क्या आपका 5G स्मार्टफोन भी हो गया है बेकार? जानें देश में 5G स्मार्टफोन खरीदने वालों को कैसे लगा बड़ा झटका

Updated on 29-Oct-2021
HIGHLIGHTS

अगर आप भी 5G नेटवर्क की राह देख रहे हैं और एक 5G स्मार्टफोन खरीद चुके हैं तो आपके लिए एक बुरी खबर सामने आई है

देश में 5G नेटवर्क टेस्टिंग को लेकर एक बाद मामला सामने आया है। असल में टेलीकॉम कंपनियों ने 5G टेस्टिंग को आगे बढ़ाने के लिए टेलीकॉम डिपार्ट्मन्ट से एक साल का और समय मांगा है

ऐसे में अगर आपने भी एक 5G स्मार्टफोन इसी कारण खरीद है कि आप जल्द ही इंडिया में 5G नेटवर्क को देख पाएंगे तो यह आपके लिए एक बड़े झटका लगने वाली बात है

5G नेटवर्क की राह देख रहे और 5G नेटवर्क पर स्मार्टफोन स्पीड का आनंद लेने के लिए एक नया 5G स्मार्टफोन खरीदने वाले लोगों को एक बाद झटका लगा है। क्या आपका 5G फोन भी हो गया है बेकार? असल में ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि देश में 5G नेटवर्क टेस्टिंग को लेकर एक बाद मामला सामने आया है। असल में टेलीकॉम कंपनियों ने 5G टेस्टिंग को आगे बढ़ाने के लिए टेलीकॉम डिपार्ट्मन्ट से एक साल का और समय मांगा है, ऐसे में अगर आपने भी एक 5G स्मार्टफोन इसी कारण खरीद है कि आप जल्द ही इंडिया में 5G नेटवर्क को देख पाएंगे तो यह आपके लिए एक बड़े झटका लगने वाली बात है, असल में आप यह समझ सकते है कि अब एक साल के लिए आपका 5G स्मार्टफोन बेकार हो गया है। अब क्या आपने भी अभी हाल ही में इसी कारण एक 5G फोन खरीदा है कि आप 5G स्पीड का आनंद ले सकते हैं? आइए जानते हैं कि आखिर आपके 5G स्मार्टफोन के बेकार होने का क्या कारण है। यह भी पढ़ें: BSNL यूजर्स के लिए धमाका ऑफर, अब 30 दिन ज्यादा चलेंगे ये रिचार्ज प्लान, Airtel-Jio को मिलेगी टक्कर

5G हो रहा एक साल और लेट

जानकारी के लिए बात देते है कि देश में 5G के आने में अभी समय लग सकता है, अब अगर आप 5G के राह बेसब्री से देख रहे थे, तो आपके लिए यह खबर आपको चौंकाने वाली हो सकती है। यहाँ आपको बात देते है कि देश की बड़ी टेलिकॉम कंपनियों यानि Reliance Jio, Bharti Airtel, Vodafone Idea ने 5G ट्रायल को एक साल के लिए बढ़ाने के लिए टेलिकॉम डिपार्ट्मन्ट से कहा है। इसका मतलब है कि अभी देश में 5G को आने में लगभग एक साल का समय और लग सकता है। यह भी पढ़ें: अनलिमिटेड कॉलिंग, हाई स्पीड डेटा और फ्री में चाहिए ये बेनेफिट्स तो ये प्लान्स सिर्फ आपके लिए ही हैं

आपको बात देते है कि इस साल ही मई महीने में देश में 700Mz बैंड, 3.3-3.6GHz बैंड और 24.25-28.5GHz बैंड लगभग 6 महीनों के लिए परीक्षण के तौर पर दिए गए थे। अब सामने आ रहा है कि वर्तमान समयकाल नवंबर महीने में खत्म हो रहा है, उसके पहले ही टेलिकॉम कंपनियों ने साथ मिलकर टेलिकॉम डिपार्ट्मन्ट से कहा है कि उन्हें 5G परीक्षण के लिए और समय चाहिए। यह भी पढ़ें: जियो धमाका प्लान्स: डेली डेटा लिमिट नहीं… रोजाना जितना डेटा चाहिए उतना इस्तेमाल करें..!

5G आखिर क्या है? (What is a 5G Network)

5G को एक इंडस्ट्री स्टैण्डर्ड के तौर पर देखा जा सकता है जो वर्तमान में चल रहे 4G LTE स्टैण्डर्ड से कुछ आगे बढ़कर सामने आने वाला है। जैसे कि 3G के स्थान पर 4G ने अपनी जगह बनाई थी वैसे ही ऐसा माना जा रहा है यह fifth generation के स्थान पर 5G नाम से आने वाला है। इसका मतलब है कि यह इस स्टैण्डर्ड का पांचवां standard है। 5G के बारे में ज्यादा जानें यहाँ!

