एक एंड्राइड डिवाइस की परफॉरमेंस पर समय के साथ-साथ बहुत सारे कारण से असर पड़ता है. जो परफॉरमेंस यह डिवाइस अपने शुरूआती दिनों में दे रहा होता है वह कुछ समय के बाद कुछ कम होने लगती है. हम यहाँ आपके लिए इस समस्या से बचने के कुछ आसान उपाए लायें हैं जिनके माध्यम से आप अपने एंड्राइड डिवाइस की परफॉरमेंस को उसी तरह बनाए रख सकते हैं. इन उपायों को अपनाने के बाद हम आशा करते हैं कि आपका स्मार्टफ़ोन बढ़िया परफॉरमेंस देगा और आपकी महत्त्वकांक्षा के अनुरूप कार्य करेगा. आगे कि स्लाइड्स में इन उपायों को आप देख सकते हैं.
1. अपनी होम स्क्रीन को क्लीन रखें
एंड्राइड का सबसे अहम् फीचर है पर्सनलाइजेशन, हालांकि अपनी होम स्क्रीन पर बहुत सारे विजेट्स, ऐप शोर्टकट और हैवी वॉलपेपर रखने से भी आपके फ़ोन की रैम की ज्यादा खपत होती है. तो आपको करना यह है कि अपनी होम स्क्रीन को अव्यवस्था और भीडभाड से बचाना है, अपनी होम स्क्रीन पर केवल उन ऐप्स और विजेट्स को रखें जिनकी आपको सबसे अधिक जरुरत है. अगर आप चाहते हैं कि आपका स्मार्टफ़ोन स्मूदली चले तो आपको एक अचल वॉलपेपर को सेट करने की जरुरत है. ऐसा करने से आपका स्मार्टफ़ोन बढ़िया परफॉरमेंस देने लगेगा.
2. टास्क मैनेजर से ऐप्स को बंद कर दें
एंड्राइड जो मल्टीटास्किंग फैसिलिटी हमें प्रदान करता है उसका मतलब है अगर हम किसी ऐप से बाहर भी आ जाते हैं, तो भी वह बैकग्राउंड में चलता रहता है. इस ऐप को पूरी तरह बंद करने के लिए टास्क मैनेजर में जाएँ और वहां से उसे पूरी तरह बंद कर दें. ऐसा करने से आपकी रैम तो क्लीन हो ही जायेगी साथ ही आपका स्मार्टफ़ोन बढ़िया परफॉरमेंस भी देगा.
3. इस्तेमाल में न आने वाले ऐप्स को डिसएबल या अनइनस्टॉल कर दें
जिन ऐप्स की जरुरत आपको निरंतर नही पड़ती उन्हें अपने स्मार्टफ़ोन से अनइनस्टॉल कर दें. और आप इन्हें डिसएबल भी कर सकते है. ऐसा करने से यह पूरी तरह से आपके फ़ोन से हट जायेंगे और फिर कभी भी बैकग्राउंड पर आपको परेशानी नहीं देंगे. इस तरीके का इस्तेमाल करके भी आप अपने स्मार्टफ़ोन की परफॉरमेंस को बनाए रख सकते हैं.
4. बूट मैनेजर का इस्तेमाल करें
बिलकुल उसी तरह है होता है जैसे आपके पीसी पर होता था. जब आप अपने एंड्राइड डिवाइस को बूट करते है तो बहुत से अनचाहे ऐप्स भी खुद बखुद आपकी रैम में लोड हो जाते हैं. आप इन अनचाहे ऐप्स को अपने डिवाइस को बूट करते समय कुछ बूट मैनेजर का प्रयोग करके डिसएबल कर सकते हैं. जैसे बूट मैनेजर स्टार्टअप मैनेजर.
5. एक थर्ड पार्टी लॉन्चर्स का प्रयोग करें
कभी कभी ओईएम की स्किन बड़ी हैवी होती है और उसके साथ एनीमेशन पूरे इंटरफ़ेस और यूज़र एक्सपीरियंस में बाधा डाल देती है. इस समस्या से बचने या इसे रोकने के लिए आप थर्ड पार्टी ऐप्स जैसे नोवा लॉन्चर, ADW लॉन्चर का इस्तेमाल करें. इनका इस्तेमाल करने से आप एनीमेशन की स्पीड में बदलाव कर सकते हैं और इसके साथ ही अपने डिवाइस के इंटरफ़ेस को रुचिकर भी बना सकते हैं.
6. अपने डिवाइस को क्लीन करें
स्मार्टफोंस में निरंतर इस्तेमाल के बाद अधिकांश एंड्राइड ऐप्स कैशे स्टोरेज में छुट जाते हैं(अस्थायी अवशिष्ट डाटा) जब तक कि ऑपरेटिंग सिस्टम इसे क्लीन न कर दे, यह वहीँ बना रहता है. पर यह बार बार कुशलता से नहीं किया जाता. अगर ऐसा नहीं होता तो आप इसे अपने आप से भी इन ऐप्स का इस्तेमाल करके कर सकते हैं जैसे क्लीन मास्टर और सीक्लीनर.
7. ऑटो-सिंक को बंद कर दें
अगर आप अपने ऑटो-सिंक को ऑफ रखते हैं तो आप अपने पिछले सेलुलर/वाई-फाई डाटा को बचा सकते हैं. हाँ इसके लिए आपको नोटिफिकेशन रियल-टाइम में नहीं मिलेगा, पर आपको अपने ऐप्स को अपने आप ही सिंक करना होगा. ऐसा करने से आपकी बैटरी क्षमता में भी इजाफ़ा होगा, क्योंकि आपका स्मार्टफ़ोन ऑटोमेटिकली इंटरनेट से कनेक्ट नहीं होगा. सीक्लीनर.
8. अपने स्मार्टफ़ोन के सॉफ्टवेयर और ऐप्स को अप टू डेट रखें
महत्त्वपूर्ण अपडेट्स के अलावा वेंडर्स अपने स्मार्टफोंस के लिए कुछ छोटे अपडेट्स को रिलीज़ करते रहते हैं, जिनमें बग फ़िक्सेस और सुरक्षा अपडेट्स से जुड़े अपडेट्स होते हैं. यह एक अच्छी आदत कही जा सकती है अगर आप अपने स्मार्टफ़ोन के फर्मवेयर और ऐप्स को अपडेट करते रहते हैं. अपने स्मार्टफ़ोन में एक लेटेस्ट सॉफ्टवेयर अपडेट के होने से आप एक जबरदस्त परफॉरमेंस पा सकते हैं.