स्वीडन की स्पैम और कॉल-ब्लॉकिंग एप्लिकेशन ट्रूकॉलर ने भारत में एंड्रॉइड प्रीमियम यूज़र्स के लिए नया ब्लू टिक वेरीफिकेशन फीचर लॉन्च किया है। यह वेरिफाइड बैज यूज़र्स को अपनी पहचान की पुष्टि करने का मौका देता है, जिससे वे सरकारी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) का इस्तेमाल करके अपने सही नाम की जांच कर सकते हैं।
यह नया फीचर UPI के माध्यम से बाहरी वेरीफिकेशन का सहारा लेता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि यूज़र्स की पहचान उन विश्वसनीय तरीकों से प्रमाणित होती है, जिनका उपयोग बड़े वित्तीय संस्थान करते हैं। यूज़र्स खुद अपना वेरीफिकेशन शुरू कर सकते हैं और UPI से मिली जानकारी के आधार पर अपना नाम चुन सकते हैं।
ट्रूकॉलर ने बताया, “सालों से, वेरिफाइड बैज ट्रूकॉलर यूज़र्स के बीच एक बहुत ही लोकप्रिय फीचर बन चुका है। कई लोग इसे पाने के लिए एक आसान और पारदर्शी तरीका चाहते थे। इस मांग को देखते हुए, हमने वेरीफिकेशन प्रक्रिया को और बेहतर बनाया है ताकि यह और भी सटीक और विश्वसनीय हो सके।”
रिशित झुंझुनवाला, जो ट्रूकॉलर के चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर और भारत में प्रबंध निदेशक हैं, ने कहा कि नया वेरिफाइड बैज प्रीमियम यूज़र्स के फीडबैक का सीधा जवाब है, जो अपनी पहचान को स्थापित करने के लिए अधिक सुरक्षित तरीके चाहते थे।
उन्होंने कहा, “UPI आधारित वेरीफिकेशन को शामिल करके, हम एक ऐसा सुरक्षित तरीका दे रहे हैं, जो सुनिश्चित करता है कि हमारे प्लेटफॉर्म पर पहचान प्रामाणिक और विश्वसनीय है। यह फीचर न केवल हमारी सेवाओं की क्वालिटी को मजबूत करता है, बल्कि हमारे यूज़र्स को आत्मविश्वास के साथ अपनी डिजिटल उपस्थिति को नियंत्रित करने में भी मदद करता है।”