स्मार्टफोन को EMI पर खरीदने के ये हैं फायदे-नुकसान
इतना महंगा पड़ता है EMI पर स्मार्टफोन खरीदना
ये हैं स्मार्टफोन को EMI पर खरीदने के पीछे की कहानी
अधिकतर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और रीटेल स्टोर्स पर अब ईएमआई (EMI) का विकल्प बिया जाता है। अब आप ईएमआई (EMI) पर स्मार्टफोन या दूसरे इलेक्ट्रोनिक आटाइम्स खरीद सकते हैं। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स से आप कई बैंक के कार्ड के ज़रिए प्रोडक्टस को EMI पर खरीद सकते हैं। आप डेबिट या क्रेडिट कार्ड पर बढ़िया ऑफर पा सकते हैं।
अधिकतर बैंक 12 से 18 प्रतिशत के सालाना ब्याज दर पर EMI का ऑफर देते हैं। बता दें कि आप केवल उन प्रोडक्टस के लिए ही EMI का विकल्प चुन सकते हैं जो सिंगल सेलर यानि एक ही रीटेलर द्वारा सेल की जाती हों।
ईएमआई (EMI) के पूरे खेल को हम एक उदाहरण देकर समझ सकते हैं। मान लीजिए कि फ्लिपकार्ट (Flipkart) से आप कोई फोन खरीदना चाहते हैं जिसकी कीमत Rs 38,999 है। अगर आप 13 प्रतिशत की दर से 3 महीने की EMI का प्लान चुनते हैं तो आपको प्रति माह Rs 13,283 अदा करने होंगे।
इस तरह आप फोन के लिए Rs 39,849 अदा कर रहे हैं। यानि आपको फोन पर Rs 850 अधिक देने पड़ रहे हैं। वहीं अगर आप 15 प्रतिशत की दर से 36 महीने की EMI का प्लान चुनते हैं तो आपको हर महीने Rs 1352 देने होंगे। इस तरह यह फोन आपको Rs 48,672 में मिलेगा। इस तरह आपको Rs 38999 वाला फोन Rs 9,673 महंगा मिलेगा।
EMI पर किसी भी प्रॉडक्ट को खरीदने के फायदे और नुकसान हैं। कई बार सेल में आपको नो-कॉस्ट EMI का विकल्प भी मिल जाता है जो एक बढ़िया विकल्प है। स्मार्टफोन एक ऐसा प्रॉडक्ट है जिसे अधिक ब्याज दर पर खरीदना अच्छा विकल्प है। स्मार्टफोन की वैल्यू समय के साथ कम हो जाती है इसलिए ऐसे प्रॉडक्ट को EMI दर पर खरीदना अच्छा विकल्प नहीं है। इसके साथ ही रीपेमेंट के डिफ़ाल्ट होने का आपके क्रेडिट स्कोर पर भी काफी असर पड़ता है।