इस ग्रह के अध्ययन से हॉट जुपिटर्स के तारों का चक्कर लगाने की प्रक्रिया को अधिक समझने में मदद मिलेगी
कनाडा के खगोल शास्त्रियों ने पृथ्वी से 930 प्रकाश वर्ष दूर गैसीय एक्सोप्लैनेट (सौरमंडल के बाहर का गैसों से भरा ग्रह) पर एक रहस्यमय गर्म स्थान की खोज की है, जिसकी उम्मीद उन्हें बिल्कुल नहीं थी। यह खोज हमारे सौर मंडल के बाहर पाए जाने वाले ऐसे ग्रहों के प्रति वैज्ञानिकों की समझ को चुनौती देती है।
सीओआरओटी-2बी ग्रह की खोज एक दशक पहले फ्रांस के नेतृत्व वाले अंतरिक्ष निगरानी मिशन ने की थी। इस ग्रह को 'हॉट जुपिटर' भी कहा जाता है। बृहस्पति के विपरीत तथाकथित हॉट जुपिटर अपने मेजबान तारे के आश्चर्यजनक ढंग से नजदीक होते हैं। वे इतना करीब होते हैं कि इन्हें अपने तारों का चक्कर लगाने में तीन दिनों से भी कम समय लगता है।
इस ग्रह पर पूर्वोत्तर की ओर जाने वाली तेज हवाएं चलती हैं। कनाडा में मैकगिल यूनिवर्सिटी के खगोल वैज्ञानिकों ने शोध के दौरान सीओआरओटी-2बी एक्सोप्लैनेट को अपनी स्थिति से विपरीत दिशा पश्चिम की तरफ पाया।
मैकगिल के एक वैज्ञानिक निकोलस कोवान ने कहा, "हमने पहले नौ अन्य गर्म बृहस्पति का अध्ययन किया है, विशालकाय ग्रह, जो अपने तारों के करीब परिक्रमा करता है। हर ग्रह पर पूर्व की ओर हवाएं चलती थीं। लेकिन इस ग्रह पर हवाए उलटी दिशा में जा रही हैं। यह एक अपवाद है। हमें इस ग्रह के अध्ययन से हॉट जुपिटर्स के तारों का चक्कर लगाने की प्रक्रिया को अधिक समझने में मदद मिलेगी।" यह खोज 'नेचर एस्ट्रॉनॉमी' पत्रिका में प्रकाशित हुई है।