आज आसमान में दिखेगा हंटर मून, पृथ्वी के बेहद पास होगा चांद, ना चूकें इसे देखने का मौका

आज आसमान में दिखेगा हंटर मून, पृथ्वी के बेहद पास होगा चांद, ना चूकें इसे देखने का मौका
HIGHLIGHTS

भारत में सुबह-सुबह दिखेगा हंटर मून

हंटर मून नाम पड़ने के पीछे दिलचस्प कहानी

हार्वेस्ट मून के बाद आता है हंटर मून

आज आसमान देखने की एक खास वजह है. अक्टूबर महीने के एक खगोलीय नजारे देखने को लिए आप तैयार हो जाइए. आज आपको आसमान में हंटर मून दिखने वाला है. यह दुर्लभ और शानदार सुपरमून आकाश में अपनी मौजूदगी दिखाएगा. इसको आप कब देख सकते हैं और यह क्यों है खास, आइए जानते हैं.

यह सुपरमून आज यानी 17 अक्टूबर को 19:26 ET जबकि भारतीय समयानुसार 18 अक्टूबर को सुबह 04:56 बजे यह अपने चरम पर होगा. यह साल का सबसे बड़ा और सबसे चमकदार सुपरमून होगा, जो सभी के लिए एक अद्भुत नजारा पेश करेगा.

सुपरमून क्या है?

“सुपरमून” शब्द एस्ट्रोलॉजिस्ट रिचर्ड नोले द्वारा गढ़ा गया था. एक पूर्ण चंद्रमा को वर्णित करने के लिए जो तब होता है जब चंद्रमा अपनी दीर्घवृत्ताकार कक्षा में पृथ्वी के सबसे निकट होता है. इस निकटता के कारण चंद्रमा आम समय से ज्यादा बड़ा और चमकदार दिखाई देता है.

ये भी पढ़ें: दाम बढ़ाने के बाद Jio को झटका! कम हो गए 1 करोड़ से ज्यादा ग्राहक, कंपनी को फिर भी फायदा

इस वर्ष का हंटर मून पृथ्वी से 357,364 किलोमीटर दूर होगा. जबकि आमतौर पर इसकी औसत दूरी 384,400 किलोमीटर होती है. उससे यह काफी पास होने वाला है. इस कारण यह चंद्रमा रात के आकाश में अलग से चमकदार दिखाई देगा. हालांकि, पूर्ण चंद्रमा तीन दिनों तक दिखाई देगा. लेकिन, अपने चरम पर यह पहले रात ही होगा. यानी आपको इसकी सुंदरता देखने का यह मौका नहीं छोड़ना चाहिए.

क्यों कहा जाता है हंटर मून?

हंटर मून “हार्वेस्ट मून” के बाद आता है. यह पतझड़ खत्म होने के बाद सबसे पास वाला पूर्ण चंद्रमा होता है. इसका नाम प्राचीन शिकार परंपराओं से जुड़ा है. कटाई के बाद खेत साफ हो जाते थे, जिससे शिकारी सर्दियों के आने से पहले भोजन खोजते समय जानवरों को आसानी से देख सकते थे.

साफ आकाश और इस चंद्रमा की ज्यादा चमक होने की वजह से शिकारी के लिए रात में शिकार करना आसान हो जाता था. इस वजह से इसका नाम हंटर मून रखा गया. उत्तरी गोलार्ध में हंटर मून आम तौर पर अक्टूबर में होता है. हालांकि, यह चंद्रमा किसी ख़ास महीने से नहीं जुड़ा है, बल्कि “हार्वेस्ट मून” के बाद होता है. दक्षिणी गोलार्ध में यह इस साल पहले ही 23 अप्रैल को हो चुका है.

ये भी पढ़ें: iPhone 16 को लेकर फैन्स हुए पागल! ब्लैक मार्केट में बिक रहे फोन, 10 हजार एक्स्ट्रा देकर खरीद रहे लोग

Sudhanshu Shubham

Sudhanshu Shubham

सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile

Digit.in
Logo
Digit.in
Logo