संचार सेवा प्रदाता डब्ल्यूपीपी और मार्केट रिसर्च फर्म कांटार मिलवर्ड ब्राउन की एक रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस जियो जिस दर पर वर्तमान में बढ़ रहा है
कंपनी तीन साल के भीतर वैश्विक स्तर पर 100 सबसे मूल्यवान ब्रांडों में से एक होगी
संचार सेवा प्रदाता डब्ल्यूपीपी और मार्केट रिसर्च फर्म कांटार मिलवर्ड ब्राउन की एक रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस जियो जिस दर पर वर्तमान में बढ़ रहा है, कंपनी तीन साल के भीतर वैश्विक स्तर पर 100 सबसे मूल्यवान ब्रांडों में से एक होगी।
हालाँकि 2016 में लॉन्च की गई रिलायंस जियो में एयरटेल के मुकाबले कुछ सबसे बड़े अंतर मौजूद थे। एयरटेल की अगर बात करें तो यह 1995 में बाजार में आया था। इस बात की जानकारी एक रिपोर्ट में सामने आई है, जो "BrandZ Top 100 Most Valuable Global Brand for 2019" टाइटल से प्रसिद्द है।
मेरे लिए 'सच्चा व्यवधान' वह है जहां एक नया ब्रांड या प्रस्ताव एक बाजार में प्रवेश करता है और एक विशेष श्रेणी को इस तरह से प्रभावित या फिर से परिभाषित करता है जो सभी उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाता है, चाहे वे उस विशेष ब्रांड के ग्राहक हों या नहीं। भारतीय टेलीकॉम प्रदाता Reliance Jio, इसी का एक अच्छा उदाहरण है। यह इस रिसर्च के डायरेक्टर की ओर से सामने आया है।
रिलायंस जियो ऐसी ही एक कंपनी है, जिसके अपने डाटा और कॉलिंग सुविधाओं को काफी कम कीमत में लोगों तक पहुँचाया है। हालाँकि इस समय इस कंपनी का सब्सक्राइबर बेस 340 मिलियन है। इसके अलावा इस ब्रांड की वैल्यू लगभग 4.1 बिलियन डॉलर है।
हमने देखा है कि जियो की ओर से अपने लॉन्च के बाद यूजर्स को लगभग 6 महीने तक सभी कुछ फ्री में उपलब्ध कराया है। इसी कारण यह बाजार में अपना नया ही अस्तित्त्व बनाने में सफल हुआ है। इसने यूजर्स को करीब से पहचाना है कि आखिर उन्हें क्या चाहिए।