भारत की लिए अपनी पुनर्गठन योजना की पुष्टि करते हुए चीनी स्मार्टफोन निर्माता जियोनी ने शनिवार को कहा कि कंपनी भारत में अपना परिचालन बंद नहीं कर रही है।
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जियोनी इंडिया के वैश्विक बिक्री निदेशक डेविड चांग ने आईएएनएस की रिपोर्ट 'जियोनी वित्तीय संकट में, भारतीय कारोबार पर असर संभव' पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कंपनी भारत में टिकने के लिए आई है।
चांग ने आईएएनएस को बताया, "हम अपने भारतीय दल के पुनर्गठन की प्रक्रिया में हैं और बाजार में अपने ब्रांड के लिए पूरी तरह से अलग व्यापार मॉडल लेकर आएंगे।"
सूत्रों ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया था कि कंपनी अपने भारतीय परिचालन को घटा सकती है तथा वृद्धि हासिल करने के लिए एक अलग बिजनेस मॉडल को लेकर आएगी।
चांग ने कहा, "हम भारतीय बाजार में अपनी उपस्थिति को लेकर उतना ही उत्साहित हैं और सभी जियोनी प्रेमियों को आश्वस्त करना चाहेंगे कि हम यहां बने रहने के लिए आए हैं।"
काउंटरप्वाइंट रिसर्च के मुताबिक कंपनी की भारतीय स्मार्टफोन बाजार में साल 2017 में 2.2 फीसदी हिस्सेदारी रही है।
चीनी मीडिया ने जनवरी में जानकारी दी थी कि एक स्थानीय अदालत ने जियोनी के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी लियु ली रोंग के 41.4 फीसदी शेयरों को दो सालों के लिए जब्त कर लिया है।
हालांकि इसके पीछे की सही जानकारी अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन कुछ मीडिया रपटों का कहना है कि इसका कारण 'जुए में हारने के कारण चढ़ी उधारी है।'
निक्केई एशियन रिव्यू की मध्य जनवरी की रपट में बताया गया है कि कथित तौर पर वित्तीय संकट के कारण कंपनी को अपने आपूर्तिकर्ताओं का भुगतान करने में भी कठिनाई आ रही है।
इससे पहले, भारत में पांच सालों तक घरेलू कारोबार को चलाने वाले जियोनी इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक अरविंद वोहरा ने पिछले अगस्त में इस्तीफा दे दिया था। वोहरा अभी भी कंपनी के कार्यकारी निदेशक बने हुए हैं।
जियोनी के वैश्विक बिक्री निदेशक डेविड चांग अब भारतीय कारोबार की अगुवाई कर रहे हैं।