टेलीकॉम इंडस्ट्री में आए रिलायंस जियो को अभी दो साल ही हुए हैं लेकिन कंपनी ने इन दो सालों में ही इंडस्ट्री में अपनी चाप छोड़ दी। अलग-अलग डोमेन्स में कंपनी ने कई मुकाम हासिल किए हैं। इन्ही में से एक है मार्किट शेयर जहाँ कंपनी ने भी अपनी पहचान बना ली है। दिल्ली आधारित रेटिंग एजेंसी 'India Ratings and Research (Ind-Ra)' की रिपोर्ट्स के मुताबिक Reliance Jio के कुल 20.5% शेयर इस समय मार्किट में हैं। यह आंकड़े अगस्त 2018 तक के बताए जा रहे हैं।
आगे रिपोर्ट्स की बात करें तो टेलीकॉम ऑपरेटर ने अपने मंथली सब्सक्राइबर्स में भी 5% की ग्रोथ दर्ज कराई कराई है। लगभग 9.8 वायरलेस सब्सक्राइबर्स रिलायंस जियो के साथ जुड़े हैं। खबरों की मानें तो ऐसा कहा जा रहा है हीं जानकारों का कहना है कि रिलायंस जियो का करंट मार्किट स्टेटस उसके कॉम्पिटिटिव प्राइसिंग यानी प्रीपेड रिचार्ज की कॉम्पिटिटिव कीमतों की वजह से है। बाकी टेलीकॉम कंपनियों को टक्कर देने के उद्देश्य से जियो ने अपने रिचार्ज प्लान्स और टैरिफ दरों में काफी बदलाव किये। नए प्लान्स को ऑफर्स के साथ पेश किये। यह भी मंथली सब्सक्राइबर्स की ग्रोथ की एक बड़ी वजह मानी जा रही है।
कंपनी ने 4G को मार्किट में सभी तक पहुंचाने के लिए शुरूआत में इसे काम कीमत पर उतारा था। अभी भी रिलायंस जियो बाकी सभी टेलीकॉम ऑपरेटरों के मुकाबले लम्बी वैलिडिटी के साथ सस्ते प्लान्स लेकर आ रहा है। 100 रूपए की कीमत से जियो ने अनलिमिटेड वॉइस कॉलिंग की सुविधा उपलब्ध कराई। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक एक साल के अंदर ही यानी अगस्त 2017 से August 2018 के बीच रिलायंस जियो ने सबसे ज़्यादा, लगभग 88 मिलियन Visitor Location Register (VLR) सब्सक्राइबर्स एडिशन का रिकॉर्ड हासिल किया है।
वहीं Bharti Airtel ने एक साल में 67 मिलियन सब्सक्राइबर ही बटोरे। इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च एजेंसी का कहना है, ''पिछले 12 महीनों में 12.2 मिलियन सब्सक्राइबर्स का मंथली एडिशन जियो की अबतक की सबसे बड़ी उपलब्धता है।''