MWC 2024: फोन में Apps का नहीं होगा कोई काम, पूरी तरह AI से चलेगा ये Unique कॉन्सेप्ट फोन

Updated on 27-Feb-2024
HIGHLIGHTS

Deutche Telekom ने दुनिया के पहले ऐसे कॉन्सेप्ट हैंडसेट का अनावरण किया है जो पूरी तरह AI पर चलता है।

इस एक्सपेरिमेंटल स्मार्टफोन को यूजर की सभी जरूरतों को ऐप्स के बजाए AI की मदद से संभालने के लिए बनाया गया है।

Deutsche Telekom ने इस AI हैंडसेट को बनाने के लिए क्वालकॉम और Brain.AI के साथ सहयोग किया था।

AI काफी समय से टेक इंडस्ट्री में सुर्खियां बटोर रहा है और इस साल का मोबाइल वर्ल्ड कॉंग्रेस (MWC 2024) भी कुछ अलग नहीं रहा। कम्पनियाँ अपने AI प्रोडक्ट्स और अवधारणाओं को प्रदर्शित कर रही हैं जिसके साथ Deutche Telekom की AI स्मार्टफोन अवधारणा मौजूद लोगों के बीच उभरकर सामने आई है। Deutche Telekom ने दुनिया के पहले ऐसे कॉन्सेप्ट हैंडसेट का अनावरण किया है जो पूरी तरह AI पर चलता है।

इस एक्सपेरिमेंटल स्मार्टफोन को यूजर की सभी जरूरतों को ऐप्स के बजाए AI की मदद से संभालने के लिए बनाया गया है। ऐसा लगता है कि इस डिवाइस के लिए अवधारणा स्मार्टफोन्स के संभावित भविष्य के Deutsche Telekom के नजरिए से आई है।

Deutsche Telekom के CEO – Tim Hoettges ने मुख्य प्रदर्शन में कहा, “मैं आपको बता सका है कि अब से 5-10 साल में हममे से कोई भी ऐप्स का इस्तेमाल नहीं करेगा”। इस डिवाइस के लिए कुछ संभावित इस्तेमालों में प्रॉम्प्ट्स सबमिट करना और यात्रा, खाना और खरीदने के लिए प्रोडक्ट्स के लिए जनरेटेड सुझाव प्राप्त करना शामिल है। इसके अलावा, यूजर्स पिक्चर ले सकते हैं और Al से अपने दोस्तों और परिवार को फ़ोटो भेजने के लिए कह सकते हैं।

Deutsche Telekom ने इस AI हैंडसेट को बनाने के लिए क्वालकॉम और Brain.AI के साथ सहयोग किया था। दिलचस्पी की बात यह है कि Brain.AI पहले से ही एक ऐप ऑफर करता है जो इस फोन से मिलते-जुलते फीचर्स का दावा करता है। हालांकि, उस ऐप के कई सारे रिव्यूज नकारात्मक लगते हैं।

यह ध्यान देना जरूरी है कि AI स्मार्टफोन केवल एक अवधारणा है। इसलिए काफी संभावना है कि यह जनता के बीच कभी भी लॉन्च नहीं होगा।

मेरी राय में अगर यह फोन वास्तव में कभी लॉन्च होता है, तो इसमें फायदे और कमियाँ दोनों शामिल होंगे। उदाहरण के लिए, यूजर्स कई सारे ऐप्स पर जाए बिना ही डिवाइस के साथ और भी अच्छी तरह इंटरैक्ट कर सकेंगे। हालांकि, इस अवधारणा की सफलता डिवाइस को पॉवर देने वाली AI तकनीक के भरोसे और सटीकता पर बेहद निर्भर करती है। अगर AI यूजर की कमांड को समझने में नाकाम रहता है या गलत जानकारी देता है, तो इससे निराश का सामना करना पड़ सकता है और यूजर की संतुष्टि में भी कमी आ सकती है।

Faiza Parveen

फाईज़ा परवीन डिजिट हिंदी में एक कॉन्टेन्ट राइटर हैं। वह 2023 से डिजिट में काम कर रही हैं और इससे पहले वह 6 महीने डिजिट में फ्रीलांसर जर्नलिस्ट के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक स्तर की पढ़ाई कर रही हैं, और उनके पसंदीदा तकनीकी विषयों में स्मार्टफोन, टेलिकॉम और मोबाइल ऐप शामिल हैं। उन्हें हमारे हिंदी पाठकों को वेब पर किसी डिवाइस या सेवा का उपयोग करने का तरीका सीखने में मदद करने के लिए लेख लिखने में आनंद आता है। सोशल मीडिया की दीवानी फाईज़ा को अक्सर अपने छोटे वीडियो की लत के कारण स्क्रॉलिंग करते हुए देखा जाता है। वह थ्रिलर फ्लिक्स देखना भी काफी पसंद करती हैं।

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