बता दें कि भारती एयरटेल देश का सबसे बड़ा टेलीकॉम सेवा प्रदाता, कल से सारे देश में मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी देगा. इसके साथ साथ आपको बता दें कि हमारे देश के टेलीकॉम मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी कहा कि जुलाई में पूरे देश में यह सेवा लागू कर दी जायेगी. यहाँ पढ़ें डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के बारे में.
इसके साथ साथ बता दें कि एयरटेल इसके साथ ही कुछ अन्य सेवाएं भी प्रदान करेगी जो कि इंडस्ट्री में पहली बार होगा. एयरटेल इसके साथ ही अपने प्रीपेड उपभोक्ताओं को उनके बैलेंस को अगले रिचार्ज में ट्रान्सफर करने जैसे सेवा के साथ जल्दी से नंबर पोर्टेबिलिटी जैसी सेवा भी प्रदान करेगी. इसके साथ साथ पोस्ट उपभोक्ताओं को भी उनके बिल को अगले बिल में केरी फॉरवर्ड करना का अवसर देगी. इस सेवा के माध्यम से उपभोक्ता अपने पेंडिंग बिल को किसी दूसरे स्टेट में ट्रान्सफर करने के भी अवसर प्रदान करेगी. जब वह पोर्ट होंगे वह इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके अलावा पोर्टिंग, जो एयरटेल के द्वारा मात्र 24 घंटे में ही हो जायेगी. लेनोवो K3 नोट के बार में यहाँ पढ़ें.
इसके साथ यहाँ आप जान सकते हैं कि यह सेवा कैसे काम करती है. इस सेवा के इस्तेमाल के लिए आप अपने मोबाइल फोन से अंग्रेजी के (PORT) लिखकर एक स्पेस देने के बाद अपना पूरा मोबाइल नंबर लिखकर उसे यूनिक नंबर 1900 पर मैसेज करदें या ऐसा भी कहा जा सकता है कि आप ऐसा कर सकते हैं. जैसे ही आपका यह एसएमएस सेंड होगा आपको एक आठ अंकों का यूनिक पोर्टिंग कोड (यूपीसी) प्राप्त होगा. इस कोड को एक निर्धारित फार्मेट (एमएनपी), कस्टमर एप्लीकेशन फार्म के साथ कंपनी के आउटलेट पर एक फोटो और एड्रेस प्रूफ सहित जमा कराना होगा. इसके बाद नई कंपनी द्वारा आपको नई सिम दी जाएगी. इसके बाद कंपनी इस बात की पुष्टि करेगी की आप पर कोई राशि बकाया तो नहीं है, और जब इसकी पुष्टि हो जायेगी तो कम्पनी द्वारा आपको हरी झंडी मिल जायेगी. इस बाद इस प्रक्रिया के पूर्ण हो जाने के बाद नंबर बदलने के कार्य में लगने वाले घंटों के बारे में उपभोक्ता को एसएमएस के द्वारा जानकारी दी जायेगी. इसके साथ ही आपके खाते में से 19 रुपये भी काटे जायेंगे. नेटवर्क शिफ्टिंग का उपभोक्ता को एसएमएस प्राप्त होगा तो उपभोक्ता को नई सिम लगानी होगी. इसके बाद आपकी कंपनी बदल जायेगी, जो कंपनी आप चाहते हैं आप इसमें पहुँच जायेंगे.