Tiangong-1 31 मार्च से 4 अप्रैल के बीच धरती पर गिरेगा, चीन का मानवरहित स्पेस लैब है Tiangong-1

Updated on 28-Mar-2018
HIGHLIGHTS

चीन का मानवरहित स्पेस लैब Tiangong-1 ने आधिकारिक तौर पर डाटा भेजना बंद कर दिया है और 16 मार्च को अपने अंतिम फेज़ में एंटर कर चुका है।

चीन के मानवरहित स्पेस लैब Tiangong-1 ने आधिकारिक तौर पर डाटा भेजना बंद कर दिया है और 16 मार्च को अपने अंतिम फेज़ में एंटर कर चुका है। ये बात 26 मार्च को चीन के मानव अंतरिक्ष निर्माण कार्यालय ने एक बयान जारी कर बताई।

ये घोषणा की गई है कि Tiangong, लगभग 216.2 किमी की औसत ऊंचाई पर परिक्रमा कर रहा है, लेकिन इसके री-एंट्री लोकेशन के बारे में कोई खुलासा नहीं किया गया। चीन के एक एयरोस्पेस विशेषज्ञ ने ग्लोबल टाइम्स को बताया कि इस स्टेज पर सटीक री-लोकेशन का नाम देना असंभव है।

Flipkart: होम एप्लायंसेज पर मिल रहे हैं ये ऑफर्स

बीजिंग एयरोस्पेस कंट्रोल सेंटर और अन्य एजेंसी के अनुमानों के मुताबिक ये स्पेस लैब 31 मार्च और 4 अप्रैल 2018 के बीच वातावरण में प्रवेश कर सकता है। इस व्हीकल ने सफलतापूर्वक Shenzhou-8, Shenzhou-9, और Shenzhou-10 अंतरिक्ष यान के साथ डॉक किया और एक्सपेरिमेंट की एक सीरीज़ चलाई। जून 2013 में Shenzhou-10's की वापसी के बाद इस स्पेस लैब ने इसके मुख्य मिशनों को पूरा किया।

कार्यालय ने कहा, अपने एक्सटेंडेड फ्लाइट के दौरान, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष-पृथ्वी रिमोट सेंसिंग और अंतरिक्ष पर्यावरण अन्वेषण में Tiangong-1  ने एक्सपेरिमेंट (प्रयोग) किए।  चीन 2022 तक वर्तमान में ऑर्बिट में स्थित रूसी अंतरिक्ष स्टेशन मीर के प्रतिद्वंद्वी के रूप में अपने स्पेस स्टेशन को अंतिम रूप देने की योजना बना रहा है।

हमें Instagram पर फॉलो करने के लिये यहां क्लिक करें 

हमें YouTube पर सब्सक्राइब करने के लिये यहां क्लिक करें

बता दें, कि साल 2016 में चीन में ये माना था कि Tiangong-1  बेकाबू हो चुका है और इसे कंट्रोल करने के सभी प्रयास नाकाम हो रहे हैं। माना जा रहा है कि Tiangong-1  का ज्यादातर हिस्सा विस्फोट के साथ ही जलकर खाक हो जाएगा और बचा हुआ हिस्सा ही मलबे के रूप में धरती पर गिरेगा और विशेषज्ञों का अनुमान है कि ये मलबा 31 मार्च से 4 अप्रैल के बीच धरती के किसी हिस्से में गिर सकता है।

नोट: फीचर्ड इमेज काल्पनिक है।

via

Connect On :