अब केवल एक सेकंड में डाउनलोड कीजिए 3HD मूवीज़
जर्मनी ने एक ऐसी तकनीक बनाई है जिससे आप 5G स्पीड से भी कई गुना तेज़ स्पीड में इन्टरनेट इस्तेमाल कर पाएँगें.
जैसा कि हम जानते हैं कि इन्टरनेट स्पीड लगातार बढ़ती जा रही है, अब कुछ देशों में 2G से लेकर 5G तक की इन्टरनेट स्पीड भी आ गई है. भारत में जल्द ही 5G स्पीड भी आने वाली है, लेकिन इससे पहले ही जर्मनी ने एक ऐसी तकनीक बनाई है जिससे आप मौजूदा 5G स्पीड से भी कई गुना तेज़ स्पीड में इन्टरनेट इस्तेमाल कर पाएँगें. इस तकनीक में लाइट की स्पीड से इन्टरनेट चलेगा. Flipkart और Amazon के आज के बेहतरीन ऑफर
4G या 5G स्पीड आपको तेज़ इन्टरनेट स्पीड तो उपलब्ध करवाएँगी लेकिन इसमें लाइट की स्पीड शामिल नहीं होगी. इसी बीच जर्मनी के रिसर्चरों ने एक ऐसी तकनीक निकाली है, जिससे सिर्फ 1 सेकंड में 3HD मूवीज़ डाउनलोड की जा सकती हैं. रिसर्चरों का कहना है कि यह इन्टरनेट लाइट की स्पीड पर चलेगा.
सूर्य की किरणों से जानकारी शेयर की होगी
रॉयटर्स के अनुसार, एंडहोवेन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नॉलजी रिसर्चरों ने एक तकनीक खोजी है.
इस रिसर्च से जुड़े प्रोफेसर टॉन कूनन का कहना है कि हम जानकारी के वायरलेस ट्रान्सफर के लिए सूर्य की किरणों का इस्तेमाल करेंगे. यह किरणें हाई क्षमता के चैनल की तरह काम करेंगीं.
यह वायरलेस सिस्टम भी इन्टरनेट ऑप्टिकल फाइबर पर ही चलेगा, लेकिन इसमें फाइबर का कोई इस्तेमाल नहीं किया जाएगा.
इस तकनीक में 112GB प्रति सेकंड स्पीड मिल रही है
प्रोफेसर टॉम कूनन का कहना है कि अभी तक उन्होंने इस तकनीक के द्वारा 112GB प्रति सेकंड इन्टरनेट स्पीड पा ली है.
इस तकनीक के ज़रिए आप 1 सेकंड में 3HD मूवीज़ डाउनलोड कर सकते हैं.
इस तकनीक द्वारा स्पेस मिशन और अन्य भारी भरकम डाटा वर्क को आसानी से किया जा सकता है.
इस तरह काम करेगी यह तकनीक
इस तकनीक का इस्तेमाल करने के लिए लाइट एंटीना लगाए जाते हैं. यह एंटीना उन वेवलेंथ्स को रेडिएट करता है जो अलग-अलग ऐंगल्स पर होते हैं और दिखाई नहीं देते.
इस तकनीक का एक यह भी फायदा है, कि आपका स्मार्टफोन या लैपटॉप एक एंटीना की साइटलाइन से दूर हो जाता है तो दूसरे से जुड़ जाता है.
यूज़र्स इस तकनीक से सुरक्षित भी हैं, क्योंकि इसकी इंफ्रारेड वेवलेंथ्स यूजर की आंखों तक नहीं पहुंचती हैं. इस सिस्टम की मेंटेनेंस और पावर यूज की भी कोई चिंता नहीं रहती, हर यूज़र को उसका अलग एंटीना मिलता है.
इस तकनीक का सबसे बढ़ा फायदा
इस तकनीक में हर यूज़र को अलग एंटीना मिलता है जिससे उसे पूरी कैपेसिटी मिलती है, इसका मतलब यूज़र्स को अपनी इन्टरनेट स्पीड किसी के साथ शेयर करने की ज़रूरत नहीं होती.
डॉ. कूनन ने यह भी कहा कि इस तकनीक में पॉवर की खपत भी कम होती है, और साथ ही इस तकनीक में Wi-Fi से होने वाले प्राइवेसी खतरे को भी कम किया जा सकता है.
Flipkart और Amazon के आज के बेहतरीन ऑफर