नासा का रोबोट अंतरिक्ष यान कैसिनी पिछले 13 साल से शनि ग्रह की परिक्रमा कर रहा है और अब ग्रह का अंतिम चक्कर लगाने के लिए तैयार है. इसके बाद 15 सितंबर को कैसिनी को शनि के सबसे बड़े चंद्रमा टाइटन के वायुमंडल में भेजा जाएगा, जहां वह जल कर राख हो जाएगा. कैसिनी का इमेजिंग कैमरा शनि के चारों ओर का आखिरी दृश्य लेगा, और शनि के चंद्रमा टाइटन और एसेलेडस की तस्वीरें भी लेगा. षट्भुज आकार का यह जेट स्ट्रीम ग्रह के उत्तर ध्रुव के आसपास और उसके छल्ले की तस्वीरें भेजेगा.
कैसिनी पृथ्वी की तरफ लगे अपने एंटीना से आखिरी बार तस्वीरें भेजेगा.
नासा ने एक बयान में कहा कि जल्द ही, कैसिनी जल जाएगा और एक उल्का की तरह विघटित हो जाएगा.
यह नासा, इएसए और इटली की अंतरिक्ष एजेंसी स्पाजियाले इटालिना द्वारा साथ मिलकर भेजा गया था. इसे 1997 में 15 अक्टूबर को लांच किया गया था और 2004 में 30 जून को इसने शनि की कक्षा में प्रवेश किया था.
कैसिनी का मिशन चार साल का निर्धारित किया गया था. लेकिन यह बढ़िया काम कर रहा था, जिसे देखते हुए इसका मिशन दो बार बढ़ाया गया.
अपने आखिरी दौर में यह अंतरिक्ष यान कुछ अविश्वसनीय रूप से समृद्ध और बहुमूल्य जानकारी इकठ्ठा करेगा, जिसे पहले प्राप्त करना बहुत जोखिम भरा था, हालांकि अब इसे नष्ट होना है, इसलिए यह जोखिम उठाया जा रहा है.
अंतरिक्ष यान शनि के गुरुत्वाकर्षण और चुंबकीय क्षेत्र के विस्तृत नक्शे को बताएगा, जिससे यह पता चलेगा कि ग्रह आंतरिक रूप से कैसे व्यवस्थित है, साथ ही यह भी पता लगाएगा कि शनि कितनी तेजी से अपनी कक्षा में घूर्णन कर रहा है.
इसका कैमरा शनि के छल्ले और वातावरण की अद्धभुत तस्वीरें खींचेगा.
नासा ने एक बयान में कहा, "नासा ने अंतरिक्ष यान को शनि के वातावरण में सुरक्षित रूप से नष्ट करने का फैसला किया है, नहीं तो किसी न किसी दिन कैसिनी की टक्कर शनि के चंद्रमाओं से किसी के साथ हो सकती है.