यह ऐप मंगलवार की रात को गूगल प्ले स्टोर से हटा लिया गया है. मीडिया में इस आशय की खबरें प्रकाशित की गई थी कि गूगल ने डेटा सुरक्षा को लेकर ऐप को हटाया था.
ऐसी खबरों को खारिज करते हुए कि गूगल ने उसके ऐप को सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया है, अलीबाबा के स्वामित्व वाली यूसी वेब ने गुरुवार को कहा कि ऐप की कुछ सेटिंग गूगल की नीतियों के अनुरूप नहीं थी और वे अगले हफ्ते प्ले स्टोर पर वापसी करेंगे.
यूसीवेब के प्रवक्ता ने आईएएनएस को बताया, "गूगल प्ले पर यूसी ब्राउसर की अनुपलब्धता का सही कारण यूसी ब्राउसर की कुछ सेटिंग है जो गूगल की नीति के अनुरूप नहीं है. इसे हटाने का कारण कथित डेटा सुरक्षा उल्लंघन या दूर्भावनापूर्ण विज्ञापन नहीं है."
यह ऐप मंगलवार की रात को गूगल प्ले स्टोर से हटा लिया गया है. मीडिया में इस आशय की खबरें प्रकाशित की गई थी कि गूगल ने डेटा सुरक्षा को लेकर ऐप को हटाया था.
प्रवक्ता ने कहा, "हम यह बताना चाहते हैं कि यूसी ब्राउसर के लिए काम करने का दावा करनेवाले 'माइक रोस' का हमारे पास कोई रिकार्ड नहीं है, जैसा कि कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया है. यह आदमी न तो कंपनी में काम करता है और न ही इसकी बातों से कंपनी को लेनादेना है."
कंपनी ने कहा, "इस व्यक्ति द्वारा कंपनी के बारे में गलतबयानी की जा रही है और जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वे पूरी तरह से गलत हैं. यूसी ब्राउसर अगले हफ्ते गूगल पर लौट रहा है और इस दौरान लोग हमारी वेबसाइट पर जाकर इसे डाउनलोड कर सकते हैं."
गूगल ने संपर्क किए जाने पर एक बयान में कहा, "हमारी नीति यूजर्स को एक सुरक्षित और सकारात्मक अनुभव मुहैया कराना है. इसलिए हम गूगल प्ले से इन नीतियों का उल्लंघन करने वाले ऐप को हटाते रहते हैं."
यूसी ब्राउसर का दावा है कि उसका भारत में उपभोक्ता आधार क्रोम से ज्यादा है और उसकी बाजार हिस्सेदारी 43 फीसदी से अधिक है. इसे कुल 50 करोड़ बाद डाउनलोड किया गया है, जिसमें से 10 करोड़ डाउनलोड भारत में किए गए हैं.