स्वीडन की एक दूरसंचार उपकरण निर्माता कंपनी ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय लगभग अपना 47 फीसदी समय व्हाट्सऐप, स्काइप, हाइक और वीचैट आदि पर व्यतीत करते हैं.
हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, कहा जा सकता है कि भारतीय अपना लगभग 47 फीसदी समय किसी न किसी मैसेजिंग प्लेटफार्म पर व्यतीत करते हैं, इनमें व्हाट्सऐप, स्काइप, हाइक और वीचैट आदि शामिल है. यह रिपोर्ट स्वीडन की एक दूरसंचार उपकरण निर्माता कंपनी एरिक्सन ने पेश की है. अगर इसे गहनता से लिया जाए तो कहा जा सकता है कि इसके कारण देश में मोबाइल ब्राडबैंड इस्तेमाल को बढ़ावा मिल रहा है वह भी एक बड़े पैमाने पर, जैसे जैसे देश में स्मार्टफोंस की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है ब्रॉडबैंड भी अपने पैर वैसे वैसे पसारता जा रहा है. एरिक्सन ने काफी समय के गहन अध्ययन के बाद यह निष्कर्ष निकाला है. ये हैं कुछ बजट स्मार्टफोंस जिनकी डिस्प्ले है कमाल की.
रिपोर्ट के अनुसार आजकल स्मार्टफोंस एक बड़े पैमाने पर संवाद का सबसे बड़ा और मुख्य साधन बन गया है, इससे पहले हमारे पास बहुत से चुनाव थे, परन्तु वह हमसे दूर कहे सा सकते थे, लेकिन एक स्मार्टफोंस हर वक़्त हमारे पास, हमारी जेब में ही रहता है, इसलिए इसकी भूमिका कुछ और ही बन जाती है. शानदार अंतरराष्ट्रीय स्मार्टफोंस, क्या आपने कभी सुना है इनके बारे में?
इसके साथ साथ आपने कभी इस बात पर विचार किया है कि आपके स्मार्टफोंस में मैसेजिंग ऐप्स खुले ही रहते हैं इसलिए अपने फ़ोन पर आये मैसेज का जवाब देना आपके लिए लाज़मी हो जाता है, और इसी के कारण यह संख्या इतनी बढ़ गई है. और जब आप इन मैसेजिंग ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं तो आपको ब्रॉडबैंड की भी जरुरत होटी है इसी कारण इसके इस्तेमाल में भी इतनी तेज़ी से बढ़ोत्तरी हो रही है. एरिक्सन का कहना है कि, “भारतीय स्मार्टफोंस पर ज्यादातर लोग यानी हमारे देश के ज्यादातर लोग अपना लगभग 47 फीसदी समय वॉयस, इंस्टेंट मैसेजिंग और वीओपी आदि पर व्यतीत करते हैं, इनमें व्हाट्सऐप, स्काइप, हाइक और वीचैट आदि शामिल हैं.