तुलना: मोटो ई, श्याओमी रेड मी2, लेनोवो ए6000 के बीच

द्वारा Prasid Banerjee | अपडेटेड Apr 15 2015
तुलना: मोटो ई, श्याओमी रेड मी2, लेनोवो ए6000 के बीच

आजकल बजट सेगमेंट को आधिकारिक तौर पर रिफ्रेश कर दिया गया है. स्टालवारट्स, मोटोरोला और श्याओमी ने अपने नई जेनेरेशन के फोंस को दुनिया के सामने रख दिया है, परन्तु इन सब से आगे निकलकर मार्किट में धूम मचा रहा है. श्याओमी रेड मी2, मोटो ई (2nd Gen) और लेनोवो ने अपने फोंस को केवल Rs. 6,999 बाज़ार में उतार कर उपभोक्ताओं को अपनी ओर आकर्षित किया है. अगर आप इन फोंस में सही का चुनाव करने समस्या का सामना कर रहे हैं तो आगे कुछ और न कहकर हम आपके सामने इन तीनों फोंस की आपस में ही तुलना करके आपकी मुश्किलों को आसान कर रहे हैं.

जब तक हम इन तीनों फोंस की तुलना आपके सामने नहीं रख देते, तब तक हम अपनी राय आप पर नहीं थोप रहे हैं. आप यहाँ लेनोवो ए6000 का रिव्यु पढ़ सकते हैं.

तुलना: मोटो ई, श्याओमी रेड मी2, लेनोवो ए6000 के बीच

बनावट

यूँ तो तीनों हो फोंस देखने में काफी सुंदर लगते हैं, पर मोटो ई की बनावट को देखकर हम कह सकते हैं कि इसकी बनावट आकर्षक है. फ़ोन के चारों ओर रबड़ की ग्रिप इसे और आकर्षक बना देती हैं. इसी के साथ ही रेडमी 2 और लेनोवो ए6000 भी काफी अच्छी बनावट वाले हैं पर हम रेड मी2 को उसके क्रोम बटन्स के कारण ज्यादा आकर्षक बनावट वाला कहेंगे.

तुलना: मोटो ई, श्याओमी रेड मी2, लेनोवो ए6000 के बीच

डिजाइन और यूजेबिलिटी

रेड मी2 और ए6000 दोनों के ही डिज़ाइन्स अच्छे और आकर्षक हैं, पर अगर इनकी तुलना मोटो ई से की जाए तो यह इनसे थोडा आगे निकल जाता है. देखने के तौर पर रेड मी2 और ए6000 दोनों ही सुंदर दिखते हैं. पर अपनी करव्ड बैक के कारण यह ज्यादा आकर्षक है.

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स्टोरेज और रैम

तीनों ही फोंस में 8GB तक का इंटरनल स्टोरेज और 1GB रैम है. अगर आप इसकी स्टोरेज क्षमता में इजाफा करना चाहते हैं तो तीनों ही फोंस में आप माइक्रोएसडी कार्ड के माध्यम से 32GB तक का इजाफा कर सकते हैं.

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सिम और कनेक्टिविटी

मोटो ई के लिए सबसे बड़ा और पहला झटका उसकी कनेक्टिविटी को लेकर दिखता है. भारत में इस फ़ोन में अभी तक 4G की सुविधा नहीं है. इसके अलावा बाकी दोनों ही फोंस में 4G कनेक्टिविटी की सुविधा उपलब्ध है, जबकि मोटो ई एक 3G फ़ोन है.

इसके अतिरिक्त, तीनों ही स्मार्टफोंस में ड्यूल सिम सुविधा है. पर रेड मी के एक ख़ास बात यह है कि वह अपनी ड्यूल सिम में 4G को चलने की आज़ादी दे रहा है. दूसरी तरफ ए6000 भी अपनी दोनों ही सिम्स में 2G/4G चलाने की आज़ादी दे रहा है जबकि मोटो ई में केवल 3G ही सिम्स में चल सकता है.

