Apple भारत में अपने पार्टनर Foxconn के जरिए अपकमिंग iPhone 16 सीरीज के Pro और Pro Max मॉडल्स का निर्माण करने के लिए तैयार है। इस मुद्दे से परिचित लोगों का कहना है कि यह चीन से बाहर अपने निर्माण के कार्यों में विविधता लाने के लिए एप्पल की रणनीति का हिस्सा है, जिसमें भारत कंपनी की योजनाओं में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
पिछले साल एप्पल ने भारत में निर्मित 15 यूनिट्स को ग्लोबल बिक्री के पहले दिन भारतीय ग्राहकों के लिए उपलब्ध कराया था। इसने भारत में न केवल बेस आईफोन 15 मॉडल्स को बनाया, बल्कि बाद में Pegatron के साथ आईफोन 15 प्लस का लोकल प्रोडक्शन भी किया था।
सूत्रों का कहना है कि Foxconn श्रीपेरुमबुदुर और तमिलनाडु में जल्द ही iPhone 16 के Pro मॉडल्स के लिए ‘न्यू प्रोडक्ट इन्ट्रोडक्शन’ (NPI) प्रोसेस शुरू करेगा और फोन लॉन्च होने के बाद बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू होगा।
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Counterpoint के अनुसार, Apple के पास भारतीय स्मार्टफोन बाजार का 6 प्रतिशत शेयर है। 2023 में एप्पल के पास स्मार्टफोन रिवेन्यू शेयर की 23 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, जिसने सैमसंग की 21 प्रतिशत मार्केट शेयर को पार कर दिया था। एप्पल ने 2023 में भारत में 10 मिलियन से अधिक आईफोन्स शिप किए थे, जो 2022 के 6 मिलियन से कहीं ऊपर थे, जिसके साथ उस साल के लिए कंपनी ने टॉप रिवेन्यू पोज़िशन प्राप्त की।
एप्पल आईफोन 16 सीरीज के लिए भारी मांग की उम्मीद कर रहा है, जो सितंबर में लॉन्च होने की संभावना है। एक चुनौती भरे 2023 के बाद कंपनी अपने नए लाइनअप में दिलचस्पी बढ़ाने के लिए AI सेवाओं पर निर्भर है। एप्पल केवल 2024 के लिए iPhone 16 डिवाइसेज के 90 मिलियन यूनिट तैयार कर रहा है, जो iPhone 15 सीरीज से 10 प्रतिशत ज्यादा है।
यह ध्यान देने वाली बात है कि एप्पल के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर Jeff Williams आईफोन 16 सीरीज के लॉन्च से पहले सप्लाई चेन के बारे में चर्चा करने के लिए चीन के निर्माण केंद्र Shenzhen गए थे। एप्पल वर्तमान में अपनी आईफोन 16 सीरीज के लिए उत्पादन बढ़ा रहा है, क्योंकि चीन में Foxconn समेत इसके ठेकेदार श्रमिकों को काम पर रख रहे हैं।
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एप्पल ने भारत में Foxconn और Tata Electronics के जरिए अपने फ्लैगशिप आईफोन डिवाइसेज का उत्पादन बहुत तेजी से बढ़ा दिया है। टाटा पेगाट्रॉन के भारतीयों कामों का अधिग्रहण कर रहा है, जिसमें चेन्नई के नजदीक एक आईफोन निर्माण संयंत्र शामिल है और दूसरा अभी बन रहा है।
एप्पल का लक्ष्य अगले 3-4 सालों में अपने सभी आईफोन्स का एक चौथाई हिस्सा भारत में निर्मित करके, देश के बुनियादी उत्पादन को बढ़ाना है, यानि अपने कुल आईफोन उत्पादन को 14 प्रतिशत से ऊपर उठाना है।
JP मॉर्गन विश्लेषकों ने 2022 में अंदाजा लगाया था कि सभी एप्पल प्रोडक्ट्स का एक चौथाई हिस्सा 2025 तक चीन के बाहर बनाया जाएगा।
एप्पल भारत में Foxconn के जरिए अपने iPads के निर्माण की तैयारी को भी फिर से शुरू कर सकता है। भारत चाहता है कि एप्पल आने वाले कुछ सालों में लैपटॉप्स और डेस्कटॉप्स समेत अपने सभी प्रोडक्ट्स स्थानीय तौर पर बनाए।
Apple अगले साल की शुरुआत में भारत में AirPods का उत्पादन भी शुरू करने की योजना बना रहा है।