इसे अभी वर्तमान में चल रहे 4G LTE तकनीकी से भी तेज़ गति से चलने के लिए निर्मित किया गया है। हालाँकि इसे मात्र स्मार्टफोन में इन्टरनेट की स्पीड (Internet Speed) को बढ़ाने को लेकर ही नहीं देखा जा रहा है। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इसके साथ फास्टर वायरलेस इन्टरनेट (Faster Wireless Internet) को सभी जगह सभी के लिए पहुँचाया जा सकता है। इसके माध्यम से कार्स को कनेक्ट किया जा सकता है। यह आप आसानी से स्मार्टफोंस (Smartphones) के साथ कर सकते हैं। इसे भी पढ़ें: इसे कहते हैं धाकड़ प्लान! 600GB बिना लिमिट डेटा, 365 दिन की वैलिडिटी, ये हैं BSNL का धांसू प्लान

ऐसा भी कहा जा सकता है कि भविष्य में आपके स्मार्टफोन (Smartphones) के साथ अन्य सेलुलर कनेक्टिविटी (Cellular Connectivity) वाले डिवाइस जो आपके पास हैं। वह सब 4G LTE तकनीकी (4G LTE Technology) के स्थान पर 5G का इस्तेमाल उसी तरह से करने वाले हैं, जैसा कि आज हम 4G का कर रहे हैं। इसे भी पढ़ें: Reliance Jio ने फिर किया एयरटेल और Vi पर हमला, बिना किसी डेटा लिमिट के लाया 5 नए प्लान, देखें कीमत

क्या होता है 4G? (What is a 4G Network)

इसे सीधे शब्दों में कहें, तो 4G को मोबाइल प्रौद्योगिकी (Mobile Technology) की चौथी पीढ़ी के रूप में परिभाषित किया गया है जो 2G और 3G नेटवर्क (2G and 3G network)  के बाद सामने आई है, या ऐसा भी कह सकते हैं कि जो 2G और 3G का अनुसरण करती है। इसे कभी-कभी 4G एलटीई (4G LTE) भी कहा जाता है, लेकिन यह तकनीकी (Technology) रूप से सही नहीं है क्योंकि एलटीई (LTE) केवल एक प्रकार का 4G है। वर्तमान में यह सबसे उन्नत तकनीक है जिसे अधिकांश मोबाइल नेटवर्क (Mobile Network) सेवा प्रदाताओं (service providers) द्वारा अपनाया जा रहा है। 4G के बारे में ज्यादा जानें यहाँ!

जब यह शुरू में बाजार में आया तो 4G ने दुनिया में एक बड़ा बदलाव किया, हम मोबाइल इंटरनेट (Mobile Internet) का उपयोग कैसे करते हैं, इसे भी 4G ने पूरी तरह से बदलकर रख दिया। जबकि 3G नेटवर्क (3G Network) अपेक्षाकृत तेज़ है, और इसमें कोई भी दोराय नहीं है, लेकिन 4G नेटवर्क (4G Connectivity/network) कनेक्शन ने उपयोगकर्ताओं को वेब ब्राउज़ (Web Browser) करने और मोबाइल उपकरणों (Mobile Devices) पर एचडी वीडियो स्ट्रीम (HD Video Streaming) करने की आज़ादी दी, जिसके बाद स्मार्टफोंस (Smartphones) आधुनिक युग के कंप्यूटरों (computers) में बदल गए। इसे भी पढ़ें: ये हैं 100 रुपये की कीमत के अंदर आने वाले सबसे शानदार रिचार्ज प्लान

इसी कारण आप वह सभी काम जो लैपटॉप (laptop) या डेस्कटॉप कंप्यूटर (Desktop Computer) पर स्मार्टफोन (Smartphone) या टैबलेट (Tablet) जैसे मोबाइल उपकरणों (Mobile Devices) पर कर सकते हैं। इन्हें करने में 4G नेटवर्क (4G network) सुनिश्चित करता है कि आपको कितने भी डाटा (Data) की आवश्यकता हो, आप लगभग हर जगह स्थिर गति (Speed) पा सकते हैं। इसे भी पढ़ें: Rs 500 से भी कम में आने वाले BSNL, Airtel, Vi और Jio के बेस्ट प्रीपेड प्लान

कितना फ़ास्ट होने वाला है 5G नेटवर्क? (High Speed 5G Network)

टेक कंपनियां (Tech Companies) 5G से काफी आशाजनक हैं। जबकि सैद्धांतिक 100 मेगाबिट्स प्रति सेकंड (एमबीपीएस/Mbps) में 4G टॉप पर  है, हालाँकि 5G के मामले में यह टॉप 10 गीगाबिट्स प्रति सेकंड (जीपीएस/GPS) होने वाला है। इसका मतलब है कि 5G वर्तमान 4G तकनीक (4G and 5G Technology) की तुलना में सौ गुना तेज  होने वाला है। यह भी पढ़ें: जियो धमाका प्लान्स: डेली डेटा लिमिट नहीं… रोजाना जितना डेटा चाहिए उतना इस्तेमाल करें..!

