रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) ने बुधवार को कहा कि कंपनी अब दूरसंचार क्षेत्र की तीव्र प्रतिस्पर्धा और टैरिफ के दवाब से अप्रभावित है, क्योंकि इस साल जनवरी में ही बिजनेस-टू-कंज्यूमर (बी2सी) खंड से निकल चुकी है।
रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) ने बुधवार को कहा कि कंपनी अब दूरसंचार क्षेत्र की तीव्र प्रतिस्पर्धा और टैरिफ के दवाब से अप्रभावित है, क्योंकि इस साल जनवरी में ही बिजनेस-टू-कंज्यूमर (बी2सी) खंड से निकल चुकी है।
शेयर बाजारों में नियामकीय फाइलिंग में आरकॉम ने कहा कि यह भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) की नवीनतम रिपोर्ट से भी जाहिर होता है, जिसमें कहा गया है कि वायरलेस खंड में गिरावट जारी है और साल-दर-साल आधार पर राजस्व में 21 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है। सालाना आधार पर सकल राजस्व बाजार का आकार घटकर 26,000 करोड़ रुपये हो गया है।
कंपनी ने कहा, "पुरानी कंपनियों एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया के साथ नई कंपनी रिलायंस जियो के बीच टैरिफ की लड़ाई निरंतर जारी है, इससे आगे इस क्षेत्र की कमाई और प्रभावित होगी। हालांकि जनवरी में वायरलेस बी2सी कारोबार से बाहर निकल जाने के कारण आरकॉम पर इस क्षेत्र में चल रही तीव्र प्रतिस्पर्धा का असर नहीं होगा।"
कंपनी ने दूरसंचार कारोबार से बाहर निकलने के बाद खुद को एक बिजनेस-टू-बिजनेस (बी2बी) कंपनी में बदल लिया है और कंपनी का जोर उद्यमों को दूरसंचार सेवाएं प्रदान करने तथा देश में डेटा केंद्रों की संख्या बढ़ाने पर है। कंपनी के 35,000 से अधिक व्यवसाय ग्राहक हैं।