Ministry of Electronics and Information Technology एक इकाई यानि Computer Emergency Response Team (CERT-In) की ओर से एप्पल यूजर्स के लिए एक चेतावनी जारी की है। इसकी ओर से apple products (iPhones) के लिए एक “हाई सिक्युरिटी रिस्क अलर्ट” को जारी किया गया है।
CERT-In यानि Computer Emergency Response Team ने एप्पल यूजर्स से यह कहा है कि वह अपनी सिक्युरिटी को लेकर ज्यादा सतर्क हो आयें, असल में एप्पल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने वालों के लिए CERT-In की ओर से हाई सिक्युरिटी रिस्क अलर्ट जारी किया गया है।
यह भी पढ़ें: Airtel ग्राहकों की हो गई मौज, 99 रुपये के प्लान में अब मिलेंगे रापचिक ऑफर, देखें पूरा प्लान
अगर हम CERT-In के वेबसाईट की चर्चा करें तो यहाँ से जानकारी मिलती है कि, एप्पल प्रोडक्टस में बहुत से लूपहॉल्स हैं, अगर इनपर ध्यान नहीं दिया गया तो यह एप्पल के डिवाइस इस्तेमाल करने वालों के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं। इसी कारण एप्पल डिवाइस बेहद ही जल्दी हैकर्स का शिकार हो सकते हैं। इन यूजर्स का डेटा चोरी हो सकता है।
इनकी ओर से सामने आ रहा है कि ब्राउजर इंजन, Webkit, जो सफारी और अन्य ब्राउजर्स के द्वारा इस्तेमाल किया जाता है, उसमें सिक्युरिटी से जुड़े कई कंसर्न हैं। इसी कारण यह एप्पल यूजर्स के लिए भी एक खतरे की बात हो जाती है। यह ज्यादा खतरा उनके लिए पैदा कर सकता है जो iPhones और Apple Watch का इस्तेमाल करते हैं।
CERT-In के एक आधिकारिक नोटिस में कहा गया है कि, एप्पल प्रोडक्टस में कई vulnerabilities पाई गई हैं, जो अटैक करने वाले अटैकर्स को Arbitrary code को execute करने की आजादी देती है, इसी के माध्यम से किसी भी सिस्टम में सभी सिक्युरिटी रीस्ट्रिक्शन्स को दरकिनार करके उस डिवाइस का डेटा चुराया जा सकता है।”
Webkit में जो भी vulnerabilities हैं, वह अटैकर्स के लिए बेहद ही शानदार मौका हैं। या ऐसा भी कह सकते हैं कि हैकर्स के लिए हेल्पफुल हैं। अटैकर्स बड़ी ही आसानी से यूजर्स को किसी भी मलिशस वेबसाईट या किसी भी संदिग्ध फाइल को डाउनलोड करने के लिए divert कर सकते हैं। जैसे ही यह काम हो जाता है, या आप किसी भी फाइल को डाउनलोड कर लेते हैं तो या किसी वेबसाईट पर चले जाते हैं तो ऐसे में अटैकर्स को यूजर्स के पर्सनल डेटा और फाइल्स का एक्सेस मिल जाता है। इसके अलावा अटैकर्स किसी भी एप्पल डिवाइस में वायरस भी डाल सकते हैं।
यह भी पढ़ें: Realme ला रहा Periscope Telephoto Camera वाला First फोन, देखें Details | Tech News
CERT-In के नोटिस से यह जानकारी मिलती है कि, “अगर अटैकर्स को एक भी लूपहोल मिलता है तो उन्हें डिवाइस में एक कोड भी दर्ज करने की आजादी मिल जाती है। इसी कारण यह डिवाइस की सिक्युरिटी को पीछे छोड़कर आगे बढ़ जाते हैं।“ इसी कारण यूजर्स को किसी भी वेबसाईट पर क्लिक करते हुए या कोई भी फाइल डाउनलोड करते हुए ज्यादा सतर्क रहना चाहिए।
यहाँ आपको बता देते है कि अभी हाल ही में iOS 17 को Apple की ओर से पेश कर दिया गया है। हालांकि यह सभी यूजर्स के लिए शायद उपलब्ध न हो। हालांकि यह समस्या जिसके बारे में ऊपर जानकारी दी गई है, वह iOS 16.7 में मिल रहा है। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि आप iOS के लेटेस्ट वर्जन पर अपने Apple Device या Apple iPhone को अपडेट कर लें। अगर आप ऐसा करते हैं तो आप फिर से सुरक्षित मोड में चले जाने वाले हैं।