आज जो भी तकनिकी मोबाइल फोंस में इस्तेमाल की जा रही हैं वह उस समय की उपज है जिस समय इसकी उतनी जरुरत नहीं थी लेकिन आज इन तकनीकी बदलावों ने मोबाइल की दुनिया में सब कुछ बदल कर रख दिया है.
PDAs
इस तकनीकी को एप्पल द्वारा 1993 में पेश किया गया था.
QWERTY keypads
दुनिया का पहला QWERTY फ़ोन Nokia का 9000 था जो 1996 में आया था.
Internet connectivity (cellular data and Wi-Fi)
इसके आने से तो जैसे मोबाइल फ़ोन की दुनिया बदल ही गई थी.
Instant messaging
इसे भी एक बड़ी क्रांति के रूप में देखा जा सकता है.
Pagers
इस तकनीकी ने भी दुनिया में काफी समय तक अपना कब्ज़ा करके रखा था.
Touch screens
इस तकनीकी ने तो मोबाइल फोंस को हमेशा के लिए बदल कर ही रख दिया था, और इसने अपना कब्ज़ा सभी स्मार्टफोंस और दुनिया पर बना लिया है.
Smartphones
सभी जानते हैं कि आज दुनिया में स्मार्टफोंस का बोलबाला है.
Apps
इसे भी सभी जानते हैं कि आज ऐप्स हमारे लिए कितना जरुरी हो गए हैं और आपको बता दें कि ऐप्स आज हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन गए हैं तो ऐप्स को लाने की क्रांति भी एक बड़ी क्रांति कही जा सकती है.
Li-On batteries
बैटरी ने भी हमारी काफी मदद की है अगर यह नहीं होती तो बिना बिजली के अपने पास होने के भी हम अपना फ़ोन इस्तेमाल नहीं कर पाते.
Cameras
इस तकनीक ने फोंस को एक नया ही आयाम प्रदान किया है.
Microchip processors
इनकी मदद से ही आज फोंस सुपर फोंस बन गए हैं.
NFC
यह भी एक महत्त्वपूर्ण क्रांति थी.
GPS, Accelerometer, Barometer, etc.
यह भी एक बड़ी क्रांति थी उस समय की जो आज हमें बड़े काम आ रही है.
Storage
अगर ये तकनीकी नहीं होती तो हमें फोंस को इस्तेमाल करने में काफी परेशानी होने वाली थी.