उदाहरण के लिए, उपभोक्ता प्रौद्योगिकी एसोसिएशन (Technology Association) की एक रिपोर्ट में ऐसा भी सामने आ चुका है कि इस गति (Speed) से, आप 5G पर केवल 3.6 सेकंड में, 4G पर 6 मिनट बनाम 3G पर 26 घंटे में दो घंटे की फिल्म डाउनलोड (Download) कर सकते हैं। इसे भी पढ़ें: Reliance Jio का एक पे एक फ्री ऑफर, एक के पैसे में डबल डेटा का अद्भुत आनंद उठाएं

यह सिर्फ कहने वाली बात नहीं है, 5G में विलंबता को कम करने का वादा किया गया है, जिसका अर्थ है कि इंटरनेट (Internet) पर कुछ भी करने के दौरान तेजी से लोड समय और बेहतर जवाबदेही बनने वाली है। विशेष रूप से, विनिर्देश आज 4G LTE पर 5G बनाम 20ms पर 4ms की अधिकतम विलंबता का वादा करता है। इसे भी पढ़ें: Vodafone ने यूजर्स को दी बड़े खतरे से बचने की चेतावनी, एयरटेल, जियो यूजर्स भी करें अमल

इस गति पर, 5G वर्तमान होम केबल इंटरनेट कनेक्शन (Internet Connection) को देखा गया है और यह फाइबर (Fiber) के लिए अधिक तुलनीय है। कॉमकास्ट (Chromecast), कॉक्स (Fox)और अन्य जैसी लैंडलाइन इंटरनेट (landline Internet) कंपनियों को गंभीर प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है – खासकर जब वे एक निश्चित क्षेत्र में तेजी से होम इंटरनेट (Home Internet) के लिए एकमात्र विकल्प हैं। वायरलेस वाहक (Wireless) हर घर में भौतिक तारों को बिछाने के बिना एक विकल्प प्रदान कर सकते हैं। इसे भी पढ़ें: 200 रुपये ज्यादा खर्च करके इस दमदार प्लान का उठा सकते हैं लाभ, सबकुछ है अनलिमिटेड

सभी चाहते हैं कि कि 5G के बारे में सुपर-फास्ट (Super-Fast), व्यावहारिक रूप से असीमित इंटरनेट (unlimited internet) हर जगह और सभी उपकरणों (Devices) को सक्षम करने के बारे में भी सोचा जाए। बेशक, वास्तविक दुनिया में, इंटरनेट सेवा प्रदाता (Internet service Provider) डाटा कैप (Data Cap) लगाते हैं। उदाहरण के लिए, भले ही आपके वायरलेस कैरियर (wireless Carrier) ने आपको 100 जीबी डाटा कैप (100GB Data Cap) दिया हो – जो कि आज की अधिकांश प्लान्स (Plans) की तुलना में बहुत बड़ा है – आप एक मिनट में और 20 सेकंड में 10 Gbps की अधिकतम सैद्धांतिक गति (high speed) से उड़ा सकते हैं। यह स्पष्ट नहीं है कि कौन से वाहक अंततः लगाएंगे और कितना उपयोग को प्रभावित करेंगे। ये भी पढ़ें: Vi यूजर्स को जल्द लग सकता है सदमा, जानें क्या है Vodafone idea की सबसे बड़ी मुश्किल 

आखिर कितना फ़ास्ट होता है 4G? (High Speed 4G Network)

आसान शब्दों में कहें तो आपको बता देते हैं कि 3G के मुकाबले में 4G काफी फ़ास्ट होता है, लेकिन क्या इससे हमें कुछ भी पता चलता है? मेरी राय में तो आपको इससे कुछ भी पता नहीं चलता है क्योंकि 3G के मुकाबले 4G तेज़ है इसका क्या मतलब है। स्टैंडर्ड 4G ऑफर लगभग 14 एमबीपीएस की डाउनलोड स्पीड देता है, जो कि इसके पहले के 3G नेटवर्क की तुलना में लगभग पांच गुना अधिक तेज है। वास्तव में, 4G नेटवर्क 150 एमबीपीएस तक की गति तक पहुंच सकता है, जिससे उपयोगकर्ता 3G नेटवर्क की तरह घंटों के बजाय मिनट या सेकंड में गीगाबाइट डाटा डाउनलोड कर सकते हैं। इसे भी पढ़ें: Airtel, Vi और Jio के सस्ते प्लान: Rs 39 से लेकर Rs 49 की कीमत में आने वाले बेहद सस्ते प्लांस

