दुनिया में लगभग 84% लोग स्मार्टफोंस खरीदते हैं जिनमें से कई एप्पल आईफोन तो कई एंड्रॉइड फोंस होते हैं। हालांकि, फोंस की मौजूदगी ने जीवन को काफी सुविधाजनक बना दिया है, लेकिन साथ ही सभी यूजर्स के लिए मैलवेयर और वायरस जैसे साइबर अटैक्स का खतरा भी लगातार बढ़ रहा है। स्मार्टफोंस में कोई मैलिशियस ईमेल खोलना या असुरक्षित फ़ाइल डाउनलोड करने जैसे साधारण टास्क से भी फोन साइबर अटैक का शिकार हो सकता है।
आपके फोन में वायरस कुछ इस तरह से आता है कि भले ही फोन में फोन वायरस मौजूद हो, लेकिन जब तक आप स्कैन नहीं करेंगे तक तक आपको इसके बारे में पता भी नहीं चल सकेगा। तो चलिए देखते हैं कि अगर आपका आईफोन या एंड्रॉइड फोन वायरस से इन्फेक्ट हो जाए तो उसका पता कैसे लगाएं।
जो एंड्रॉइड फोंस या आईफोंस मैलवेयर और वायरस जैसे मैलिशियस अटैक्स के शिकार हो जाते हैं वे ठीक तरह से काम नहीं करते। ऐसा होने पर वे बैटरी लाइफ कम होने से लेकर ऐप्स क्रैश होने जैसे कई संकेत देते हैं। तो यहाँ कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताया गया है जिन्हें आपको ध्यान में रखना चाहिए।
1. ऐप्स खुलने में काफी देर लगाते हैं या फिर वे अचानक क्रैश हो जाते हैं जिससे डिवाइस की परफॉरमेंस खराब हो जाती है।
2. फोन अपने आप ही ओवरहीट होने लगता है।
3. बैटरी अधिक तेजी से ड्रेन होने लगती है या फिर बैटरी लाइफ खराब हो जाती है।
4. डेटा के अधिक इस्तेमाल से असामान्य बिल चार्जेस आते हैं।
5. स्क्रीन पर अचानक पॉप-अप आने लगते हैं।
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अगर आपका डिवाइस ऊपर बताए गए कोई भी संकेत दिखा रहा है, तो शायद आपका एंड्रॉइड फोन या आईफोन वायरस का शिकार हो गया है। इसके लिए सबसे अच्छी सलाह यही है कि कोई भी डेटा चोरी या फिर फोन को कोई नुकसान होने से पहले ही आप जल्द से जल्द अपने फोन से मैलवेयर को हटा दें। अगर आपका स्मार्टफोन भी वायरस का शिकार हो गया है तो नीचे कुछ स्टेप्स दिए गए हैं जिन्हें फॉलो करके आप अपने डिवाइस से मैलवेयर को खत्म कर सकते हैं।
1. ऐंटीवायरस सॉफ्टवेयर्स जैसे Avast, AVG, Bitdefender, McAfee या Norton में से किसी के भी इस्तेमाल से अपने स्मार्टफोन को स्कैन करके फटाफट वायरस को हटा दें।
2. एंड्रॉइड डिवाइस के लिए अपने फोन के स्टोरेज और cache को क्लियर कर दें। वहीं आईफोंस के लिए ब्रॉउज़िंग हिस्ट्री और वेबसाइट डेटा को क्लियर करें।
3. अपने आईफोन को रीस्टार्ट करें। अगर आपके पास एक एंड्रॉइड डिवाइस है, तो उसे रीस्टार्ट करें तो सेफ मोड में जाएं जो किसी भी थर्ड-पार्टी ऐप को काम करने से रोकता है।
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4. अपने एंड्रॉइड या आईफोन से उन ऐप्स को अनइन्स्टॉल कर दें जिन्हें आप इस्तेमाल नहीं करते हैं।
5. आखिरी इलाज यह है कि आप अपने स्मार्टफोन के सारे डेटा का बैकअप लें और उसे फैक्टरी रीसेट कर दें। इससे स्मार्टफोन दोबारा फैक्टरी सेटिंग पर रीसेट हो जाता है और साथ ही फोन में पाए गए किसी भी मैलवेयर या वायरस को हटा देता है।