किसी समय में दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल निर्माता कंपनी, नोकिया, ने इस बात की घोषणा की है कि वह फिर से मोबाइल फोंस का निर्माण करना शुरू करेगी. नोकिया के सीईओ द्वारा जर्मनी की मैनेजर मैगज़ीन को दिए गए एक साक्षात्कार में राजीव सूरी ने कहा कि, नोकिया 2016 में फिर से अपनी कंपनी को मोबाइल फ़ोन बनाने का लाइसेंस दिलाएगी, और फिर से फ़ोन का निर्माण करेगी. इसका कारण यह था कि नोकिया पिछले लम्बे समय से मोबाइल फ़ोन नहीं बना रही थी क्योंकि इस फिनिश कंपनी पर 2013 में माइक्रोसॉफ्ट ने अधिग्रहण कर लिया था. इसके साथ साथ डील पर भी हस्ताक्षर करवा लिए थे कि कम्पनी 2016 के दूसरे चरण तक मोबाइल फ़ोन नहीं बना सकती है. तो यह समय करीब आ रहा है और कंपनी फिर से मोबाइल फ़ोन के निर्माण में लगने वाली है. बता दें कि नोकिया इन फोंस को डिजाईन और उनका ब्रांड नाम रख सकती है, पर उनका निर्माण नहीं कर सकती, ऐसी ही कुछ इस लाइसेंस में लिखा है जो नोकिया को मिला है. कुछ आगामी स्मार्टफोंस, कमाल के फीचर हैं इनमें, यहाँ जानें इनके बारे में.
इसके साथ ही सूरी ने यह भी कहा कि कंपनी एक साझेदार की तलाश कर रही है. इसके साथ साथ आपको बता दें कि कंपनी एक टैबलेट (नोकिया N1) का निर्माण एक ब्रांड लाइसेंस डील के तहत फॉक्सकॉन के साथ कर चुकी है. इस कंपनी ने एप्पल के लिए भी फोंस का निर्माण किया है. हम सभी इस बात को लेकर बातें बनाने लगे हैं कि आखिरकार यह फिर से कैसे वापसी करती है. अब यह देखना होगा कि नोकिया फिर से कैसे बाज़ार पर अपनी पकड़ बनाती है. वैसे भी नोकिया एक लम्बे समय से मोबाइल फ़ोन के कारोबार से दूर रही है. ये हैं 5K में मिलने वाले सबसे बढ़िया स्मार्टफोंस, इनके बारे में यहाँ पढ़ें.
क्योंकि नोकिया का मोबाइल कारोबार उतना सही प्रकार से नहीं चल रहा है एक लम्बे समय से, यह डगमगा रहा है. तो नोकिया ने कुछ और करने की योजना बना है, इसी के चलते नोकिया ने हाल ही में अल्काटेल-लुसेंट पर अपना कब्ज़ा लगभग 17.8 बिलियन डॉलर में किया था. इसके साथ साथ कम्पनी अपना कारोबार बढाने में भी लगी है. इसके साथ ही कम्पनी की नज़र BMW, AUDI और Mercedes जैसे बड़े कार निर्माताओं की ओर भी है. पर बता दें कि नोकिया की तरफ से अभी भी कुछ पूरी तरह नहीं कहा गया है, या कह सकते हैं कि नोकिया की ओर से किसी भी बात की अभी पुष्टि नहीं हुई है.
सोर्स: मैनेजर मैगज़ीन