तुलना: मोटो ई, श्याओमी रेड मी2, लेनोवो ए6000 के बीच

ओएस और यूज़रइंटरफ़ेस

हम लोग स्टॉक एंड्राइड को पसंद करने वाले हैं तो हम मोटो ई के पक्ष में रहेंगे. कहा जा सकता है कि रेड मी जो अद्भुत MiUI 6 प्रदान कर रहा है उसे किसी भी रूप में दरकिनार नहीं किया जा सकता है. लेनोवो का वाइब UI इस लिस्ट में तीसरे नंबर आता है. यू आई एक्स्पीरिएंस के मामले में बाकी दो कुछ ज्यादा प्रभावित नहीं करते.

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कैमरा (फ्लोरोसेंट लाइट)

लेफ्ट टू राईट: मोटो ई, श्याओमी रेड मी2, लेनोवो ए6000

पहले की तरह ही कैमरा के मामले में भी मोटो ई काफी पीछे छूट जाता है. यह फ़ोन रेड मी2 की भाँती अच्छी रेजोल्यूशन और क्वालिटी वाली तस्वीर नहीं दे पा रहा है. रेड मी 2 तो ए 6000 से भी अच्छी तसवीरें दे रहा है. रेड मी 2 और लेनोवो ए 6000 में से अगर चुनने के लिए बताया जाए तो हम रेड मी 2 की बात करेंगे.

यहाँ तो तसवीरें दिखाई गई है, वह सांकेतिक हैं पर आप इन्हें देखकर ओरिजिनल तसवीर का अंदाजा लगा सकते हैं.

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कैमरा (कम रौशनी में)

लेफ्ट टू राईट: मोटो ई, श्याओमी रेड मी2, लेनोवो ए6000

कम रौशनी में भी यहाँ हमने देखा कि रेड मी एक बेहतरीन शूटर है. जहां ए6000 में रंगों को लेकर समस्या आई, वहीँ मोटो ई तो धुंधली तसवीरें ले रहा था.

यहाँ तो तसवीरें दिखाई गई है, वह सांकेतिक हैं पर आप इन्हें देखकर ओरिजिनल तसवीर का अंदाजा लगा सकते हैं.

तुलना: मोटो ई, श्याओमी रेड मी2, लेनोवो ए6000 के बीच

एनटूटू बेंचमार्क

बेंचमार्क पर दर्ज स्कोर से आपको फ़ोन की परफॉरमेंस के बारे में पता चलता है. एनटूटू बेंचमार्क दिखा रहा है कि जैसा हम चाहते हैं मोटो ई बिलकुल वैसा काम नहीं कर रहा है, जबकि बाकी दो फोंस इसके काफी करीब हैं. ऐसा भी कहा जा सकता है कि अगर यूआई एक इंडिकेटर है तो उसे देखते हुए रेड मी 2 एक आकर्षक फ़ोन है.

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3D मार्क आइस स्टॉर्म एक्सट्रीम

ग्राफ़िक परफॉरमेंस को देखते हुए कहा जा सकता है कि तीनों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है. GPU को अगर देखें तो पता चलता है कि तीनों फ़ोन्स में स्नेपड्रैगन प्रोसेसर के होते हुए भी ज्यादा कुछ नहीं बदला है. इस बार भी मोटो ई बाकी दोनों फोंस से पीछे रह गया है.

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क्वाड्रैन्ट स्टैण्डर्ड

पीछे दिखाए गए बेंचमार्क्स में जो हमने देखा था, वैसा ही कुछ इसमें भी हमें देखने को मिल रहा है.

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बैटरी

यहाँ अगर हम देखें तो मोटो ई की बैटरी सबसे बड़ी है. मोटो ई की 2390 mAh की बैटरी आसानी से बाकी दोनों फोंस रेड मी2 2200 mAh और ए6000 की 2300 mAh की बैटरी क्षमता को पीछे छोड़ देती हैं.  बैटरी टेस्ट ने भी हमारा काफी समय लिया है इसीलिए ही इसे हमने अपनी इस तुलना में शामिल किया है. और साथ हम यह पहले से ही जानते हैं कि लेनोवो ए 6000 की बैटरी क्षमता अच्छी नहीं है.

 

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