कॉल आते ही दिखेगा फोन करने वाले का पूरा नाम, DoT ने टेलीकॉम कंपनियों के साथ की बैठक, जानें पूरी रिपोर्ट

Updated on 16-Jan-2025

अभी किसी अनजान कॉल आने पर आपका उसका नंबर चेक करने के लिए क्या करते हैं? ज्यादातर लोग पॉपुलर CallerID ऐप TrueCaller का इस्तेमाल करते हैं. खासतौर पर भारत में लोग TrueCaller के जरिए ही लोगों का नाम चेक कर लेते हैं. लेकिन, अब जल्द ही इस ऐप की जरूरत खत्म होने वाली है. लोगों का अनजान कॉल आने पर उसका नाम अपने आप फोन पर दिख जाएगा.

एक रिपोर्ट के अनुसार, दूरसंचार विभाग (DoT) ने टेलीकॉम ऑपरेटर्स से कॉलिंग नाम प्रेजेंटेशन (CNAP) सर्विस को तेजी से लागू करने का आग्रह किया है. इससे अनजान नंबर से आने वाले कॉल का कॉलर नाम दिखाना अनिवार्य हो जाएगा. अधिकारियों के हवाले से ET ने एक रिपोर्ट में बताया कि हालांकि, इसका मकसद कॉलर की पहचान करना नहीं बल्कि स्पैम और स्कैम कॉल को कम करना है.

रिपोर्ट में बताया गया है कि दूरसंचार ऑपरेटरों के साथ एक हालिया मीटिंग में, DoT ने इस फीचर को तुरंत लागू करने की जरूरत पर जोर दिया. टेलीकॉम कंपनियों के अनुसार, इसको लेकर इंटर-सर्कल कॉल (अलग-अलग क्षेत्रों के बीच कॉल) के लिए ट्रायल जारी हैं. तकनीक के स्टेबल होने पर डिप्लॉयमेंट का आश्वासन भी उनकी ओर से दिया गया है.

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2G पर नहीं करेगा काम

हालांकि, टेलीकॉम कंपनियों के अनुसार, तकनीकी सीमाओं के कारण 2G नेटवर्क के लिए CNAP फिजिबल नहीं है. यानी 2G नेटवर्क पर यह सर्विस काम नहीं करेगी. रिपोर्ट में बताया गया है कि एक टेलीकॉम ऑपरेटर के एग्जीक्यूटिव ने कहा कि एक सर्कल के भीतर CNAP में कुशलता हासिल कर ली गई है. हालांकि, इंट्रा-सर्किल के लिए फिलहाल ट्रायल चल रहा है. इंट्रा सर्किल यानी कॉल एक टेलीकॉम सर्कल में शुरू होता है और दूसरे में खत्म होता है.

साल 2022 में आई थी TRAI की सिफारिश

यह कदम TRAI की 2022 की सिफारिश CNAP को अनिवार्य करने और हैंडसेट मैन्युफैक्चरर्स को फीचर इनेबल करने के बाद उठाया गया है. इस सर्विस से स्पैम को भी कम करने का दावा किया जा रहा है. हालांकि, इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स ने इसको लेकर प्राइवेसी चिंता भी जाहिर की है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि उन यूजर्स के लिए यह फीचर चुनौतीपूर्ण होने वाला है जो अपना नाम शेयर नहीं करना चाहते हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि हैंडसेट इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसको लेकर जमीनी हकीकत पर भी विचार करने की जरूरत है. बिना इसको जाने CNAP को अनिवार्य करना जरूरी नहीं है. खासतौर पर अभी कई ऐप्स उपलब्ध हैं जो कॉलर का नाम दिखाने का मकसद पूरा करते हैं. एक्सपर्ट्स के अनुसार, इससे कस्टमर्स की प्राइवेसी का उल्लंघन हो सकता है.

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Sudhanshu Shubham

सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं.

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