डाटा अपलोड करना भी इसमें बहुत तेज़ है– स्टैण्डर्ड 4G अपलोड गति लगभग 8 एमबीपीएस तक हो सकती है, जिसमें सैद्धांतिक गति 50 एमबीपीएस तक पहुंचती है, जबकि 3G लगभग 0.5 एमबीपीएस तक ही सीमित रह जाती है। यहाँ आपको अंतर पता चल ही गया होगा कि आखिर भारत में अभी भी 4G क्या स्पीड है, और असल में इसे कितना होना चाहिए। यह भी पढ़ें: Jio का तगड़ा ऑफ़र: केवल 299 रुपये में मिलेगा 399 रुपये वाला रिचार्ज प्लान, देखें क्या करना होगा

5G नेटवर्क कैसे काम करता है? (How 5G Network Works)

5G तेज गति को प्राप्त करने के लिए बहुत सारी तकनीकी का लाभ उठाकर इनका इस्तेमाल भी करता है। हालाँकि यह मात्र इनोवेशन आदि की ही बात नहीं है। आईईईई स्पेक्ट्रम पत्रिका बहुत सारे तकनीकी विवरणों को अधिक गहराई से समझाने का एक अच्छा काम करती है, लेकिन यहां हम आपको इसे आसानी से समझाने वाले हैं। इसे भी पढ़ें: Jio के 100 रुपये के अन्दर आने वाले सबसे शानदार प्लान्स, आप कौन सा प्लान कर रहे हैं इस्तेमाल?

नया स्टैण्डर्ड 4G से रेडियो स्पेक्ट्रम के पूरे नए बैंड का उपयोग करेगा। 5G "मिलीमीटर वेव्स" का लाभ उठाएगा, जो 30GHz और 300GHz बनाम बैंड के बीच 6GHz से नीचे के बैंड में प्रसारित होते थे, जो अतीत में उपयोग किए गए थे। ये पहले केवल उपग्रहों और रडार प्रणालियों के बीच संचार के लिए उपयोग में लिए जाते थे। लेकिन मिलीमीटर तरंगों को आसानी से इमारतों या अन्य ठोस वस्तुओं के माध्यम से यात्रा नहीं की जा सकती है, इसलिए 5G "छोटी cells" का भी लाभ उठाएंगे – छोटे लघु आधारित स्टेशन जिन्हें पूरे शहरी क्षेत्रों में लगभग 250 मीटर तक रखा जा सकता है। ये ऐसे स्थानों में बहुत बेहतर कवरेज प्रदान करेंगे। इसे भी पढ़ें: BSNL के इस प्लान में केवल Rs 1.42 में मिलता है 1GB डाटा, जानें क्या है पूरे बेनिफ़िट

ये बेस स्टेशन "बड़े पैमाने पर MIMO" का भी उपयोग करते हैं। MIMO का अर्थ है "मल्टीपल-इनपुट मल्टीपल-आउटपुट।" आपके पास MIMO तकनीक वाला एक होम वायरलेस राउटर भी हो सकता है, जिसका अर्थ है कि इसमें कई एंटेना होते हैं जिनका उपयोग यह कई अलग-अलग वायरलेस डिवाइसेज पर बात करने के लिए कर सकता है उनके बीच स्विच किए बिना ही यह ऐसा कर सकता है। बड़े पैमाने पर MIMO एक बेस स्टेशन पर दर्जनों एंटेना का उपयोग करेगा। वे उन संकेतों को बेहतर ढंग से निर्देशित करने के लिए बीमफॉर्मिंग का लाभ भी उठाएंगे, डिवाइस में इंगित होने वाले बीम में वायरलेस सिग्नल को निर्देशित करेंगे और अन्य उपकरणों के लिए हस्तक्षेप कम करेंगे। यह भी पढ़ें: Jio का तगड़ा ऑफ़र: केवल 299 रुपये में मिलेगा 399 रुपये वाला रिचार्ज प्लान, देखें क्या करना होगा

5G बेस स्टेशन भी पूर्ण duplex  पर चलेंगे, जिसका अर्थ है कि वे एक ही आवृत्ति पर एक ही समय में संचारित और प्राप्त कर सकते हैं। आज, उन्हें संचारण और सुनने के तरीकों के बीच स्विच करना है, चीजों को धीमा करना है। यह 5G को इतनी तेजी से बनाने के लिए शामिल की जा रही कुछ प्रौद्योगिकी का एक स्नैपशॉट है। इसे भी पढ़ें: अगर फ्री चाहिए Netflix, Amazon Prime का सब्स्क्रिप्शन, तो ये रीचार्ज प्लान आपको ज़रूर आएंगे पसंद

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