एंडरोइड हैकर्स, स्कैमर्स या एडवरटाइजर्स के ज़रिए सबसे अधिक टार्गेट किया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है। मालवेयर के अलावा, आपके स्मार्टफोन में बहुत से ऐप्स लगातार विज्ञापन दिखाते हैं जो आपके फोन को स्लो करने का एक मुख्य कारण होता है। यहीं आपको अपने मोबाइल यूसेज का ध्यान रखने की ज़रूरत होती है। आपके फोन में बहुत से ऐसे ऐप्स हो सकते हैं जो आपकी लोकेशन को ट्रैक करते हैं या कई स्पाई ऐप्स आपकी निजी जानकारी के ले खतरा भी हो सकते हैं। आज हम आपको ऐसी भी कुछ बड़ी गलतियों के बारे में बता रहे हैं जो आप अपने एंडरोइड स्मार्टफोन पर करते हैं।
अपने फोन के लिए नहीं इस्तेमाल कर रहे हैं स्ट्रॉंग पासवर्ड
फिंगरप्रिंट और फेस अनलॉक के जमाने में ज़रूरी है कि आप स्ट्रॉंग पासवर्ड का भी इस्तेमाल करें और 4 डिजिट पासकोड से ही हों को लॉक न रखें। फेसअनलॉक, फिंगरप्रिंट, पैटर्न आर कोड्स को क्रैक किया जा सकता है लेकिन युनीक कैरेक्टर से बने स्ट्रॉंग पासवर्ड से मोबाइल बेहतर तरीके से सुरक्षित रहता है।
एंडरोइड फोन पर एंटी वायरस का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं
बहुत से मालवेयर, एडवेयर, स्पाईवेयर और खतरनाक ऐप्स आपके फोन को अटैक कर सकते हैं, लेकिन इस सबके बावजूद भी एंडरोइड यूजर्स पेड एंटीवायरस या मालवेयर प्रोटेक्शन ऐप का उपयोग नहीं करते हैं। एंटीवायरस ऐप यूजर्स को कई मालवेयर अटैक के अलर्ट देती है।
अननॉन सोर्स से थर्ड पार्टी ऐप्स को इन्स्टालेशन की अनुमति देना
आपको सेटिंग्स मेन्यू में ऐप इन्स्टालेशन को टर्न ऑफ रखना चाहिए। इस तरह बिना आपको पता चले कई ऐप्स इन्स्टाल होने से बच जाते हैं।
लेटेस्ट एंडरोइड वर्जन पर अपने फोन को अपडेट न करना
अगर आपके फोन को एंडरोइड वर्जन के अपडेट आते हैं तो उसे इग्नोर न करें। अपडेट को इन्स्टाल होने में अधिक समय नहीं लगता है और ये आपके काम के भी होते हैं।
ऐप इन्स्टाल करने के लिए APK फाइल्स का उपयोग करना
अगर आपको यह नहीं पता है कि कैसे APK फाइल्स काम करती हैं तो गूगल प्ले स्टोर से ही ऐप्स डाउनलोड करें। ऐसे बहुत से ऐप्स होते हैं जो गूगल प्ले पर नहीं होते हैं और उनके APK फाइल डाउनलोड कर के इन्स्टाल करना होता है। हालांकि, ये बहुत से रिस्क के साथ आते हैं क्योंकि इन्हें गूगल ने अप्रूव नहीं किया होता है।
ऐप्स डाउनलोड करने से पहले नियम व निर्देश न पढ़ना
किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले इसके लिए ज़रूरी पर्मिशन को न पढ़ें। अगर कोई ऐप गैर-ज़रूरी पर्मिशन मांग रहा हा तो आपको इस पर सवाल करने की ज़रूरत है। उदाहरण के लिए, किसी वॉलपेपर ऐप को आपके कांटैक्ट या माइक का एक्सैस मांगने की ज़रूरत नहीं है। हालांकि, यह आपकी गैलरी का एक्सैस ज़रूर मांग सकता है।
चोरों से बचाए रखें अपना फोन
कभी-भी नया एंडरोइड स्मार्टफोन खरीदते समय गूगल की फ़ाइंड डिवाइस सर्विस को इनेबल कर लें। यह फोन चोरी होने या खोने पर फोन ढूंढने में आपकी मदद करेगा। अपने फोन पर हमेशा पासवर्ड लगा कर रखें जिससे अपक बिना मर्ज़ी के कोई मोबाइल डाटा या डिवाइस को स्विच ऑफ न कर पाए।
किसी अनजान एडाप्टर से फोन को चार्ज न करें
अपने फोन के चार्जर या एक अच्छी क्वालिटी के चार्जर से ही फोन को चार्ज करें। आजकल अधिकतर फोंस में 5,000mAh की बैटरी मिलती हैं और इतनी बड़ी बैटरी के फोंस को किसी भी रैनडम चार्जर से चार्ज करना सुरक्षित नहीं है।
पर्सनल डाटा का बैक अप नहीं रखते हैं
आपका फोन खो सकता है, चोरी या टूट भी सकता है। आप एक नया फोन तो खरीद लेंगे लेकिन पुराने डाटा को वापिस नहीं ला पाएंगे। इसलिए हमेशा अपने पर्सनल डाटा का बैक अप रखें जिससे ये डर खत्म हो जाए।
सेटिंग्स में डाउनलोड हुए ऐप्स की लिस्ट नहीं चेक करते हैं
एक आदत बना लें कि हमेशा सेटिंग्स में जाकर डाउनलोड हुए ऐप की लिस्ट चेक कर लें। ऐसे बहुत से मालवेयर या स्पाईवेयर होते हैं जो बिना आइकॉन बनाए भी आपके फोन में छुप जाते हैं। लिस्ट को लगातार चेक करते रहने से आपको इन अननॉन ऐप्स का पता रहेगा।
पुराने या न उपयोग होने वाले ऐप्स को डिलीट नहीं करते हैं
अगर आपने लंबे समय से किसी ऐप का उपयोग नहीं किया है तो उसे डिलीट करना बेहतर है। अगर आपके फोन में कुछ आउटडेटेड ऐप्स पड़े हैं तो उन्हें भी डिलीट कर दें। इस तरह के ऐप बिना वजह आपके फोन में जगह घेरते हैं और इन्हें अपडेट न किए जाने पर ये मालवेयर से इनफेक्टेड भी हो सकते हैं।
गूगल अकाउंट का पासवर्ड काफी समय से नहीं बदल रहे हैं
हर थोड़े समय में गूगल अकाउंट के पासवर्ड को बदलते रहें। पासवर्ड बदलने से आपकी प्राइवेसी को किसी तरह का खतरा नहीं रहेगा।
ऐप्स के कैशे क्लियर नहीं करते हैं
हर रोज़ इस्तेमाल होने वाले ऐप्स के कैशे क्लियर करने से आपके फोन को स्पीड मिलती है।
नए एंडरोइड फोन के साथ आए ब्लोटवेयर को अनइन्स्टाल नहीं कर रहे हैं
ब्लोटवेयर आपके फोन में अधिक स्पेस लेते हैं और स्टेबलिटी इशू का कारण भी हो सकता है। इन्हें जैसे ही डिलीट कर सकते हैं फौरन डिलीट कर दें।
फोन को स्विच ऑफ नहीं करते हैं
अगर आप अपने फोन को रिस्टार्ट नहीं कर रहे हैं तो OTP आने या मैसेज आने में भी देरी हो जाती है। हर रोज़ फोन को एक बार ज़रूर रिस्टार्ट करें।