अंबानी ने पिछले महीने संपत्तियों की बिक्री कर कंपनी के कर्ज को 25,000 करोड़ रुपये से घटाकर 6,000 करोड़ रुपये करने में सफलता पाई थी।
'नया' रिलायंस कम्यूनिकेशंस (आरकॉम) देश के सबसे बड़े बी2बी (बिजनेस-टू-बिजनेस) कंपनी के रूप में उभरेगी, जो 'वैश्विक और उद्यम व्यवसाय पर केंद्रित' होगी। रिलायंस समूह के अध्यक्ष अनिल अंबानी ने यह बातें कही।
अंबानी ने द इकॉनमिक टाइम्स से एक विस्तृत साक्षात्कार में यह बातें कही, जो उनका एक दशक में पहला साक्षात्कार है। उन्होंने कहा, "कंपनी के पास आनेवाले कुछ महीनों में एक मजबूत साझीदार भी होगा।"
अंबानी ने कहा, "नया आरकॉम ज्यादा मजबूत होगा और देश का सबसे बड़ा बी2बी कारोबार होगा। आईडीसी (अंतर्राष्ट्रीय डेटा सेंटर) शुरू होने को है। इसमें विशाल अवसर है. इसमें भारत के लिए 400 अरब डॉलर के अवसर हैं और हमारे लिए भी अवसर है।"
अंबानी ने पिछले महीने आरकॉम के कर्ज का पूर्ण समाधान हासिल किया था और संपत्तियों की बिक्री कर कंपनी के कर्ज को 25,000 करोड़ रुपये से घटाकर 6,000 करोड़ रुपये करने में सफलता पाई थी।
अंबानी ने कहा, "मैंने डीओटी (दूरसंचार विभाग) से कहा था कि मैं दूरसंचार क्षेत्र से नहीं निकल रहा हूं। मैं केवल मोबाइल कारोबार बंद कर रहा हूं। हम क्लाउड, आईओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स), डेटा सेंटर्स, सबमरीन केबल्स कारोबार में हैं।" आरकॉम ने रिलायंस जियो के साथ अपने वायरलेस संपत्तियों को बेचने का सौदा किया है, जिसमें टॉवर्स, ऑप्टिक फाइबर केबल नेटवर्क, स्पेक्ट्रम और मीडिया कंर्वजेंस नोड्स शामिल है।