गूगल आपके लिए एक ऐसे विकल्प की खोज करने में लगा है. जो आपको आपके कीबोर्ड स्पेसबार से आज़ादी दिला देगा. यह एक नई स्पेस सेविंग तकनीक के माध्यम से किया जाएगा.
इस पेटेंट में, लैपटॉप के लिए एक डिज़ाइन बनाया है, जो कि एक फैला हुआ ट्रैकपैड है, साथ ही यह एक लाइन में विभाजित है स्पेसबार को बचाने के लिए, बाकी अगर इसे देखें तो यह एक ट्रैकपैड जैसा ही लगता है. और साथ ही इस ट्रैकपैड में सेंसर्स का एक सेट है, जो एक सिंगल टैप से एक स्पेस बनाता है, पर जन आप इसे एक माउस कि तरह इसतेमाल करते हैं यह एक माउस क्लिक पर आपको अपने नतीजे देता है.
इस पेटेंट के अनुसार, “स्पेसबार के स्थान पर यहाँ एक उपकरण लगाया जाएगा, जहां स्पेसबार फंक्शन करता है, ट्रैकपड़ के पोर्शन के रूप में.”
प्रतिद्वंदी लेनोवो ने अपने लैपटॉप्स में पहले से इन ट्रैकपैड्स को लगाया गया है, जो कि कीबोर्ड से काफी मेल खाते हैं, स्पेस को बचाने के लिए. स्पेस को कम करना मतलब कीबोर्ड और ट्रैकपैड, गूगल द्वारा इनके समावेश से एक मिलता जुलता लैपटॉप बनाया जाएगा. गूगल की क्रोमबुक ने अभी से ही प्रसिद्धता हासिल नि आरम्भ कर दी है, और इस नई तकनीक के आ जाने से कम्पनी लैपटॉप मार्केट में नई उपलब्धियां हासिल कर लेगी.
हालांकि, यह देखना अभी बाकी है कि गूगल क्या सच में इस तकनीक का इस्तेमाल करेगा. गूगल के प्रतिनिधियों ने कहा, “हमारे पेटेंट्स को अगली घोषणा के रूप में नहीं लेना चाहिए.” देखने वाली ख़ास बात यह है कि गूगल के स्पेसबार पेटेंट को पहले भी दो बार बिना मंज़ूरी के नकार दिया गया है.
गूगल ने हाल ही में अपने पेटेंट परचेस प्रमोशन की घोषणा की थी, जो पेटेंट होल्डर्स को एक प्लेटफ़ॉर्म देना चाहता था. इस प्रमोशन की शुरुआत मई 8 हुई थी और यह मई 22 तक चला था, और अगस्त में इसे सेलर्स को दिया जाना था.