BSNL (भारत संचार निगम लिमिटेड) के चेयरमैन ने हाल ही में घोषणा की थी कि कंपनी आने वाले समय में अपने रिचार्ज विकल्पों को किफायती रखने की योजना बना रही है। पिछले 2 महीनों में बीएसएनएल ने 5.5 मिलियन से ज्यादा नए यूजर्स जोड़े हैं। इत्तेफाक से यह प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियों जैसे जियो, एयरटेल और Vi द्वारा ऑफर किए जाने वाले प्लांस की कीमतें बढ़ने के बाद हुआ है।
एक सरकारी टेलिकॉम प्रोवाइडर होने के नाते बीएसएनएल बहुत सारे प्रीपेड रिचार्ज प्लांस प्रतिस्पर्धी कीमतों पर पेश करता है। प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियों के यूजर्स अक्सर 84 दिनों के रिचार्ज के लिए 800 से 900 रुपए के बीच खर्च करते हैं, जबकि BSNL ऐसे में 100 दिनों से ज्यादा की वैलीडिटी के साथ 700 रुपए से कम में तीन प्लांस ऑफर करता है। आइए भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) की ओर से इन तीनों किफायती रिचार्ज प्लांस पर एक नजर डालते हैं।
यह भी पढ़ें: Jio का सबसे सस्ता Netflix प्लान, डेटा और कॉलिंग भी अनलिमिटेड!
बीएसएनएल का 666 रुपए वाला प्रीपेड प्लान 130 दिनों की आकर्षक वैलीडिटी ऑफर करता है। इस प्लान में यूजर्स देश में किसी भी नेटवर्क पर अनलिमिटेड फ्री कॉलिंग के साथ-साथ फ्री नेशनल रोमिंग का भी आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा, इस प्लान में डेली 100 फ्री एसएमएस और रोजाना 512MP डेटा भी मिलता है। यह डेटा लिमिट खत्म होने के बाद भी यूजर्स 40 Kbps की घटी हुई स्पीड पर अनलिमिटेड डेटा एक्सेस कर सकते हैं।
एक और विकल्प 666 रुपए वाला प्लान है जो 105 दिनों की वैलीडिटी ऑफर करता है। 699 रुपए वाले प्लान की तरह इसमें भी किसी भी नेटवर्क पर अनलिमिटेड फ्री कॉलिंग और फ्री नेशनल रोमिंग शामिल है। साथ ही यूजर्स को प्लान की पूरी वैलीडिटी तक 2GB डेली डेटा और प्रतिदिन 100 फ्री एसएमएस भी मिलते हैं।
रिचार्ज करने के लिए क्लिक करें!
आखिर में आता है 397 रुपए वाला प्लान जो अपनी 150 दिनों की वैलीडिटी के साथ सबसे अलग और खास है। इस प्लान में यूजर्स को शुरुआती 30 दिनों के लिए अनलिमिटेड फ्री कॉलिंग और फ्री नेशनल रोमिंग की सुविधा मिलती है। पहले महीने में यूजर्स को 2GB हाई-स्पीड डेली डेटा के साथ हर दिन 100 फ्री एसएमएस भी दिए जाते हैं।
एक अन्य खबर में, कुछ समय पहले एक दिलचस्प जानकारी सामने आई थी कि BSNL (भारत संचार निगम लिमिटेड) के अधिकारियों ने संसद के सदस्यों को यह आश्वासन दिया था कि इस सरकारी टेलिकॉम ऑपरेटर की सेवाएं 6 महीनों में बेहतर हो जाएंगी। अधिकारियों के मुताबिक, काम अभी चल रहा है और 1 लाख टावर लगाने का लक्ष्य 6 महीनों में पूरा कर लिया जाएगा।