एक यूट्यूब चैनल पर Nokia 5 की स्क्रैच, बर्न और बेंड टेस्टिंग को दिखाया गया है. यह निश्चित रूप से ब्रांड के एंड्रॉइड स्मार्टफोन पोर्टफोलियो में मिड-रेंज के निचले-छोर की तरफ है, लेकिन यह फुल मेटल बॉडी और एक सॉलिड दिखने वाले बिल्ड डिज़ाइन के साथ आता है. यह डिवाइस कॉपर कलर वर्जन में भी आता है जैसा कि वीडियो में दिखाया गया है.
Nokia 5 आसानी से ये टेस्ट पास करने में सफल रहा है, इसका मतलब HMD ग्लोबल ने इन सॉलिड डिवाइसेज़ के साथ नोकिया की पुरानी छवि को बनाए रखा है, जिसके लिए कंपनी जानी जाती थी.
फोन का मेन कैमरा, LED फ़्लैश, फ्रंट स्नैपर और फिंगरप्रिंट सेंसर ग्लास के अन्दर मौजूद हैं, इसका मतलब इस डिवाइस में स्क्रैच का खतरा कम होता है, वहीं इसके ऊपर और निचले हिस्से पर मौजूद प्लास्टिक बिट्स दो काम करते हैं. इसके ज़रिए डिवाइस में सिग्नल्स आसानी से पास हो जाते हैं और दूसरा अगर डिवाइस गिरता है तो भी यह इसे सुरक्षित रखने के काम आते हैं क्योंकि डिवाइस गिरने पर सबसे पहले नुकसान किनारों को ही होता है और प्लास्टिक मेटल की तुलना में ज़्यादा समय तक चलता है और उम्मीद करते हैं कि Nokia 5 गिरने पर जल्दी बेंड भी नहीं होगा.
डिवाइस को फ्रंट से या बैक से पुश करने पर भी यह बेंड नहीं होता है. बर्न टेस्ट के लिए यह कई अन्य फोंस जो LCD स्क्रीन के साथ आते हैं उनसे अच्छा प्रदर्शन करता है. इस फोन का फ्रंट Mohs स्केल के छठे लेवल पर स्क्रैच होता है जो कि गोरिला ग्लास के साथ किसी भी डिवाइस के लिए स्टैण्डर्ड है.