पिछले साल देश के विभिन्न हिस्सों के लोग कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई लड़ने और लोगों की मदद करने के लिए आगे आए। इन दिनों लोग अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के नए तरीकों को अपना रहे हैं, और स्मार्टफोन हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। लोग पढाई करने, काम करने, मनोरंजन और खुद को व्यक्त करने के लिए स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए, इनोवेटिव ग्लोबल स्मार्टफोन ब्रांड वीवो ने आज एक नए ब्रांड कैंपेन "रियल पीपल, रियल स्टोरीज" की घोषणा की। यह कैंपेन उन लोगों के जीवन की वास्तविक कहानियों को प्रस्तुत करेगा, जो समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला रहे हैं। इसके साथ ही यह देश के विभिन्न हिस्सों के महत्वाकांक्षी युवा फिल्म निर्माताओं को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए एक मंच भी देगा, जिसके जरिए वे इन सभी लोगों की कहानी को दुनिया के सामने ला पाएंगे।
कैंपेन के तहत, दो प्रेरक कहानियां प्रस्तुत की गई हैं, जिन्हें विवो स्मार्टफोन पर शूट किया गया है। इस कैंपेन के जरिए उन लोगों की कहानी बताई जाएगी, जो अपने काम के जरिए समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाकर अपने आसपास के लोगों के हर पल को खुशियों से भर देने का ( #डिलाइटएवरीमोमेंट) प्रयास कर रहे हैं। इस मंच पर आने वाली यह दोनों फिल्में सिर्फ एक शुरुआत भर है, आगे इस मंच के जरिए लोगों के दिल को छू लेने वाली मानव संबंधों की ऐसी कई कहानियां प्रस्तुत की जाएगी। युवा निर्देशक जो विवो के लिए शूट करने की इच्छा रखते हैं और सम्मोहक कहानियों वाले और लोग अपनी कहानियों को कैप्चर करवाने के लिए india.pr@vivo.com पर भी विवो इंडिया को लिख सकते हैं।
इस पहल के शुभारंभ पर वीवो इंडिया के ब्रांड स्ट्रेटेजी डायरेक्टर निपुण मार्य ने कहा, “2020 में हम सभी को बहुत संघर्ष करना पड़ा है, जो इतिहास के सबसे कठिन वर्षों में से एक है, लेकिन इस दौरान बहुत सारे लोग ऐसे भी थे, जो सभी की मदद करने के लिए कड़ी मेहनत करते रहे। "रियल पीपल रियल स्टोरीज़" कैंपेन भी इस बात का प्रतिबिंब है कि विवो एक ऐसा ब्रांड है, जो युवा है और जिसका उद्देश्य मानवता को खुशी प्रदान करना है। आगे जाकर, हमारा उद्देश्य कई और दिल को छू लेने वाली कहानियों को पेश करना है। साथ ही अधिक से अधिक फिल्म निर्माताओं को दुनिया को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच देना है।”
प्रतिभाशाली फिल्मकार समय द्वारा शूट की गई पहली फिल्म अनुराधा की कहानी पेश करती है, जो बच्चों के सीखने के लिए बनाए गए स्कूल, "रीच" की संस्थापक हैं। फिल्म में खूबसूरती से दिखाया गया है कि कैसे तकनीक की मदद से बच्चे महामारी के बीच पुरे उत्साह और खुशी के साथ दिवाली मना पाएं। विवो स्मार्टफोन से फिल्माई गई यह फिल्म यह बताती है कि कैसे महामारी के दौरान अपनों के करीब रहने में तकनीक ने मदद की। समय, शूजीत सरकार के अस्टिटेंट रह चुके हैं और उन्होंने भारत के कुछ प्रमुख ब्रांडों के साथ काम किया है। उन्होंने ‘टेन पास्ट ट्वेल्व’ और 'माधब’ जैसी शार्ट फिल्मों का निर्देशन किया है।
इस फिल्म के बारे में निर्देशक समय भट्टाचार्य ने कहा, “इन बच्चों की भावनाओं को अपने वीवो स्मार्टफोन में कैद करने का अवसर मिलना एक सम्मान की बात है। "रीच" के काम को रिकॉर्ड करना और इन बच्चों के लिए वे जिस तरह का काम कर रहे हैं, उसे संजोना मेरे लिए भावुक कर देने वाले क्षण थे। विवो स्मार्टफोन ने इन खूबसूरत पलों को रिकॉर्ड करना बहुत आसान बना दिया। लोगों के जीवन की वास्तविक कहानियों को प्रदर्शित करने वाला एक मंच बन जाने से हमारे देश के कुछ छिपे हुए रत्नों को खोजने में मदद मिलेगी। कैद किए गए शॉट्स बच्चों की ख़ुशी को उजागर करने के लिए थे। इस कठिन समय के दौरान भी तकनीक हम सभी को कैसे करीब ला रही है, यह वास्तव में उल्लेखनीय है।”
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दूसरी फिल्म लखनऊ की एक महिला की कहानी बयां करती है, जिसने एक बेकरी खोलने के अपने सपने को साकार किया। उन्होंने ऐसी हेल्दी रेसिपीज़ बनाई, जिनका लुत्फ़ डाइबिटीज़ जैसी लाइफस्टाइल डिसीज़ से जूझ रहे लोग भी बिना किसी परेशानी के ले सकते हैं। फिल्म को सागर कपूर ने मुंबई में शूट किया है। यह फिल्म बताती है कि अपने सपने को साकार करने के रास्तें में छोटी-छोटी बातें भी कितनी महत्वपूर्ण होती है। विवो स्मार्टफोन की कैमरा तकनीक ने बारीक़ से बारीक़ डिटेलिंग को खूबसूरती से कैप्चर किया है, जो एक सपने को साकार बनाती है।
अपने काम के बारे में प्रतिभाशाली नए निर्देशक सागर कपूर ने कहा, “भोजन बनाना एक कला है, और "लिटिल बर्ड" के लिए उस प्रक्रिया को रिकॉर्ड करना एक अद्भुत अनुभव था। इसका उद्देश्य सोनाली द्वारा बनाए गए स्वादिष्ट व्यंजनों की पाककला को कमरे में कैद करना था। केवल एक विवो स्मार्टफोन का उपयोग करके पूरी प्रक्रिया को रिकॉर्ड करने में सक्षम होना वास्तव में अविश्वसनीय था। यह देखना अच्छा लगता है कि कैसे एक स्मार्टफ़ोन के जरिए हम तक उन्नत तकनीके पहुँच रही है। साथ ही हमें सीखने और अपने काम को अधिक दर्शकों तक पहुंचाने का अवसर दे रही है।”