लम्बे समय के इंतज़ार के बाद जून 2019 से देश में 5G सर्विस का ट्रायल शुरू होगा। टेलीकॉम मिनिस्ट्री पैनल ने तीन महीने के लिए कम्पनियों के लिए स्पेक्ट्रम की सिफारिश की।
शुरुआत में एयरटेल, वोडाफोन आईडिया और रिलायंस जियो को तीन महीनों के लिए 5G स्पेक्ट्रम ट्रायल का मौका मिला है जिसे ज़रूरत पड़ने पर एक साल तक भी बढ़ाया जा सकता है।
सोर्स के अनुसार, तीन वेंडर्स को पैनल के लिए ग्रीन सिग्नल मिला है जिसमें सैमसंग, नोकिया और एरिक्सन शामिल हैं।
आवंटन अगले 15 दिनों में होगा और कम्पनी जून में ही 5जी ट्रायल की शुरुआत कर सकता है। आने वाले कुछ दिनों में नेटवर्क ट्रायल लाइसेंस इशू किया जाएगा।
ट्रायल के लिए Jio सैमसंग के साथ साझेदारी कर सकता है, नोकिया एयरटेल और वोडाफोन आईडिया Ericsson के साथ साझेदारी कर सकता है। अभी तक डिपार्टमेंट ऑफ़ टेलिकॉम ने हुवावे के बारे में कोई खुलासा नहीं किया है कि कम्पनी किसी टेलिकॉम सर्विस कम्पनी के साथ साझेदारी करेगी या नहीं।
5G ट्रायल के बाद अक्टूबर में स्पेक्ट्रम ऑक्शन होगा जहां कम्पनियां एक बेहतर पद पर होंगी। कनॉट प्लेस, दिल्ली से इस ट्रायल की शुरुआत होगी और शुरुआत में यह लाइसेंस तीन महीनों के लिए मिलेगा और बाद में इसे बढ़ाया जा सकता है।
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