कहा जा सकता है कि भारतीय बाज़ारों में अपने स्थिति को मज़बूत करने और एक गहरी पकड़ बनाने के लिए चीनी स्मार्टफोंस निर्माता कम्पनियां अपने स्मार्टफोंस के दामों में भारी कटौती कर रही हैं. कहा जा सकता है कि आजकल भारत में इन्हीं कंपनियों का वर्चस्व बढ़ता जा रहा है फिर भी यह कुछ ऐसे कदम उठा रही हैं जिसके बाद इन्हें यूजर्स के बीच महत्ता मिल जाए. और इनका क्रेज जो पहले से काफी बढ़ा हुआ है और काफी हद तक बढ़ जाये. इसलिए और शायद भारतीय कंपनियों को टक्कर देने के लिए इन चीनी कंपनियों ने अपने फोंस के दामों में Rs. 5,000 तक की कटौती की है.
आपको याद होगा पिछले सप्ताह या उससे कुछ पहले से हम देखते आ रहे हैं कि चीनी स्मार्टफ़ोन निर्माता कंपनी अपने फोंस के दामों में गिरावट कर रही हैं. हमने देखा कि श्याओमी ने अपने रेड्मी 2 के दामों में Rs. 1,000 की गिरावट की इसके अलावा अपने दूसरे स्मार्टफ़ोन श्याओमी Mi4 के दामों में भी Rs. 2,000 रुपये की कटौती की. इसके साथ साथ मोटोरोला ने भी अपने मोटो जी सेकंड जेन के दामों में भी Rs. 3,000 की कटौती की है. इसके साथ साथ हमने ओप्पो के निओ 3 की दाम में भी Rs. 1,000 की कटौती की है. ज़ोलो के नए स्मार्टफ़ोन ब्लैक की पहली झलक पाएं यहाँ.
इसके अलावा ओप्पो ने ही अपने योयो के दामों में लगभग Rs. 2,000 की कटौती की, इसके साथ साथ ओप्पो मिरर के दामों में भारी कटौती देखी गई है. इसे देखकर और विशेषज्ञों की बातों पर गौर किया जाए तो कहा जा सकता है कि तकनीकी में निरंतर हो रहे विकास और बढ़िया और नए फीचर वाले स्मार्टफोंस की बढ़ती मांग को देखते हुए पुराने फोंस को बेचने का यह भी एक तरीका हो सकता है जिसे चीनी स्मार्टफोंस निर्माता कम्पनियाँ भारत पर आज़मा रही हैं. और काफी हद तक यह आईडिया सफल भी हो रहा है. कीमत में कमी ही सबसे अच्छा तरीका कहा जा सकता है किसी स्मार्टफोन को आसानी से सेल करने का… इसके साथ साथ यह भी कहा जा सकता है कि इस आईडिया के कारण चीनी कम्पनियां भारत में अपनी पकड़ मज़बूत करती जा रही है. Rs. 3,500 से Rs. 10,000 के बीच में मिलने वाले स्मार्टफोंस. के बारे में यहाँ जानें.