France के Radiation Watchdog की ओर से Apple iPhone 12 पर Banned लगा दिया गया है।
iPhone 12 पर लगाए गए Banned की बात करें तो इसका कारण यह बताया जा रहा कि स्मार्टफोन की ओर से यूरोपियन रेडीऐशन इक्स्पोशर लिमिट को ब्रीच किया जा रहा है।
फ़्रांस की एक एजेंसी Nationale des frequencies (AFNR) ने कहा है कि मॉडल के स्पिसिफिक अब्सॉर्प्शन रेट यानि (SAR) जितना सरकार की ओर से जारी किया गया है, उससे कहीं ज्यादा है।
France के Radiation Watchdog की ओर से Apple iPhone 12 पर Banned लगा दिया गया है। iPhone 12 पर लगाए गए Banned की बात करें तो इसका कारण यह बताया जा रहा कि स्मार्टफोन की ओर से यूरोपियन रेडीऐशन इक्स्पोशर लिमिट को ब्रीच किया जा रहा है। फ़्रांस की एक एजेंसी Nationale des frequencies (AFNR) ने कहा है कि मॉडल के स्पिसिफिक अब्सॉर्प्शन रेट यानि (SAR) जितना सरकार की ओर से जारी किया गया है, उससे कहीं ज्यादा है।
इसे लेकर France के Junior Minister Jean-Noel Barrot ने कहा है कि, “इस परेशानी को एक सॉफ्टवेयर अपडेट के माध्यम से दूर किया जा सकता है। हालांकि अगर Apple इस समस्या का कोई हाल नहीं निकालती है तो ANFR ने कहा है कि वह Apple से कहने वाली है कि वह अपने सभी iPhone 12 Models को France से रीकॉल करे।”
SAR की बात करें तो यह स्टैन्डर्ड अब्सॉर्प्शन रेट है, इसे ऐसी एनर्जी कहा जा सकता है कि जो किसी भी रेडीऐशन के सोर्स के माध्यम से बॉडी ऐब्सॉर्ब करती है। इसे बॉडी वेट में वाट पर किलोग्राम के तौर पर देखा जा सकता है।
ANFR को क्या गलत मिला है?
ANFR की ओर से कहा गया है कि उसने लगभग 144 iPhone 12 के रैंडम टेस्ट किए हैं, इसमें वह iPhone 12 भी शामिल हैं, जिन्हें शॉप्स आदि से खरीदा गया है। इन टेस्ट आदि के दौरान यह पाया गया है कि iPhone 12 EU स्टैंडर्ड्स पर खरा नहीं उतरता है। इसी कारण ANFR की ओर से देश में iPhone 12 पर banned पर दिया गया है।
क्या हो सकते हैं इसके प्रभाव?
अगर किसी भी फोन से रेडीऐशन होता है और यह बड़े पैमाने पर यूजर्स की बॉडी में ऐब्सॉर्ब होता है तो इससे कई हेल्थ इशू हो सकते हैं। इसी कारण किसी भी देश की सरकार एक स्टैन्डर्ड सेट करती हैं, जिससे लोगों के स्वास्थ्य को कोई नुकसान न हो। हालांकि फ़्रांस में EU ने जो तय किया हुआ है, यह रेडीऐशन उससे ज्यादा पाया गया है।