OpenAI का पर्दाफाश करने वाले Suchir Balaji की रहस्यमयी मौत, कंपनी पर खड़े हुए कई सवाल!

OpenAI का पर्दाफाश करने वाले Suchir Balaji की रहस्यमयी मौत, कंपनी पर खड़े हुए कई सवाल!

OpenAI के एक पूर्व रिसर्चर और व्हिसलब्लोअर Suchir Balaji की रहस्यमयी तरीके से मौत हो गई है. वह 26 नवंबर को सैन फ्रांसिस्को में अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए. अधिकारियों ने उनकी मौत को आत्महत्या करार दिया है. 26 साल का यह युवा केवल 3 महीने पहले ही सुर्खियां बटोर रहे थे. उन्होंने AI टूल ChatGPT को डेवलप करते समय OpenAI पर अमेरिकी कॉपीराइट कानूनों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था.

Balaji के आरोप

Balaji के आरोपों ने कंपनी के खिलाफ पहले से चल रहे मुकदमों में और भी कई बातें जोड़ दी थी. कंपनी पर लेखकों, पत्रकारों और प्रोग्रामरों ने मुकदमा दायर किया था. मुकदमा करने वालों ने दावा किया था कि AI मॉडल को प्रशिक्षित करने के लिए उनकी कॉपीराइट सामग्री का गैरकानूनी रूप से इस्तेमाल किया गया था.

आपको बता दें कि क्यूपर्टिनो में पले-बढ़े बालाजी ने UC Berkeley से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की थी. वह साल 2020 में OpenAI में शामिल हुए थे. शुरुआत में, वे रोगों को ठीक करने और बुढ़ापे से लड़ने जैसी बड़ी सामाजिक समस्याओं को हल करने के लिए AI की क्षमता को लेकर आशावादी थे.

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हालांकि, 2022 आते-आते उनका नजरिया बदल गया जब वे OpenAI के डेटा एकत्र करने के तरीकों को लेकर चिंतित हो गए. Balaji ने दावा किया कि GPT-4 प्रोग्राम के लिए बड़ी मात्रा में इंटरनेट डेटा एकत्र करना “फेयर उपयोग” क़ानूनों का उल्लंघन है.

मुकदमे में अहम भूमिका

The New York Times को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि “अगर आप मेरे विश्वास पर विश्वास करते हैं, तो आपको कंपनी छोड़नी होगी.” उन्होंने तर्क दिया कि OpenAI का दृष्टिकोण इंटरनेट इकोसिस्टम के लिए टिकाऊ नहीं था. OpenAI के खिलाफ मुकदमों में Balaji की रिसर्च महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली थी.

18 नवंबर को एक अदालती फाइलिंग में The New York Times के वकीलों ने उनका नाम “यूनिक और संबंधित दस्तावेज” वाले व्यक्ति के रूप में लिया. जो उनके मामले का समर्थन करते हैं. वह कम से कम 12 मौजूदा और पूर्व OpenAI कर्मचारियों में से एक थे जिन्हें बयानों से पहले अदालती फाइलिंग में लिस्टिंग की गई थी.

Balaji ने सार्वजनिक रूप से भी अपनी चिंताएं शेयर की थीं. अपनी पर्सनल वेबसाइट पर उन्होंने एक विश्लेषण पोस्ट किया जिसमें कहा गया था कि कोई भी ज्ञात कारक “यह समर्थन नहीं करता है कि ChatGPT अपने ट्रेनिंग डेटा का उचित उपयोग है.” अब उनकी मौत ने व्हिसलब्लोअर पर पड़ने वाले दबाव को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं.

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Sudhanshu Shubham

Sudhanshu Shubham

सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile

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