दौरान केवाल सलाह ही नहीं देते, बल्कि वे ट्रेंड्स को पहचानने के लिए अपने स्टोर और अपने प्रतिस्पर्धियों के बीच इसका पूरा डेटा रखते हैं कि क्या सेल किया जा रहा है। वे AI का इस्तेमाल डिजाइनिंग और मैनुफैक्चरिंग के लिए कर सकते हैं ताकि जब भी ग्राहक चाहें स्टोर में अगली बड़ी चीज तैयार रहे।
AI से लैस कॉन्टेन्ट रेकमेंडेशन इंजन्स को प्रॉडक्ट कैटेलॉग्स और कंज्यूमर डेटा का इस्तेमाल करके ट्रेन किया जाता है ताकि अधिक पर्सनलाइज्ड सलाह दी जा सके। नोट: नेविगेशन और ट्रैवल AI से कैसे जुड़ा है? 13वीं स्लाइड में देखें!
ब्रांड्स अधिक एंगेजमेंट के लिए ग्राहकों के डेटा पर आधारित AI से चलने वाले पर्सनलाइज़ेशन सॉल्यूशंस का इस्तेमाल करते हैं। जब ग्राहक ऑटोमैटेड ई-मेल्स और फ़ीडबैक फॉर्म्स से पर्सनलाइज्ड मार्केटिंग के जरिए प्रॉडक्ट्स पर रीडायरेक्ट हो जाते हैं तो वे संभावित तौर पर खरीदारी करते हैं।
इस तकनीक ने कई ड्रग डिस्कवरी प्लेटफॉर्म्स को स्थापित करने में मदद की है जिससे संस्थाएं वर्तमान दवाओं और बायोएक्टिव पदार्थों का दोबारा इस्तेमाल कर सकती हैं। नोट: फाइनेन्शियल फ्रॉड डिटेक्शन में AI के इस्तेमाल के बारे में आप 16वीं स्लाइड में जान सकते हैं।
आप अपने फोन के ऊपर देखते हैं और वह अनलॉक हो जाता है। ये फीचर्स आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस से चलते हैं जिसमें आपके चेहरे को सटीक तरीके से पहचानने के लिए कैमरा और सेंसर तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।
पुराने समय में कागज के मानचित्र (Paper Maps) हुआ करते थे। लेकिन अब AI द्वारा जनरेट की गई दिशाएं ट्रैवल टाइम या फ्यूल कंजम्पशन के लिए ऑप्टिमाइज़ की जा सकती हैं। नोट: सुरक्षा और निगरानी के मामले में बेहद जरूरी है AI का इस्तेमाल! स्लाइड 19 में पढ़ें।
AI सिस्टम्स वर्ड प्रोसेसर्स, टेक्स्टिंग ऐप्स और अन्य टेक्सचुअल मीडिया में गलत भाषा के इस्तेमाल को पहचानने के लिए मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग और नैचुरल लैंगुएज प्रोसेसिंग का इस्तेमाल करते हैं और साथ ही उन्हें ठीक करने के सुझाव देते हैं।
यूजर्स के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए स्ट्रीमिंग जायंट्स जैसे नेटफ्लिक्स, स्पॉटिफ़ाई आदि मशीन लर्निंग एल्गोरिथम में लगातार डेटा फ़ीड कर रहे हैं। इस तरह AI अपने यूजर्स को बिना बाधा वाली स्ट्रीमिंग उपलब्ध कराने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
पैटर्न एनालिसिज़ के लिए AI बहुत ही बढ़िया है और हममे से अधिकतर लोग क्रेडिट कार्ड्स का इस्तेमाल करते हैं। अगर आपके पास कभी भी बैंक से कॉल आया हो और आपसे यह सवाल किया गया हो कि क्या आपने कोई ट्रांजैक्शन किया है, तो यह संभावित तौर पर AI का नतीजा हो सकता है।
मोबाइल कीबोर्ड ऐप्स के लेटेस्ट वर्जन्स में यूजर-फ्रेंडली एक्सपीरियंस देने के लिए ऑटोकरेक्शन और लैंगुएज डिटेक्शन के प्रावधान शामिल होते हैं। AI की मदद से ये ऐप्स गलतियों को ठीक कर सकते हैं और भाषाओं के बीच स्विच भी कर सकते हैं।
Autonomous Vehicle AI की तकनीक में ग्लोबल कॉर्पोरेट इंट्रस्ट द्वारा बड़े पैमाने पर इनोवेशन देखा जा रहा है। AI पूरी तरह से ऑटोनोमस केपेबिलिटीज़ को शामिल करने के लिए cruise-control और blind-spot डिटेक्शन को लेकर इनोवेशन्स कर रहा है।
इंसानों द्वारा एक ही समय पर CCTV नेटवर्क के ढेर सारे मॉनिटर्स पर लगातार नजर रखना लगभग असंभव है। इसलिए एक समय पर हमें ऐसे निगरानी वाले कामों के लिए ऑटोमेट की जरूरत महसूस हुई और फिर मशीन लर्निंग की विधियों की मदद से इसे बढ़ाया गया।
AI और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) मिलकर स्मार्ट होम अप्लायन्सेज को बनाने के लिए अनेकों रास्ते खोल देते हैं जिन्हें चलाने के लिए इंसानों की दखल अंदाजी की कम से कम जरूरत होती है। जहां IoT डिवाइसेज को इंटरनेट से कनेक्ट करता है, वहीं AI इन डिवाइसेज को डेटा से सीखने में मदद करता है।