देश के जाने-माने उद्योगपति रतन टाटा का निधन हो गया है. उनका निधन 86 वर्ष की आयु में हुआ. देश के चहेते उद्योगपति रतन टाटा मे बई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली. 7 अक्टूबर को उन्हें बीपी की दिक्कत आई थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. लेकिन, रात में उनको लेकर बुरी खबर आई. रतन टाटा ने देश के लोगों के लिए काफी काम किए थे.
एक समय में उन्होंने टेलीकॉम क्षेत्र में भी क्रांति ला दी थी. जिसके कारण फोन पर बात करना काफी सस्ता हो गया था. दरअसल, टाटा टेलीसर्विसेज लिमिटेड (टीटीएल) ने जापान की कंपनी एनटीटी डोकोमो के साझेदारी की थी. बाद में इसे टाटा डोकोमो के नाम से लॉन्च किया गया.
टाटा डोकोमो के जरिए रतन टाटा सभी के लिए सस्ती कॉल उपलब्ध करवाना चाह रहे थे. उस समय कॉल रेट काफी महंगे होते थे. 24 जून 2009 को टाटा डोकोमो ने एक पैसा प्रति सेकेंड वाला प्लान पेश किया. यह प्लान इतना सस्ता था कि लोगों ने इसे हाथों-हाथ लिया.
आपको बता दें कि प्रति सेकेंड वाले प्लान से पहले प्रति मिनट के पैसे लोगों को देने होते थे. यानी आपने एक सेकेंड बात की या 58 सेकेंड आपको पूरे मिनट के पैसे देने होते थे. इस प्लान से टेलीकॉम ऑपरेटर्स को तो बहुत फायदा हो रहा था लेकिन रतन टाटा को यह लोगों के हित में नहीं लगा.
उन्होंने कहा प्रति मिनट वाला यह टैरिफ प्लान अपने कस्टमर के साथ बेईमानी करने जैसा है. प्रति सेकेंड वाले प्लान ने टेलीकॉम जगत में एक नई क्रांति ला दी. कंपनी ने ‘सेकंड इज द न्यू मिनट’ जैसे टैगलाइन वाले ऐड देने शुरू कर दिए.
टाटा डोकोमो को लोगों ने इतना पसंद किया कि कंपनी ने लॉन्च के 5 महीने के अंदर ही 1 करोड़ कस्टमर्स बना लिए. टाटा डोकोमो का ही असर था कि बाकी के टेलीकॉम ऑपरेटर्स को भी प्रति सेकेंड प्लान लॉन्च करने पड़े. इसके बाद देश में सस्ता प्लान देने होड़ मची.
इसके बाद से ही देश में टेलीकॉम क्रांति की शुरुआत हो गई थी. एक साल के अंदर ही मोबाइल की संख्या 29 परसेंट से बढ़कर 43 परसेंट हो गई. हर महीने 1.5 करोड़ नए ग्राहक जुड़ने लगे. कंपनी ने केवल कॉल ही नहीं बल्कि सस्ते SMS प्लान भी लॉन्च किए. साल 2010 में कंपनी ने इंटरनेट ब्राउज करने के लिए सस्ता पे-पर-साइट प्लान लॉन्च किया.
हालांकि, बाद में 2010 में महंगी स्पेक्ट्रम नीलामी के बाद घटते मार्जिन और नेटवर्क विस्तार पर बढ़ते खर्च ने टेलीकॉम ऑपरेटर्स के खर्चे को लगातार बढ़ा दिया. बाद में जापान की कंपनी एनटीटी डोकोमो इससे बाहर हो गई. लेकिन, टाटा डोकोमो ने उस समय लोगों को सस्ते कॉल प्लान दिए थे जब लोग इसके बारे में सोच भी नहीं सकते थे.