भारतीय संचार निगम लिमिटेड (BSNL) में अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक भरी-भरकम स्टाफ मौजूद हैं। नेटवर्क कंपनी काफी समय से आर्थिक बधाली के दौर से गुज़र रही है। इसके बावजूद, ग्राहकों की संख्या बढ़ने का नाम नहीं ले रही है। इसके पीछे की वजह की बात करें तो BSNL (बीएसएनएल) के कमजोर नेटवर्क की वजह से ग्राहक कंपनी से दूरी बना रहे हैं। यह भी पढ़ें: Aadhaar से जुड़ी इस सेवा को पाने के लिए देने होंगे केवल 3 रूपये, जानें क्यों लिया UIDAI ने ये फैसला
जीएम प्रेम सिंह से लेकर शीर्ष अधिकारियों की टीम और कर्मचारियों की फौज ग्राहकों की संख्या और विभाग की आमदनी बढ़ाने में विफल साबित हो रही है। आंकड़ों के मुताबिक, सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी BSNL (बीएसएनएल) के राजस्व में पिछले दो वर्षों में तेज़ी से गिरावट आई है। यह भी पढ़ें: ये हैं जियो के अभी तक के सबसे सस्ते रिचार्ज प्लान, कीमत जानकर पड़ जायेंगे हैरानी में
पिछले पांच वर्षों के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया तो सामने आया कि दो वर्ष पहले यानि वित्त वर्ष 2016-17 की आखिर तक GSM नेटवर्क से बीएसएनएल (BSNL) राजस्व की अपेक्षा वित्त वर्ष 2017-18 से दूरसंचार कंपनी की कमाई में गिरावट आने का सिलसिला शुरू हो गया और उसका वार्षिक राजस्व चार अंकों में सिमट कर रह गया। इसकी सबसे प्रमुख वजह प्राइवेट नेटवर्क कंपनियों की हाई इंटरनेट स्पीड (high internet speed) के साथ लेटेस्ट रिचार्ज ऑफ़र (latest recharge offer) उपभोक्ताओं को अपनी और लुभा रहे हैं। वहीं बीएसएनएल में 4जी नेटवर्क (4G network) न होना और नेटवर्क कनेक्टिविटी में आ रही दिक्कत के चलते ग्राहकों का रुझान बीएसएनएल की तरफ नहीं हो पाया।
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