भारती एयरटेल नए सब्सक्राइबरों को जोड़ने में तेजी हासिल कर रही है और पिछले कुछ महीनों में रिलायंस जियो अपने प्रदर्शन से ज्यादा खुश नहीं होगी। वैश्विक मोबाइल एनालिटिक्स कंपनी, OpenISignal के विश्लेषकों का मानना है कि एयरटेल के लिए इस तरह के शानदार विकास के पीछे का कारण अपने उपयोगकर्ताओं को बेहतर नेटवर्क अनुभव प्रदान कराना है।
दोनों टेलीकॉम कम्पनियाँ यूँ तो अपने अपने सब्सक्राइबर्स को बेहतर नेटवर्क और सबसे अच्छे प्लान्स देने का प्रयास कर रही हैं,इ लेकिन इस बार इस रिपोर्ट के अनुसार एयरटेल ने बाजी मार ली है। हालाँकि आपको बता देते है की जियो की सबसे बड़ी ताकत इसका सस्ते दाम में अपने यूजर्स को इन्टरनेट और अन्य सुविधायें प्रदान करना है। लेकिन जब से Jio ने टैरिफ में बढ़ोतरी की और Airtel के मूल्य निर्धारण के करीब आए, तो यहाँ ऐसा लग रहा है की Reliance Jio के मुकाबले यूजर्स एयरटेल की ओर ही जाना ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
हालाँकि जहां हम देख रहे है कि रिलायंस जियो अभी भी देश का नंबर एक टेलीकॉम ऑपरेटर है, वहीँ भारती एयरटेल ने 2020 में उपयोगकर्ताओं का उच्चतम स्तर हासिल कर लिया है। दोनों टेलीकॉम कंपनियां अगस्त 2020 तक समान गति से नए ग्राहक प्राप्त कर रहे थे, लेकिन सितंबर 2020 से, नए ग्राहकों के लिए Jio की डेटा निरंतर गिर रहा है, इसके अलावा अगर हम एयरटेल की बात करें तो इसने बैदे पैमाने पाकर वृद्धि की है।
देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम निर्माता कंपनी Bharti Airtel ने भारत में 5G सर्विस को जारी करने के लिए US की चिपसेट निर्माता क्वालकॉम के साथ हाथ मिलाया है। एयरटेल का कहना है कि वह क्वालकॉम के 5G RAN प्लेटफॉर्म का उपयोग वर्चुअलाइज्ड और ओपन 5G नेटवर्क को रोलआउट करने के लिए करेगी। इस साझेदार के बाद से भारत में 5G की राह आसान हो गई है।
Airtel ने एक प्रेस रिलीज़ में बताया कि O-RAN एलायंस के बोर्ड मेंबर के रूप में यह देश के O-RAN के दृष्टिकोण के कार्यान्वयन के लिए प्रतिबद्ध है, साथ ही यह भी कहा कि O-RAN की लचीली और स्केलेबल आर्किटेक्चर 5G नेटवर्क को मजबूत प्लेयर बनाने के लिए बिजनेस के लिए नए अवसर पैदा करेगी।
एयरटेल और क्वालकॉम की साझेदारी के बाद देशभर में लागत प्रभावी और शीघ्र ब्रॉडबैंड सर्विसेज़ के तेज़ी से रोलआउट की अनुमति मिलने की उम्मीद है। इस समझौते के बाद 5G सर्विस को देशभर में रोलआउट किया जाएगा। ट्राई की एक रिपोर्ट में खुलासा किया गया था कि एयरटेल ने दिसंबर 2020 में 4.05 मिलियन वायरलेस सब्सक्राबर्स जोड़े हैं। मासिक सब्सक्राइबर्स की बात करें तो कंपनी अभी भी पहले स्थान पर है।
रिपोर्ट के मुताबिक,जियो ने केवल 479,000 वायरलेस सब्सक्राइबर्स जोड़े हैं। एयरटेल ने विजिटर लोकेशन रजिस्टर यानि VRL सब्सक्राइबर्स के मामले में जियो को पछाड़ा है। एयरटेल ने किसी भी टेलीकॉम कंपनी की तुलना में अधिक सबस्क्राइबर्स जोड़े हैं। 31 दिसंबर 2020 तक कंपनी ने कुल वायरलेस सबस्क्राइबर्स बेस को 4.08.7 मिलियन में 4.05 मिलियन वायरलेस सब्सक्राइबर्स जोड़े हैं।
Note: रिलायंस जियो, एयरटेल, बीएसएनएल और वी यानी वोडाफोन आईडिया के अन्य प्लान्स के बारे में जानें यहाँ!