आजकल अक्सर देखा जाता है कि ज्यादातर लोग अपने मोबाइल डेटा को सेव करने के लिए कैफे या होटलों के पब्लिक डेटा का इस्तेमाल करते हैं। कई मामलों में टेलीकॉम कंपनी द्वारा दी गई मोबाइल डेटा लिमिट को लोग जल्दी ही पार कर लेते हैं और इसके बाद इनके पास डेटा बचता नहीं है। इसके अलावा घर में वाईफाई (WiFi) न होने की वजह से बहुत से लोग पब्लिक वाईफाई (WiFi) का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि स्मार्टफोन (Smartphone) में इंटरनेट कम होता है। लेकिन आप में से कितने लोग जानते हैं कि इस पब्लिक वाईफाई (WiFi) का इस्तेमाल करने से आपको काफी नुकसान हो सकता है?
डिजिटल सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, किसी भी फोन का सबसे भयानक कार्य ऑटो (Auto) जॉइनिंग (Joining) है। नतीजतन, एक बार किसी स्थान पर सार्वजनिक (Public) वाईफाई (WiFi) से कनेक्ट होने पर, यदि आप फिर से उस स्थान पर जाते हैं, तो वाईफाई (WiFi) स्वचालित रूप से कनेक्ट हो जाएगा। इस फीचर (Feature) के परिणामस्वरूप यूजर्स कुछ समय बचा सकते हैं, लेकिन मोबाइल की सुरक्षा खो देते हैं।
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आम तौर पर, सभी सार्वजनिक (Public) वाईफाई (WiFi) में बहुत कम सुरक्षा लेयर्स होती हैं। जिसे हैकर आसानी से तोड़ सकते हैं। ऑटो (Auto) जॉइनिंग (Joining) फीचर (Feature) आपकी अनुमति के बिना आपके स्मार्टफोन (Smartphone) को सार्वजनिक (Public) वाईफाई (WiFi) से जोड़ता है। अगर आपके स्मार्टफोन (Smartphone) में ऑटो (Auto) जॉइनिंग (Joining) फीचर (Feature) इनेबल है, और अगर आपका मोबाइल पहले से कहीं पब्लिक वाईफाई (WiFi) से कनेक्टेड है तो अगर आप दोबारा उस जगह पर जाते हैं तो आप बिना आपकी इजाजत के यह फिर से वाईफाई (WiFi) से कनेक्ट हो जाता है।
आमतौर पर कोई भी फोन SSID के जरिए निकटतम वाईफाई (WiFi) कनेक्शन को पहचान लेता है। यदि कोई हैकर आपके फोन से पहले से जुड़े लोकप्रिय वाईफाई (WiFi) के एसएसआईडी के साथ एक नेटवर्क बनाता है, तो आपका सारा डेटा हैकर तक आसानी से पहुंच जाएगा। अब ऐसे में आपको अपने फोन की सुरक्षा कैसे करनी है, आइए जानते हैं।
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विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के जोखिमों से खुद को बचाने के लिए आपको ऑटो (Auto) जॉइनिंग (Joining) फीचर (Feature) को डिसेबल रखने की जरूरत है। एक्सपर्ट्स ने पब्लिक वाईफाई (WiFi) की जगह मोबाइल डेटा इस्तेमाल करने की सलाह दी है।
वीपीएन किसी भी डेटा को एन्क्रिप्ट कर सकता है, किसी भी थर्ड पार्टी के फोन पर क्या हो रहा है यह इसका कोई निशान नहीं छोड़ता है। इसलिए अगर आप पब्लिक वाईफाई (WiFi) का इस्तेमाल करते हैं तो आपको वीपीएन का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।
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एक ऐसे वाईफाई (WiFi) का उपयोग करें जिसे एक्सेस करने के लिए पासवर्ड की आवश्यकता होती है। इस प्रकार का वाईफाई (WiFi) आमतौर पर हैकर्स के लिए हैक करना आसान नहीं होता है।
सार्वजनिक (Public) वाईफाई (WiFi) का उपयोग करते समय हमेशा सोशल मीडिया (Social Media) का उपयोग न करें या ऑनलाइन पैसे का लेनदेन न करें।
सार्वजनिक (Public) वाईफाई (WiFi) का उपयोग करते समय फ़ायरवॉल का उपयोग करें।
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