WhatsApp पर मिला ‘प्रधानमंत्री मुफ्त रिचार्ज योजना’ वाला मैसेज? जान लीजिए सच्चाई वर्ना आएगी बड़ी आफत

WhatsApp पर मिला ‘प्रधानमंत्री मुफ्त रिचार्ज योजना’ वाला मैसेज? जान लीजिए सच्चाई वर्ना आएगी बड़ी आफत

स्कैम कम होने का नाम नहीं ले रहा है. देशभर में हजारों स्कैम चल रहे हैं. इससे लोगों का काफी ज्यादा आर्थिक नुकसान भी होता है. भारत में स्कैम की वजह से लोगों को अपनी खून-पसीने की कमाई गंवानी पड़ती है. अब ऐसा ही स्कैम ‘प्रधानमंत्री मुफ्त रिचार्ज योजना’ के नाम पर चल रहा है.

इसको लेकर लोगों को WhatsApp पर एक मैसेजे भेजा जा रहा है. WhatsApp मैसेज में दावा किया जा रहा है कि ‘प्रधानमंत्री मुफ्त रिचार्ज योजना’ के तहत मोदी सरकार सभी मोबाइल यूजर्स को 84 दिन या 3 महीने का रिचार्ज फ्री में दे रही है. इसके लिए आखिरी डेट 31 दिसंबर 2024 बताई गई है. इस मैसेज के जाल में फंसने पर लोगों को फाइनेंशियल नुकसान हो सकता है.

‘प्रधानमंत्री मुफ्त रिचार्ज योजना’ का सच

आपको बता दें कि ऐसी कोई स्कीम भारत सरकार की ओर से नहीं चलाई जा रही है. PIB Fact Check टीम ने भी इसको कन्फर्म किया है. PIB Fact Check ने ट्वीट करते इस स्कैम से सावधान रहने की सलाह दी. ट्वीट में PIB Fact Check ने उस मैसेज का स्क्रीनशॉट भी लगाया है जिसमें इस तरह का दावा किया जा रहा है.

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PIB Fact Check के अनुसार, भारत सरकार की ओर से ऐसी कोई फ्री रिचार्ज की योजना नहीं चलाई जा रही है. उसने बताया कि ऐसे किसी भी मैसेज का दावा गलत है. स्कैमर्स ने मैसेज के साथ एक लिंक भी दिया है. यह लिंक सरकारी वेबसाइट की तरह दिखता है. हालांकि, ऐसे लिंक पर क्लिक करना खतरनाक हो सकता है.

स्कैमर्स के पास पहुंच जाती है पर्सनल जानकारी

आपकी ज्यादातर जानकारी वेबसाइट पर चली जाती है. इसके अलावा स्कैमर्स आपसे आपकी कई डिटेल्स को भरने के लिए भी कहते हैं. ये डिटेल्स स्कैमर्स तक पहुंच जाती है. फिर फ्री रिचार्ज पाने के लिए मैसेज को दूसरे लोगों को भेजने के लिए कहा जाता है. इस तरह फेक ये मैसेज लगातार फैलता रहता है और लोगों की जानकारी जमा करता रहता है.

कई केस में देखा गया है कि लोगों की हासिल की गई पर्सनल जानकारी को डार्क वेब पर बेच दिया जाता है. जिसका इस्तेमाल करके स्कैमर्स आपके साथ फाइनेंशियल स्कैम करने की कोशिश करते हैं. आपको बता दें ऐसी किसी भी सरकारी स्कीम के बारे में लोगों को सरकारी वेबसाइट या दूसरे माध्यम से सूचित किया जाएगा. इस तरह के कई मैसेज बीच-बीच में वायरल होते रहते हैं आपको उनसे सावधान रहने की जरूरत है.

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Sudhanshu Shubham

Sudhanshu Shubham

सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile

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