मोबाइल यूजर्स को अब अपने लिए एक BSNL SIM कार्ड खरीदने के लिए ज्यादा समय तक स्टोर या एक्सचेंज पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सरकार के स्वामित्व वाली यह टेलिकॉम कंपनी अब विशेष मशीनों से SIM कार्ड को प्राप्त करने का विकल्प पेश करने जा रही है, जो ATMs से मिलती-जुलती होंगी। इन वेंडिंग मशीनों को हाल ही में दिल्ली में इंडिया मोबाइल कॉंग्रेस (IMC 2024) के दौरान प्रदर्शित किया गया था, जिनके माध्यम से यूजर्स कभी भी BSNL Self Care ऐप का इस्तेमाल करके SIM कार्ड्स प्राप्त कर सकते हैं।
ये वेंडिंग मशीनें रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट्स जैसे व्यस्त स्थानों पर उपलब्ध होंगी, जिससे यूजर्स के लिए उनकी पहुँच और भी आसान हो जाएगी। बीएसएनएल का लक्ष्य इस नई सेवा के साथ तेजी से अपने ग्राहक आधार का विस्तार करना है।
इसके अतिरिक्त, कंपनी देशभर में 4G सेवाएं लॉन्च करने की भी तैयारी कर रही है और इसने पहले ही 5G प्रोद्योगिकी की जांच भी शुरू कर दी है। संचार मंत्री ने घोषणा की है कि बीएसएनएल की 5G सेवा का रोलआउट अगले साल जून से शुरू होने की उम्मीद है।
ये सिम वेंडिंग मशीनें विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी साबित होंगी जो अक्सर टेलिकॉम दफ्तर या एक्सचेंज पर जाना पसंद नहीं करते। ग्राहकों के पास बीएसएनएल सेल्फ केयर ऐप और वेंडिंग मशीनों का इस्तेमाल करके एक नया सिम कार्ड खरीदने की क्षमता होगी। इसके अलावा कंपनी एशिया के सबसे बड़े टेक इवेंट में नई-नई प्रोद्योगिकियों को प्रदर्शित कर रहा है, जिनमें इंटेलिजेंट विलेज और वर्चुअल रियलिटी जैसी अवधारणाएं शामिल हैं। साथ ही इसमें आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) के माध्यम से अनचाहे स्पैम कॉल्स जैसी समस्याओं से निपटने पर भी काम किया जा रहा है।
BSNL ने IMC 2024 में एक नई प्रणाली को प्रदर्शित किया जो स्पैम कॉल्स को पहचानने और कम करने में AI का इस्तेमाल करती है। उन्होंने सैटलाइट्स के जरिए अपनी कॉलिंग और इंटरनेट सेवाओं को भी प्रदर्शित किया। बीएसएनएल ने सैटलाइट कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय कंपनी, Viasat, के साथ साझेदारी की है, जो डिफेंस फोर्स के लिए खासतौर से महत्वपूर्ण हो सकता है।
इसी बीच, हाल ही में बीएसएनएल अधिकारियों ने सांसदों को यह आश्वासन दिया कि अगले 6 महीनों में इनकी बेहतर इंटरनेट सेवाओं का रोलआउट पूरा हो जाएगा। उन्होंने 4G सेवाओं के लगभग 100000 मोबाइल टावरों को अपग्रेड करने की अपनी योजनाओं के बारे में बताया, जिनमें से अब तक 24000 का आंकड़ा पूरा हो गया है।