गूगल आज डूडल के ज़रिए प्रसिद्ध शास्त्रीय नर्तकी मृणालिनी साराभाई की 100वीं सालगिरह मना रहा है। डूडल में साराभाई को उनके सिग्नेचर पैरासोल के साथ दर्पण अकैडमी ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स ऑडिटोरियम में खड़ा किए दिखाया गया है, इस अकैडमी को उन्होंने अपने पति के साथ 1949 में शुरू किया था। स्टेज पर उनके शिष्यों को नृत्य करते दिखाया गया है।
साराभाई का जन्म 11 मई 1918 को केरल में हुआ था। उनके पिता मद्रास हाई कोर्ट में वकील थे और उनकी माता समाज सेविका थीं। 1942 में मृणालिनी की शादी उल्लेखनीय भौतिक विज्ञानी विक्रम साराभाई से हुई जिन्हें भारतीय अन्तरिक्ष कार्यक्रम के शुरूआती लोगों में से माना जाता है।
साराभाई ने बहुत ही कम उम्र में शास्त्रीय संगीत के दोनों फॉर्म्स भरतनाट्यम और कथकली की ट्रेनिंग शुरू कर दी थी। वो अपने घर में तीनों बच्चों में सबसे छोटी थीं। उनकी बड़ी बहन लक्ष्मी सेहगल इंडियन नेशनल आर्मी का हिस्सा रहीं और उनके बड़े भाई गोविंद स्वामीनाथन मद्रास राज्य के पूर्व प्रतिनिधि थे।
मृणालिनी को 1965 में पद्मा श्री और 1992 में पद्मा भूषण से सम्मानित किया गया। उन्हें 1994 में नई दिल्ली में संगीत नाटक अकैडमी से सम्मानित भी किया गया था और वह केरल सरकार, निशगंधी पुरस्कारम से राज्य के वार्षिक पुरस्कार की पहली प्राप्तकर्ता थी, जिसे 2013 में उन्हें प्रस्तुत किया गया था। उनका देहांत 97 वर्ष की उम्र में जनवरी 2016 में हुआ।