आपकी पसंदीदा इंटरनेट वेबसाइट पर आपका विवरण कितना असुरक्षित है, यह बताते हुए एक शोध में कहा गया है कि इंटरनेट पर सबसे ज्यादा देखी जाने वाली शीर्ष 1000 वेबसाइटों में से हर वर्ष 10 के हैक होने की संभावना है. अमेरिका में कैलिफोर्निया के सैन डिएगो विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और इस शोध के वरिष्ठ लेखक एलेक्स सी स्नोरेन ने कहा, "कोई भी इससे उपर नहीं है. न कंपनियां, न देश, यह होने जा रहा है. बस प्रश्न यह है कि कब होगा."
स्नोरेन के पीएचडी छात्रों में से एक और शोध के पहले लेखक जो डीबलासियो ने कहा कि एक प्रतिशत शायद ज्यादा न लगे, लेकिन दुनिया में इंटरनेट पर लाखों बेवसाइट हैं, जिसका मतलब है कि हर वर्ष लाखों वेबसाइट हैक हो सकती है.
डीबलासियो ने कहा, "बड़ी दुकानों का एक प्रतिशत स्वामित्व किसी अन्य के पास चला जाना डरावना है."
यह पता लगाने के लिए कि वेबसाइट कब हैक होती है, कंप्यूटर वैज्ञानिकों ने एक उपकरण बनाया और उसका सफलतापूर्वक परीक्षण किया. यह उपकरण अपने से जुड़े ई-मेल अकाउंट की गतिविधियों की निगरानी करता है. टीम ने लंदन में एसीएम इंटरनेट मिजर्मेन्ट कॉन्फ्रेंस में उपकरण को प्रस्तुत किया.
इस उपकरण का नाम ट्रिप वायर है.